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इंडिया न्यूज (Newborn Baby Care Tips)
छोटे बच्चों की देखरेख करना काफी मुश्किल होता है। क्योंकि नवजात बच्चे अपनी परेशानी तो बता नहीं पाते हैं और न ही माता पिता उनकी परेशानी समझ पाते हैं, कि बच्चे को कब भूख लगी, कब शरीर में क्या तकलीफ है। वहीं सोते हुए बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग के लिए कैसे जगाया जाए ये माता पिता के सबसे ज्यादा मुश्किल काम होता है।
कई बार मां बच्चे को गहरी नींद में सोता देखा, उन्हें सोने के लिए छोड़ देती हैं और जागने के बाद दूध पिलाने के बारे में सोचती है लेकिन ऐसा करने से नवजात का स्वास्थ्य खराब हो सकता है इसलिए आप उन्हें नींद से जाकर फीडिंग जरूर करवानी चाहिए। इसके लिए आप कई तरीके अपना सकते हैं। तो चलिए जानते हैं ब्रेस्ट फीडिंग से जुड़ी कई बातें।
जब पहली बार बच्चे को मां गोद में ले, तभी दूध पिलाने की कोशिश करनी चाहिए। बच्चे को जन्म देने के बाद मां के शरीर में खास दूध बनता है, जिसे कोलोसट्रम कहते हैं। कहते हैं कि मां का दूध बच्चे को कई तरह के इंफेक्शन से सुरक्षित रखता है।
बच्चे को बार-बार दूध पिलाने से मां के ब्रेस्ट में दूध बनने लगता है। नवजात को एक दिन में 8 से 12 बार दूध पिलाया जा सकता है। भूख लगने पर बच्चा संकेत देता, जिसे मां को समझना होगा। वो भूख लगते ही अपने हाथ-पैर हिलाने लगेगा, मुंह खोलने लगेगा। ज्यादा भूख लगते ही बच्चा तेज रोने लगता है।
अगर मां नींद में है तो बच्चे को लेटकर दूध पिलाने से बचें। दूध पिलाते समय अगर परेशानी आ रही है तो पेशेंस रखें। ब्रेस्ट फीडिंग कराने में एक मां प्रैक्टिस से परफेक्ट बन सकती है।
जन्म के बाद दो-तीन महीने तक बच्चे कोलिक यानी उदरशूल से परेशान रहते हैं। कई बार नवजात लगातार रोते रहते हैं, इससे उनके पेट में दर्द होता है, इसे शूल यानी कोलिक कहते हैं। अगर कोई मां हेल्दी और सही तरीके से बच्चे को ब्रेस्ट फीड करा रही है। इसके बावजूद बच्चा 3 घंटे से ज्यादा रो रहा है तो समझें उसे कोलिक हो सकता है।
डाइट हेल्दी रखें, पत्तेदार सब्जियां लें, प्रोटीन रिच फूड लें। डॉक्टर की सलाह के बिना एक्स्ट्रा कैलोरी खाने में न लें। खूब सारा पानी पिएं, कॉफी, कोल्ड और एनर्जी ड्रिंक से दूर रहें। बच्चे को रेगुलर ब्रेस्ट फीड करें, टॉप फीड बिल्कुल न दें। ब्रेस्ट फीड के करवाते वक्त स्ट्रेस ज्यादा होता है, इससे बचें।
आराम जरूरी है क्योंकि सारे के सारे ब्रेस्ट फीडिंग हॉर्मोन ब्रेन से रिलीज होते हैं। कोई भी दवाई बिना डॉक्टर से पूछे न लें।
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