संबंधित खबरें
कच्चा हरा प्याज खाने से शरीर की ये 6 आम बीमारियां भगती हैं कोसो दूर, नाम जानकर आप भी रह जाएंगे हैरान
अगर आप भी सर्दियों में खूब पीते हैं चाय या कॉफ़ी तो जान लें इससे होने वाले 5 भारी नुकसान
देसी चीज़ों से ठीक हो गया स्टेज 4 का कैंसर? सिद्धू की बीवी के शॉकिंग दावों पे क्या बोले डॉक्टर…सच्चाई सुनकर लगेगा झटका
300 पार शुगर को खत्म कर देगा ये हरा पत्ता? खाना नहीं है…बस 15 दिनों तक करें ये काम
बादाम कैसे शरीर में जाकर बन जाता है जहर? खाने से पहले जान लें ये बातें…वरना पछताना पड़ेगा
डायबिटीज के मरीजों के लिए साइलेंट किलर है ये चीज, पता भी नहीं चलता कब आ खड़ी होती है मौत!
Nausea Medicine : मतली के खिलाफ इस्तेमाल की जाने वाली दवा से कैंसर रोगियों को लंबे समय तक जीवित रहने की संभावना पैदा हुई है। शोधकर्ताओं का कहना है ब्रेस्ट, पैंक्रियाज और दूसरे प्रकार के कैंसर से पीड़ित रोगियों को अगर सर्जरी के दौरान दवा दी जाए तो बड़ा फायदा पहुंच सकता है। रिसर्च से संकेत मिला कि कैंसर की सर्जरी के तीन महीनों बाद दवा इस्तेमाल करने वालों के मुकाबले डेक्सामेथासोन नहीं लेनेवाले तीन गुना से ज्यादा मरीजों की मौत हो गई। (Nausea Medicine)
हार्वर्ड मेडिकल स्कूल बोस्टन के शोधकर्ता मैक्समिलियन शफेर ने कहा कि डेक्सामेथासोन का सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव होता है। ये कैंसर के विकास को रोकता है, लेकिन इम्यून सिस्टम को भी दबाता है। कीमोथेरेपी के दौरान या सर्जरी के बाद उल्टी और मतली को रोकने के लिए मरीजों को दवा दी जाती है। शोधकर्ताओं का कहना है कि नन इम्यूनोजेनिक कैंसर जैसे सार्कोमा और ब्रेस्ट, यूट्रस, ओवरी, पैंक्रियाज, थायराइड, हड्डी और जोड़ के कैंसर पीड़ितों में डेक्सामेथासोन मध्य से लंबी अवधि के नतीजों को सुधार सकती है। (Nausea Medicine)
रिसर्च के लिए शोधकर्ताओं ने 74,058 मरीजों के रिकॉर्ड का विश्लेषण किया। 2005 और 2020 के बीच इजरायल और 2007 और 2015 के बीच मैसाचुसेट्स जनरल अस्पताल बोस्टन में उनकी नन इम्यूनोजेनिक कैंसर के ट्यूमर को हटाने के लिए सर्जरी की गई थी।
कुल 25,178 (34 फीसद) मरीजों को सर्जरी के दौरान डेक्सामेथासोन का इस्तेमाल कराया गया। 90 दिनों बाद 209 (0.83 फीसद) डेक्सामेथासोन लेनेवाले मरीजों की मौत हो गई। नतीजे से पता चला कि डेक्सामेथासोन समेत कई फैक्टर को ध्यान में रखते हुए दवा लेने वालों को सर्जरी के बाद एक साल के अंदर मरने का 21 फीसद जोखिम कम होता है।
दूसरे विश्लेषण में डेक्सामेथासोन खास तौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद साबित हुई जिनको ओवरी, यूट्रस का कैंसर था। शफेर ने बताया कि हमारे डेटा के आधार पर एनेस्थिसियोलॉजिस्ट को नन इम्यूनोजेनिक कैंसर के ऑपरेशन से गुजरने वाले रोगियों को डेक्सामेथासोन देने में अधिक आत्मविश्वास महसूस करना चाहिए। ये न सिर्फ मतली में मदद करती है बल्कि इसका नतीजा बेहतर जीवित रहने में भी हो सकता है।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सुझाव केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी फिटनेस व्यवस्था या चिकित्सकीय सलाह शुरू करने से पहले कृपया डॉक्टर से सलाह लें।
Read More: Symptoms of Osteoarthritis : आपकी हड्डियों से भी आती है टकराने की आवाज, ना करें इग्नोर
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.