संबंधित खबरें
क्या BP कंट्रोल करने के लिए आप भी खाते हैं दवा? सावधान! आपकी ये एक भूल कही बन न जाए हार्ट अटैक की वजह?
Air Pollution: प्रदूषण में मौजूद पीएम 2.5 क्या होता है, जानें ये सेहत के लिए कैसे है जानलेवा
पुरुषों को अपना स्टेमिना बढ़ाने के लिए करना चाहिए इस सफेद चीज का सेवन, 2 सबसे बड़ी कमजोरियां होंगी छूमंतर
हर तीसरे शख्स के लिवर पर जमी होती है चर्बी, ये 1 जूस चुटकियों में करेगा सारी गंदगी बाहर, बस सही तरीके से करना होगा इसका सेवन
हर घर के गमले में लगे इस फूल की सुबह-सुबह पिएं चाय, कुछ ही दिनों में पिघलने लगेगी शरीर की जमी चर्बी
गाजर खाते ही निकल गई 15 लोगों की जान, जांच की तो फटी रह गई वैज्ञानिकों की आंखें, जानें ऐसा क्या मिला?
How To Kill Cancer Cells यदि सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही कैंसर की रोकथाम में कष्टदायक कीमोथेरेपी की जगह इम्यून थेरेपी दी जाएगी। इस थेरेपी के तहत मरीज का अपना ही इम्यून सिस्टम कैंसर की कोशिकाओं को खत्म करने में सक्षम हो सकेगा। अमेरिका में यूनिवर्सिटी ऑफ मिनेसोटा के शोधकर्ताओं ने इस संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की है।
दरअसल, प्रत्येक जीव में अपना इम्यून सिस्टम यानी अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली होती है जो बॉडी में बाहरी संक्रमण से बचाती है। लेकिन कई ऐसी घातक बीमारियां हैं जिनमें कमजोर इम्यून सिस्टम कारगर नहीं हो पाता है। कैंसर भी ऐसी ही एक घातक बीमारी है। अब तक कैंसर कोशिकाओं को रेडिएशन या केमिकल के माध्यम से खत्म करने की कोशिश की जाती है लेकिन अब इम्यून थेरेपी से कैंसर की कोशिकाओं का खात्मा किया जा सकता है।
साइंसडेलीकी रिपोर्ट के मुताबिक यूनिवर्सिटी ऑफ मिनेसोटा के शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में पाया है कि अगर इम्यून सेल्स यानी रोग प्रतिरक्षा कोशिकाओं में इंजीनियरिंग कर दी जाए तो ये कोशिकाएं खुद ही ट्यूमर से लड़ने में सहायक हो जाएगी। सीधे शब्दों में कहें तो इम्यून सिस्टम की कोशिकाओं में उलट-फेर कर दिया जाएगा।
इससे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली खुद ही कैंसर कोशिकाओं को खत्म करने में सक्षम हो जाएगी। वैज्ञानिकों की इस खोज के बाद अगर यह थेरेपी जमीन पर उतरती है तो लाखों कैंसर रोगियों को फायदा होगा। उन्हें रेडिएशन या केमिकल प्रोसेस के कष्टप्रद इलाज से भी निजात मिल जाएगा. यह अध्ययन नेचर कम्युनिकेशन के वर्तमान अंक में प्रकाशित हुआ है।
शोधकर्ताओं ने बताया कि शरीर के खून में मौजूद श्वेत रक्त कोशिकाएं में साइटोक्सिक टी सेल पाया जाता है। यह टी सेल आक्रमणकारी सेल को खोजकर उसे नष्ट करने में सहायक होगा।
यानी टी सेल एक सिपाही की तरह काम करेगा जो कैंसर कोशिकाओं को पनपने ही नहीं देगा। आमतौर पर कैंसर के मामले में ट्यूमर जब सघन हो जाता है तो यह रेडिएशन की मदद से भी नष्ट नहीं होता लेकिन इम्यून थेरेपी में सघन ट्यूमर को भी टी सेल नष्ट कर सकता है।
(How To Kill Cancer Cells)
Also Read : Omicron Impact on IND vs SA Series भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर जाएगी: सौरव गांगुली
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.