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Heart Attack : क्या आप पर भी मंडरा रहा है हॉर्ट अटैक का खतरा, इस टेस्ट से करें पता

Itvnetwork Team • LAST UPDATED : October 26, 2023, 6:41 pm IST

India News ( इंडिया न्यूज ), Heart Attack : दिन- प्रतिदिन हॉर्ट से जुड़ी बिमारियां और हॉर्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़ते ही जा रहे है। इसका मुख्य कारण खराब खानपान और खराब लाइफस्टाइल है। वहीं कुछ समय पहले तो बढ़ती उम्र के लोगों को हॉर्ट अटैक आने के खतरा रहता था। लेकिन अब तो हॉर्ट से संबधित बिमारियां और हॉर्ट अटैक युवा भी इसकी चपेट में आ रहे है।  वहीं हाल ही में कुछ ऐसे मामले आए हैं, दुर्गा पंडाल, गरबा डांस में हार्ट अटैक से मौत की खबरें आई हैं। बता दें कि हेल्थ एक्सपर्ट्स अब कार्डियक अरेस्ट (Cardiac Arrest) को लेकर अलर्ट कर रहे हैं। वहीं उनका कहना है कि ये किसी को भी हो सकता है। इसलिए लाइफस्टाइल और डाइट का खास ख्याल रखना पड़ता है। क्योंकि हार्ट डिजीज के भी यही दोनों ही प्रमुख कारण हैं।

दिल की बीमारियां क्यों बढ़ रही हैं

हेल्थ एक्सपर्ट्स की माने तो जिस तरह कि लाइफस्टाइल हम जीते है। वह हार्ट डिजीस और हार्ट अटैक के आने के खतरे का बढ़ा रही है। वहीं अधिकतर सेंडेंटरी लाइफस्टाइल जीते है। बता दें कि काफी लोग तोे ऐसे है अगर वह बैठे है तो वह बैठे ही रह गए। जिससे उनके खानपान में जंक और प्रोसेस्ड फूड्स शामिल होने से कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर की समस्या बढ़ रही है। वहीं इसका हर्ट की सेहत पर भी गलत असर पड़ता है। इसलिए कम उम्र से ही इन सब चीजों का ध्यान रखना चाहिेए।

कोलेस्ट्रॉल की जांच कराएं

कोलेस्ट्रॉल हमारे बल्ड में पाया जाता है साथ ही स्वस्थ कोशिकाओं के निर्माण में इसकी आवश्यकता होती है। हालांकि, इसकी ज्यादा मात्रा हार्ट की बीमारी के खतरे को बढ़ा देती है। वहीं ब्लड सैंपल के जरिए शरीर में कोलेस्ट्रॉल की जांच की जाती है।

ECG की जांच

बता दें कि इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ECG) टेस्ट से हार्ट में विद्युत संकेत रिकॉर्ड होती हैं। साथ ही इस टेस्ट की मदद से दिल धड़कन की तेजी का पता चलता है। और ईसीजी में बदलाव हार्ट संबंधी कई स्थितियों का संकेत हो सकते हैं। वहीं हार्ट अटैक जैसी परिस्थितियों के लिए इस टेस्ट की मदद ली जाती है।

CRP टेस्ट

बता दें कि शरीर में इंफ्लामेशन की दिक्कत का पता लगाने के लिए सी-रिएक्टिव प्रोटीन (CRP) टेस्ट की सलाह दी जाती है। वहीं सीआरपी का स्तर बढ़ने का मतलब गंभीर स्वास्थ्य स्थिति का संकेत हो सकता है, जो सूजन की वजह बन सकती है। और एचएस-सीआरपी टेस्ट कोरोनरी आर्टरी डिजीज के खतरों को जानने में हेल्प मदद करती है।
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