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India News (इंडिया न्यूज़), Dementia Disease: इन दिनों प्रेसिडेंशियल इलेक्शन की चर्चा खूब जोरो से हो रही है। डिबेट में जो बाइडेन डोनाल्ड ट्रम्प के सामने ज्यादा टिक नहीं पाए। तब से कई तरह की बाते खबरों आ रही है। ऐसे में एक और चौंकाने वाला दावा विदेशी मीडिया के द्वारा किया जा रहा है। जिसमें कहा गया है कि बाइडेन एक खतरनाक बीमारी से जूझ रहे हैं। अमेरिकी रूढ़िवादी राजनीतिक टिप्पणीकार और लेखक टकर कार्लसन ने दावा किया कि राष्ट्रपति जो बिडेन को “मनोभ्रंश (Dementia) है”। इसमें भूलने की बीमारी और संवाद करने में कठिनाई जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। डिमेंशिया कई अंतर्निहित स्थितियों और मस्तिष्क विकारों का लक्षण है, जिसमें अल्जाइमर रोग भी शामिल है।
जानकारी के मुताबिक डिमेंशिया संचार और सोच को प्रभावित करने वाले लक्षणों के लिए एक सामान्य शब्द है। हालाँकि उम्र के साथ डिमेंशिया होने की संभावना बढ़ जाती है, लेकिन यह उम्र बढ़ने का एक सामान्य हिस्सा नहीं है। विशेषज्ञ इन्हें अल्जाइमर रोग और अल्जाइमर रोग से संबंधित डिमेंशिया कह सकते हैं।
डिमेंशिया के लक्षण व्यक्ति के प्रकार पर निर्भर करते हैं, लेकिन उनमें आम तौर पर ये शामिल होते हैं। इसमें याददाश्त की समस्याएँ, एक ही सवाल बार-बार पूछना, शब्दों को खोजने या समझने में कठिनाई होना, अपरिचित वातावरण में भ्रमित महसूस करना, पैसे और संख्याओं से निपटने में समस्याएँ, चिंता होना, योजना बनाने और कार्यों को पूरा करने में कठिनाई, मनोदशा में बदलाव, व्यक्तित्व और व्यवहार में बदलाव, नींद की गड़बड़ी, अनुचित चुटकुले बनाना, इसके अलावा यहीं लक्षण समय के साथ और गंभीर होते जाते हैं। व्यक्ति को कुछ लक्षण खुद दिख सकते हैं, लेकिन उनके परिवार के सदस्य या देखभाल करने वाले दूसरे लक्षणों को देख सकते हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक डिमेंशिया को मोटे तौर पर तीन चरणों में विभाजित करता है: प्रारंभिक, मध्य और देर से।
प्रारंभिक चरण
इस में ऐसा नहीं लग सकता है कि व्यक्ति को डिमेंशिया है। इसके अहम लक्षण में, अधिक भुलक्कड़ हो सकते हैं, समय का ध्यान नहीं रखना, परिचित स्थानों में खोया हुआ महसूस कर सकते हैं।
मध्य चरण
इस चरण में, लक्षण ज्यादा ध्यान देने योग्य हो जाते हैं और इसमें नाम और हाल की घटनाएँ भूल जाना, घर पर खोया हुआ महसूस करना, संवाद करने में कठिनाई, व्यवहार में बदलाव, बार-बार सवाल पूछना, व्यक्तिगत देखभाल में मदद की ज़रूरत पड़ना शामिल हैं।
अंतिम चरण
इस चरण में, व्यक्ति को पूर्णकालिक सहायता की जरूरत होती है, क्योंकि लक्षणों का प्रभाव आमतौर पर अधिक गंभीर हो जाता है। इसमें व्यक्ति यह नहीं जान पाता कि वह कहाँ है, समय का पता नहीं चल पाता, प्रियजनों को पहचानने में कठिनाई हो सकती है, चलने में कठिनाई हो सकती है इसके साथ ही व्यवहार में बदलाव का अनुभव हो सकता है, जिसमें आक्रामकता शामिल हो सकती है।
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