संबंधित खबरें
पेट में जमी गंदगी से लेकर इन 5 बिमारियों का दुश्मन है ये छोटा सा हरा पत्ता, कमाल ऐसे कि यकीन करना होगा मुश्किल
अगर आप भी हो रहे हैं गंजेपन का शिकार, तो इस एक तेल की मालिश से हफ्तेभर में उग आएंगे बाल, फायदे जान रह जाएंगे हैरान
शरीर में जैसे ही दिखें ये 5 लक्षण तुरंत हो जाएं अलर्ट, शरीर में तेजी से अपनी जगह बना रहा है कोलेस्ट्रॉल का बढ़ता लेवल, जानें कैसे?
नसों में बढ़ाना है खून, पीरियड्स का फ्लो करना है ठीक…10 रुपए बंच में मिलने वाली ये चीज शरीर के लिए नहीं है किसी रामबाण से कम, ब्लड प्रेशर भी करती है कंट्रोल
फैटी लिवर होने से पहले ही ये 3 रेड सिग्नल देती है आपकी बॉडी, बस पहचानने की होती है जरुरत, जानें कैसे करें सही ढंग से पहचान?
शरीर को ढांचा बनाकर छोड़ देगा ये धातु रोग, सिलबट्टे पर पीसें इस चमत्कारी फल के पत्ते, मात्र 7 दिन में भर देगा खोई हुई मर्दाना ताकत
India News (इंडिया न्यूज), Bloody Piles Solution: बवासीर का मुख्य कारण कब्ज है। अधिक मसाले खाने और बाहर का खाना खाने से पेट में कब्ज हो जाती है, जिसके कारण मल अधिक सूखा और कठोर हो जाता है। इससे शौच करते समय अधिक दबाव पड़ता है और बवासीर हो जाती है। यह कई प्रकार की होती है, जिनमें से दो मुख्य हैं खूनी बवासीर और गूदा बवासीर। अगर मल के साथ बूंद-बूंद करके खून निकले तो उसे खूनी बवासीर कहते हैं। अगर गुदा पर या उसमें मटर या अंगूर के दाने जैसी सूजन हो और मल के साथ खून न निकले तो उसे गूदा बवासीर कहते हैं।
इस में गुदा पर मस्से निकल आते हैं और उनमें सूजन और जलन होने पर रोगी को अधिक दर्द होता है। बैठते या खड़े होने पर रोगी को मस्सों में तेज दर्द होता है। बवासीर के इलाज में देरी होने पर मस्से पककर फूट जाते हैं और उनमें से खून, मवाद आदि निकलने लगता है।
यो रोग कब्ज के कारण होता है। जब कोई व्यक्ति अधिक तेल और मिर्च-मसालों से बने मसालेदार खाद्य पदार्थों का सेवन करता है, तो उसका पाचन खराब हो जाता है। पाचन खराब होने के कारण पेट में कब्ज हो जाती है, जिससे पेट में सूखापन आ जाता है और मल अधिक सूखा हो जाता है। जब मल बहुत कठोर हो जाता है, तो शौच करते समय अधिक बल लगाना पड़ता है। अधिक बल लगाने से गुदा के अंदर की त्वचा छिल जाती है। जिसके कारण गुदा के अंदर घाव या मस्से बन जाते हैं और खून बहने लगता है। बवासीर (बवासीर) में खान-पान में लापरवाही और इलाज में देरी के कारण यह अधिक फैलता है।
इसके होने पर गुदा के बाहर मस्से निकल आते हैं। मल के साथ मस्से से पतली रेखा के रूप में खून निकलता है। इस रोग के लक्षण चलने में दिक्कत, लड़खड़ाना, आंखों के सामने अंधेरा छाना और चक्कर आना हैं। इस रोग के कारण स्मरण शक्ति कम होने लगती है।
हरसिंगार: 2 ग्राम हरसिंगार के फूलों को रात को 30 ग्राम पानी में भिगो दें। सुबह फूलों को पानी में मसलकर छान लें और 1 चम्मच चीनी मिलाकर खाली पेट खा लें। इसे 1 सप्ताह तक रोजाना खाने से बवासीर ठीक हो जाती है। या 10 ग्राम हरसिंगार (बिना छिलके वाले) के बीज और 3 ग्राम काली मिर्च को पीसकर चने के आकार की गोलियां बनाकर खाएं। सुबह-शाम 1-1 गोली गुनगुने पानी के साथ खाने से बवासीर ठीक हो जाती है। या हरसिंगार के बीजों को छील लें। 10 ग्राम बीजों में 3 ग्राम काली मिर्च मिलाकर पीस लें और गुदा पर लेप करने से बादी बवासीर ठीक हो जाती है।
कपूर: 10-10 ग्राम कपूर, रसौत, चाकसू और नीम के फूल लेकर पीसकर चूर्ण बना लें। मूली को लंबाई में काटकर उसमें सारा चूर्ण भर लें। मूली को कपड़े में लपेटकर उस पर मिट्टी लगाकर आग पर भून लें। भूनने के बाद मूली से मिट्टी और कपड़ा हटाकर पत्थर पर पीसकर मटर के दाने के बराबर गोलियां बना लें। 1 गोली रोज सुबह खाली पेट पानी के साथ लेने से 1 सप्ताह में ही बवासीर ठीक हो जाती है।
गोभी: जंगली गोभी के पत्तों को पीसकर उसका रस निकाल लें और बवासीर पर दिन में तीन से चार बार लगाएं। इसे लगाने से एक सप्ताह में ही बवासीर ठीक हो जाती है।
हड्डियों के ढांचे को लोहा-लाट बना देगी ये पीली सी दिखने वाली देसी चीज, हर हड्डी में भर देगी मजबूती
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है।पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.