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PCOS से लेकर हार्ट डिज़ीज़ तक, क्यों बिगड़ रही है कामकाजी महिलाओं की सेहत?

Health Care Tips: कामकाजी महिलाएं घर और ऑफिस के काम में इतनी व्यस्त हो जाती हैं कि उन्हें खुद के लिए वक्त नहीं मिल पाता.

Written By: shristi S
Last Updated: September 21, 2025 15:55:06 IST

Working Women Health Care Tips: आज की तेज़ रफ्तार दुनिया में महिलाएं जीवन के हर क्षेत्र में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा रही हैं. चाहे घर की जिम्मेदारी हो या ऑफिस का दबाव, वे हर जगह संतुलन बनाए रखने की कोशिश करती हैं. समाज उन्हें ‘सुपरवुमन’ कहता है, लेकिन इस भूमिका की कीमत उनकी शारीरिक और मानसिक सेहत पर गहरा असर डाल रही है. रिपोर्ट्स बताती हैं कि हर पांचवीं भारतीय महिला पीसीओएस (PCOS) से जूझ रही है, हर तीसरी महिला एनीमिया (Anemia) की शिकार है, और तेजी से बढ़ रही हार्ट डिजीज की समस्या एक गंभीर खतरे का संकेत देती है. ये आंकड़े केवल नंबर नहीं, बल्कि एक स्वास्थ्य संकट की चेतावनी हैं.

महिलाओं की सेहत पर असर डालने वाले कारण

कामकाजी महिलाओं के स्वास्थ्य संकट की जड़ें उनकी जीवनशैली से गहराई से जुड़ी हुई हैं.

1. अनियमित खानपान- व्यस्त दिनचर्या और समय की कमी के कारण बाहर का खाना, जंक फूड और प्रोसेस्ड फूड्स पर निर्भरता बढ़ गई है. इससे शरीर को जरूरी पोषक तत्व नहीं मिल पाते और कैलोरी की अधिकता बीमारियों को जन्म देती है.

2. तनाव (Stress)- घर और ऑफिस की दोहरी जिम्मेदारियों के बीच तनाव एक स्थायी साथी बन जाता है. लंबे समय तक बना रहने वाला तनाव हार्मोनल असंतुलन पैदा करता है, जिससे पीसीओएस और हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है.
3. फिजिकल इनएक्टिविटी- लगातार 8-9 घंटे डेस्क पर बैठकर काम करने से शारीरिक गतिविधि बेहद कम हो जाती है. थकान और समय की कमी के कारण एक्सरसाइज को नजरअंदाज करना मोटापा, डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्याओं का कारण बनता है.
4. अनियमित नींद- देर रात तक काम करना, मोबाइल या लैपटॉप पर समय बिताना और अधूरी नींद शरीर की मरम्मत की प्रक्रिया में बाधा डालती है. इससे मेटाबॉलिज्म गड़बड़ा जाता है और थकान हमेशा बनी रहती है.

कामकाजी महिलाओं के लिए हेल्थ टिप्स

1. हेल्दी नाश्ता जरूरी- दिन की शुरुआत प्रोटीन और फाइबर से भरपूर नाश्ते से करें। यह ऊर्जा देता है और ब्लड शुगर को संतुलित रखता है.
2. घर का बना खाना अपनाएं- बाहर का फास्ट फूड छोड़कर घर का ताज़ा और पौष्टिक भोजन खाने की आदत डालें.
3. आयरन और पोषण पर ध्यान दें- एनीमिया से बचने के लिए हरी पत्तेदार सब्जियां, दालें, चुकंदर और नट्स को डाइट में शामिल करें.
4. पानी पर्याप्त मात्रा में पिएं- दिनभर हाइड्रेटेड रहना शरीर के मेटाबॉलिज्म और ऊर्जा स्तर के लिए बेहद जरूरी है.
5. शारीरिक गतिविधि बढ़ाएं- हर घंटे 5 मिनट टहलने की आदत डालें. रोजाना 30 मिनट तेज़ चलना, योग या डांस फिटनेस के लिए काफी है.
6. मी-टाइम निकालें- रोजाना 15-20 मिनट सिर्फ अपने लिए दें चाहे किताब पढ़ें, संगीत सुनें या मेडिटेशन करें. यह मानसिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी है.
7. क्वालिटी स्लीप लें- रोजाना 7-8 घंटे गहरी नींद लें। सोने से एक घंटे पहले स्क्रीन से दूरी बनाना बेहतर नींद में मदद करता है.
8. नियमित हेल्थ चेक-अप- सालाना स्वास्थ्य जांच कराना न भूलें. ब्लड शुगर, कोलेस्ट्रॉल, विटामिन और हार्मोनल स्तर की जांच समय पर बीमारियों को पकड़ने और रोकने में मदद करती है.

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