फैटी लिवर: क्या है यह?
फैटी लिवर बीमारी आमतौर पर दो तरह की होती है:
- अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (AFLD): यह ज्यादा शराब पीने के कारण होता है।
- नॉन-आल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD): यह शराब से नहीं, बल्कि अत्यधिक वसा, खराब आहार और शारीरिक गतिविधि की कमी के कारण होता है।
फैटी लिवर की समस्या में लीवर में वसा का जमाव होने लगता है, जिससे लीवर की कार्यक्षमता कम हो जाती है। समय रहते इसका इलाज न होने पर यह बीमारी गंभीर हो सकती है।
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लीवर की खराबी के सामान्य लक्षण
नीचे कुछ प्रमुख लक्षण दिए गए हैं, जो लीवर की खराबी या किसी समस्या का संकेत हो सकते हैं:
1. पेट में दर्द और सूजन
लीवर की खराबी का एक सामान्य लक्षण पेट में दर्द है। अगर आपका लीवर प्रभावित होता है, तो उसकी कार्यक्षमता कम हो जाती है और उसका आकार बढ़ने लगता है। इससे पेट में सूजन और दर्द हो सकता है। जैसे-जैसे समस्या बढ़ती है, दर्द भी अधिक गंभीर हो सकता है।
2. त्वचा पर खुजली और इरिटेशन
लीवर डैमेज होने पर आपकी त्वचा पर खुजली या रैशेज हो सकते हैं, खासकर रात के वक्त। यह लिवर में गड़बड़ी का संकेत हो सकता है, क्योंकि जब लीवर ठीक से काम नहीं करता है, तो शरीर में विषाक्त पदार्थों का जमाव हो सकता है, जो त्वचा पर खुजली और जलन का कारण बनता है। अगर आपको रात के समय त्वचा पर खुजली या रैशेज महसूस होते हैं, तो यह लक्षण गंभीर हो सकता है और इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
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3. जी मिचलाना और उल्टी
अगर आपको लगातार जी मिचलाना या उल्टी का अहसास हो, तो यह भी लीवर की खराबी का संकेत हो सकता है। लीवर की समस्याओं में मिचली और उल्टी एक सामान्य लक्षण होते हैं, क्योंकि शरीर में विषाक्त पदार्थों का सही तरीके से निस्तारण नहीं हो पाता। अगर रात में आपको ये समस्याएं हो रही हैं, तो बिना देरी किए डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है।
4. यूरिन का रंग बदलना
लीवर की खराबी से शरीर में बिलीरूबिन का स्तर बढ़ सकता है, जो यूरिन का रंग गाढ़ा पीला या भूरे रंग का बना सकता है। अगर आपको अपने यूरिन का रंग बदलता हुआ दिखाई दे, तो यह एक महत्वपूर्ण संकेत है कि आपका लीवर सही से काम नहीं कर रहा है। ऐसे में आपको तत्काल डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
5. पैरों में सूजन
अगर रात के समय आपके पैरों के निचले हिस्से में सूजन या अत्यधिक दर्द हो, तो यह भी लिवर से जुड़ी समस्या का संकेत हो सकता है। लीवर की समस्याओं से शरीर में तरल पदार्थ का संतुलन बिगड़ सकता है, जिसके कारण पैरों में सूजन और दर्द हो सकता है। इस स्थिति को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, और तुरंत चिकित्सक से जांच करवानी चाहिए।
फैटी लिवर से बचने के उपाय
लीवर की समस्याओं से बचने के लिए कुछ कदम उठाए जा सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- संतुलित आहार: फैटी लिवर को नियंत्रित करने के लिए स्वस्थ और संतुलित आहार जरूरी है। ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज, और कम वसा वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
- शराब का सेवन कम करें: शराब का अत्यधिक सेवन लीवर की क्षति का एक प्रमुख कारण है। शराब के सेवन को नियंत्रित करना या पूरी तरह से छोड़ना लीवर की सेहत के लिए अच्छा होगा।
- वजन को नियंत्रित रखें: ओवरवेट और मोटापा फैटी लिवर को बढ़ावा दे सकते हैं। नियमित शारीरिक गतिविधि और संतुलित आहार से वजन नियंत्रण में रखें।
- शारीरिक गतिविधि: नियमित व्यायाम या शारीरिक गतिविधि को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाएं। इससे शरीर के वसा स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है और लीवर पर दबाव कम होगा।
- पर्याप्त पानी पीएं: पानी शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे लीवर पर कम दबाव पड़ता है।
लीवर शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है, और इसके कार्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी का असर पूरे शरीर पर पड़ता है। लीवर के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए समय पर लक्षणों को पहचानना और उचित इलाज कराना जरूरी है। अगर आपको ऊपर बताए गए लक्षणों में से कोई भी समस्या हो रही हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और अपनी सेहत का ध्यान रखें।
Disclaimer: इंडिया न्यूज़ इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।