India News (इंडिया न्यूज़), Symptoms of Liver Damage: लिवर शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है जो भोजन को पचाने, रक्त से विषाक्त पदार्थों को निकालने, ऊर्जा बनाने और कई अन्य महत्वपूर्ण कार्यों में मदद करता है। जब लिवर में कोई समस्या होती है, तो इसका असर शरीर के अन्य अंगों पर भी पड़ सकता है। इसके कई कारण हैं, जैसे, लंबे समय तक शराब पीने से लिवर पर दबाव पड़ता है, जिससे लिवर में सूजन (फैटी लिवर), सिरोसिस और अन्य समस्याएं हो सकती हैं। जब शरीर में अतिरिक्त चर्बी जमा हो जाती है, तो इससे लिवर में फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) हो सकती है, जिससे लिवर को नुकसान पहुंचता है।
वहीं हेपेटाइटिस बी और सी जैसे वायरस लिवर में सूजन और नुकसान पहुंचा सकते हैं। यह संक्रमण लिवर के कार्य को प्रभावित करता है और लंबे समय में लिवर फेलियर का कारण बन सकता है। वहीं शरीर में शुगर का उच्च स्तर लिवर को प्रभावित करता है, जिससे फैटी लिवर जैसी समस्या हो सकती है। बहुत अधिक तला हुआ, वसायुक्त और प्रोसेस्ड भोजन का सेवन लिवर को नुकसान पहुंचा सकता है और लिवर के कार्य को प्रभावित कर सकता है। इन कारणों के अलावा कुछ आनुवंशिक (जैविक) कारण भी हो सकते हैं।
लिवर डैमेज होने से पहले शरीर में कुछ बड़े लक्षण दिखाई दे सकते हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ये लक्षण शरीर में लिवर की कार्यप्रणाली में गड़बड़ी या सूजन की ओर इशारा करते हैं और इसका समय रहते इलाज करना बहुत जरूरी है।
शरीर में लगातार थकान और कमज़ोरी महसूस होना लिवर खराब होने का संकेत हो सकता है। लिवर शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने का काम करता है और जब यह ठीक से काम नहीं करता है, तो शरीर में ऊर्जा की कमी हो जाती है। वहीं, लिवर खराब होने पर सिरदर्द और उल्टी की समस्या हो सकती है, क्योंकि लिवर विषाक्त पदार्थों को ठीक से बाहर नहीं निकाल पाता है, जिससे शरीर में विषाक्तता बढ़ जाती है।
चूंकि लिवर पेट से जुड़ा होता है, इसलिए लिवर खराब होने पर अक्सर पेट की समस्याएं देखने को मिलती हैं। लिवर की बीमारी की वजह से पेट में सूजन, जलन और ऐंठन हो सकती है। यह स्थिति तब होती है जब लिवर के अंदर तरल पदार्थ जमा होने लगता है या सूजन आ जाती है।
लिवर की क्षति के कारण त्वचा और आँखों का रंग बदल सकता है, जैसे कि वे पीली हो सकती हैं। जब लीवर ठीक से काम नहीं करता है, तो बिलीरुबिन नामक पदार्थ का स्तर बढ़ सकता है, जिससे त्वचा और आँखें पीली हो सकती हैं। यह लीवर की क्षति का एक प्रमुख संकेत है।
यदि मल रंगहीन है और मूत्र गहरे रंग का है, तो यह लीवर की समस्या का संकेत है। ये संकेत हैं कि लीवर को अपने सामान्य कार्य करने में समस्या आ रही है, जैसे कि बिलीरुबिन को ठीक से संसाधित करना। इन लक्षणों को नज़रअंदाज़ करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
Disclaimer: इंडिया न्यूज़ इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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