Disclaimer: इंडिया न्यूज़ इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
संबंधित खबरें
इन कारणों से पेट में बनने लगती है गैस, बस कीजिये झटपट ये 1 उपाय मात्र 10 मिनट में मिल जाएगा आराम!
लाखों की कराई दवा भी नहीं दे पाएगी इतनी तेज आराम, बस इस पौधे से छूमंतर होगा भयंकर दर्द, भर-भर कर मिलेगा कैल्शियम!
पेट में पनप रहा होगा कैंसर तो जरूर दिखेंगे ये 5 लक्षण, औरतों से ज्यादा मर्दों में देते है दिखाई, इग्नोर करना पड़ जाएगा बहुत भारी!
बैड कोलेस्ट्रॉल से फटने लगा है नस-नस, नही ले पा रहे चैन की सांस, बस अपना लें ये 5 देसी उपाय, शरीर से बाहर खींच लाएंगी सारी गंदगी!
थाइराइड ने सुजा दिया है गला, फूलते जा रहे हैं आप, जान लें इस पेड़ की 21 पत्तियां चूस जाएंगी सारा कचरा, फिर दिखेगा कमाल!
आ गया अमृत घुटी का नया वर्जन, दूध में मिला कर तो देखीए ये चीपचीपी चीज, शरीर से दुर करेगा 5 बीमारियां, रोंगों से होगी छुट्टी!
Guillain Barre Syndrome
India News (इंडिया न्यूज), Guillain Barre Syndrome: महाराष्ट्र में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (GBS) के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। पुणे और पिंपरी चिंचवाड़ समेत कई जिलों में इस बीमारी के कई मरीज सामने आए हैं। राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, 26 जनवरी तक गुइलेन-बैरे सिंड्रोम के 101 सक्रिय मामले दर्ज किए गए थे। हाल ही में सोलापुर में इस बीमारी के कारण एक व्यक्ति की मौत भी हो चुकी है। यह बीमारी बेहद खतरनाक हो सकती है, खासतौर पर अगर इसका समय पर इलाज न मिले। इस बीमारी को लेकर दिल्ली की एमडी मेडिसिन और डीएम न्यूरोलॉजी विशेषज्ञ डॉ. प्रियंका सेहरावत ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें उन्होंने बताया है कि इस बीमारी से बचाव के लिए डाइट में किन चीजों से परहेज करना जरूरी है।
गुइलेन-बैरे सिंड्रोम एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से अपने ही नर्वस सिस्टम पर हमला कर देती है। इसका सबसे पहला असर मांसपेशियों पर पड़ता है, जिससे कमजोरी और सुन्नपन महसूस होता है। आमतौर पर इसके लक्षण पहले पैरों में दिखाई देते हैं और धीरे-धीरे पूरे शरीर में फैल सकते हैं। कुछ मामलों में, यह बीमारी सांस लेने की क्षमता को भी प्रभावित कर सकती है, जिससे स्थिति गंभीर हो सकती है।
डॉ. प्रियंका सेहरावत के अनुसार, गुइलेन-बैरे सिंड्रोम से बचने के लिए बाहरी भोजन से पूरी तरह बचना चाहिए। खासतौर पर, पनीर, चावल और चीज़ का सेवन करने से परहेज करने की सलाह दी गई है।
इस बीमारी से बचाव के लिए अपने आहार में साफ-सुथरा और पोषक तत्वों से भरपूर भोजन शामिल करें। फल और सब्जियों को अच्छे से धोकर खाएं और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखने के लिए विटामिन C युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें। स्वच्छता का ध्यान रखें और किसी भी तरह के संदिग्ध लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। गुइलेन-बैरे सिंड्रोम का शुरुआती चरण में इलाज न मिलने पर यह गंभीर रूप ले सकता है। इसलिए, सतर्क रहें और अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखें।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.