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Myths About Aging : उम्र बढ़ने के बारे में इन मिथकों पर नहीं करना चाहिए विश्वास

BY: Sameer Saini • LAST UPDATED : October 3, 2021, 10:12 am IST
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Myths About Aging : उम्र बढ़ने के बारे में इन मिथकों पर नहीं करना चाहिए विश्वास

Myths About Aging

Myths About Aging : विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक 2050 तक दुनिया की आबादी 60 साल से ज्यादा करीब 11 फीसद से बढ़कर 22 फीसद यानी दोगुनी हो जाएगी। इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए उम्र बढ़ने के साथ जुड़े कई मिथकों को दूर करना पहले के मुकाबले ज्यादा जरूरी हो जाता है। चिंता, बेचैनी, डिप्रेशन, चिड़चिड़ापन और याद का भूलना अक्सर उम्र बढ़ने के साथ जुड़ा हुआ है। उम्र बढ़ने के संकेत एक शख्स से दूसरे शख्स में अलग होते हैं। उम्र बढ़ने के बारे में कुछ मिथकों की अक्सर हमें याद दिलाई जाती है, जबकि उनमें कोई सच्चाई नहीं होती।

बुजुर्गों को व्यायाम में शामिल होने से बचना चाहिए (Myths About Aging)

सच्चई
ये बिल्कुल गलत है। किसी का नुकसान करने के लिए आप उसे सक्रिय रहने से रोक दें। ये सच है कि बुजुर्गों को चोट लग सकती है, लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि बुजुर्ग किसी शारीरिक गतिविधि में शामिल नहीं हो सकते। ऐसा करने से उम्रदराज लोग बीमार और जीवन के बारे में ज्यादा निराशा महसूस करेंगे। हल्का व्यायाम, सुबह और शाम में अपनी उम्र वालों के साथ टहलना और योग करना ये सभी एक्टिव और फिट रहने में उनकी मदद कर सकते हैं।

उम्रदराज लोगों को कम नींद की जरूरत होती है (Myths About Aging)

सच्चाई
हम सभी जानते हैं कि नींद दिमाग को आराम और फिर से सक्रिय और जीवित करने की प्रक्रिया है। इसलिए, अगर आप युवा वयस्क या बुजुर्ग व्यस्क हैं, तो आपको 6-8 घंटे की नींद की हर दिन जरूरत होगी। उससे कम कुछ भी आपके दिमाग और शरीर को गैर जरूरी तनाव और थकान के जरिए जोखिम में डाल देगी। लिहाजा, बावजूद अपनी उम्र के, पर्याप्त नींद लें और बिस्तर पर जल्दी जाने और सूर्य की रोशनी निकलते वक्त उठने के मंत्र का पालन करें।

बुजुर्गों के बीच डिप्रेशन आम तौर पर पाया जाता है (Myths About Aging)

सच्चाई
ये गलतफहमी और गलत जानकारी पर आधारित है कि डिप्रेशन बुजुर्गों के बीच आम है। डिप्रेशन, चिंता और तनाव ये सभी इस बात के संकेत हैं कि आपके अंदर या आपके साथ कुछ गलत हो रहा है। इसलिए, अगर आप अपने घर में दादा-दादी, नाना-नानी में से किसी को इन लक्षणों का सामना करना पड़ता है, तो उसे खारिज करने के बजाए कि ये कोई उम्र संबंधी मुद्दा है, उनसे बात करने की कोशिश करें और जानें कि उनको आखिर परेशानी क्या है और कैसे मदद की जा सकती है। हो सकता हो कि उनकी तन्हाई उसे प्रेरित कर रही हो, इसलिए उसके जरिए मामले को हल करने की कोशिश करें। (Myths About Aging)

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सुझाव केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी फिटनेस व्यवस्था या चिकित्सकीय सलाह शुरू करने से पहले कृपया डॉक्टर से सलाह लें।

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