India News (इंडिया न्यूज), Bleeding From Gums: मसूड़ों से खून बहना एक सामान्य समस्या है, जिसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि यह मसूड़ों की बीमारी या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है। अगर समय रहते इसका इलाज नहीं किया गया, तो यह गंभीर दंत समस्याओं का कारण बन सकता है, जैसे मसूड़ों की सूजन (जिन्जिवाइटिस), पीरियोडॉन्टाइटिस, और दांतों का ढीलापन।
मसूड़ों से खून बहने के सामान्य कारण:
- दांतों की सफाई में कमी: ठीक से ब्रश न करने से दांतों पर प्लाक और टार्टर जमा हो जाता है, जिससे मसूड़े कमजोर हो जाते हैं।
- विटामिन सी और के की कमी: विटामिन की कमी से मसूड़े कमजोर हो सकते हैं, जिससे खून बहने की समस्या होती है।
- हार्मोनल परिवर्तन: महिलाओं में गर्भावस्था या मासिक धर्म के दौरान हार्मोनल बदलाव मसूड़ों को संवेदनशील बना सकते हैं।
- मधुमेह: ब्लड शुगर का स्तर अधिक होने से मसूड़े कमजोर हो सकते हैं।
- तंबाकू का सेवन: धूम्रपान या तंबाकू चबाने से मसूड़े कमजोर हो सकते हैं और उनमें खून बहने की संभावना बढ़ जाती है।
शरीर के अंदर छिपी बैठी आधा दर्जन बीमारियों को खा जाएगी ये देसी चीज, बस रात को दें भिगो और सुबह उठाएं लुत्फ़!
मसूड़ों से खून बहने का घरेलू इलाज
- नमक के पानी से कुल्ला करें:
नमक का पानी एंटीसेप्टिक के रूप में कार्य करता है और मसूड़ों की सूजन को कम करता है। एक गिलास गुनगुने पानी में आधा चम्मच नमक मिलाएं और इससे दिन में 2-3 बार कुल्ला करें।
- अमरूद की पत्तियों का उपयोग:
अमरूद की पत्तियों में एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं, जो मसूड़ों के संक्रमण और सूजन को कम कर सकते हैं। अमरूद की कुछ पत्तियों को चबाने से मसूड़ों की मजबूती बढ़ती है और खून आना बंद हो सकता है।
- तिल के तेल से ऑयल पुलिंग:
तिल के तेल से मुँह की सफाई (ऑयल पुलिंग) एक पुरानी आयुर्वेदिक तकनीक है, जिससे मसूड़ों की सेहत बेहतर होती है। इसे नियमित रूप से करने से मसूड़े मजबूत होते हैं और खून बहने की समस्या से छुटकारा मिलता है। रोज़ सुबह खाली पेट 10-15 मिनट तक तिल के तेल से कुल्ला करें और फिर इसे थूक दें।
- नीम का उपयोग:
नीम में प्राकृतिक एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। आप नीम की पत्तियों को उबालकर उससे कुल्ला कर सकते हैं या नीम के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे मसूड़ों में सूजन कम होती है और खून आना बंद हो सकता है।
- विटामिन सी और के युक्त आहार लें:
खट्टे फल जैसे संतरा, नींबू, और आंवला विटामिन सी के अच्छे स्रोत हैं, जो मसूड़ों को स्वस्थ रखते हैं। इसके अलावा, हरी पत्तेदार सब्जियाँ विटामिन के का अच्छा स्रोत हैं, जो खून के जमाव में मदद करता है।
- एलोवेरा जेल:
एलोवेरा में एंटीबैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। एलोवेरा जेल को मसूड़ों पर लगाने से सूजन और खून बहने की समस्या कम होती है। इसे मसूड़ों पर हल्के हाथों से मसाज करें और 5-10 मिनट बाद मुँह धो लें।
रात को सोने से पहले अगर अपने इस अंग पर सरसो का तेल लगा लेते हैं पुरुष, सोचा भी न हो मिलेंगे ऐसे फायदे!
मसूड़ों को मजबूत बनाने के उपाय:
- दांतों को सही तरीके से ब्रश करें: रोज़ाना 2 बार सॉफ्ट ब्रिसल वाले ब्रश से दांतों की सफाई करें और ब्रशिंग के दौरान मसूड़ों पर ज्यादा दबाव न डालें।
- डेंटल फ्लॉस का इस्तेमाल करें: दांतों के बीच की सफाई के लिए फ्लॉस का उपयोग करें, ताकि प्लाक और भोजन के कण आसानी से हट सकें।
- ताजे फल और सब्जियों का सेवन बढ़ाएं: कच्ची सब्जियाँ जैसे गाजर और खीरा मसूड़ों को मजबूती प्रदान करते हैं।
- तंबाकू और धूम्रपान से बचें: ये आदतें मसूड़ों की सेहत को नुकसान पहुँचाती हैं।
चंद मिनटों ठीक होते नजर आएंगे मुँह के छाले, जो कर लिया बस ये एक काम?
अगर घरेलू इलाज के बावजूद मसूड़ों से खून बहना बंद नहीं हो रहा है, तो दंत चिकित्सक से परामर्श लेना आवश्यक है।
Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.