आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में लोग ज़्यादा स्ट्रेस महसूस कर रहे है. इससे उनकी रात की नींद उड़ जाती है कुछ लोगों को अपने मोबाइल फ़ोन पर रील्स स्क्रॉल करने की इतनी आदत हो जाती है कि वे पूरी रात इंस्टाग्राम पर बिताते है. यह एक बात है. दूसरी तरफ कुछ ऐसे भी हैं जो पूरी रात सोने के बाद भी दिन में नींद महसूस करते है.
इस वजह से वे ठीक से काम नहीं कर पाते या अपनी सेहत का ध्यान नहीं रख पाते. हालांकि यह सिर्फ़ नॉर्मल थकान की वजह से नहीं होता है. यह हाइपरसोम्निया नाम की एक गंभीर कंडीशन हो सकती है. इस कंडीशन में व्यक्ति बहुत ज़्यादा सोता है. आज का हमारा आर्टिकल भी इसी टॉपिक पर है. हम बताएंगे कि हाइपरसोम्निया क्या है और यह किन वजहों से बिगड़ता है. आइए इसे डिटेल में समझते है,
हाइपरसोम्निया क्या है?
क्लीवलैंड क्लिनिक के अनुसार यह एक ऐसी कंडीशन है जिसमें आपको दिन में बहुत ज़्यादा नींद आती है. यह रात में अच्छी नींद लेने के बाद भी हो सकता है. हर कोई दोपहर में झपकी लेना चाहता है. हालांकि अगर आपको हाइपरसोम्निया है, तो आपको सावधान रहने की जरूरत है. यह आपके रोज़ाना के कामों पर असर डाल सकता है. इसलिए अगर आपको हर समय थकान महसूस होती है और बार-बार नींद नहीं आती है, तो आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.
इसके लक्षण क्या हैं?
- एंग्जायटी
- चिड़चिड़ापन
- बार-बार नींद आना
- हमेशा थकान महसूस होना
- गुस्सा
- सुबह उठने में दिक्कत
- सिर दर्द
- भूख न लगना
- चीजें भूल जाना
- बेचैनी
- 11 घंटे या उससे ज़्यादा सोना
- ध्यान लगाने में दिक्कत
इसके क्या कारण हैं?
- अगर आप बहुत ज़्यादा शराब पीते हैं, तो इससे आपकी नींद पर असर पड़ सकता है. इससे दिन में भी बार-बार नींद आ सकती है. शराब पीने या गांजा लेने से हाइपरसोम्निया हो सकता है.
- अगर आपकी मसल्स कमज़ोर हैं, तो आपको बार-बार नींद भी आ सकती है.
- इसके अलावा, अगर आपको सिर या ब्रेन में चोट लगी है, तो इससे हाइपरसोम्निया हो सकता है, जिससे रिस्क और बढ़ जाता है.
- अगर आपको रात में पूरी नींद नहीं आती है, तो इससे भी हाइपरसोम्निया का रिस्क बढ़ सकता है.
- यह समस्या कुछ दवाओं के साइड इफ़ेक्ट की वजह से भी देखी जाती है.