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Turmeric Treats High Uric Acid Research: गठिया या जोड़ों का दर्द बेहद खराब बीमारी है। गठिया में व्यक्ति के जीवन की गुणवत्ता बहुत खराब हो जाती है। गठिया की बीमारी हाई यूरिक एसिड का वजह से होती है। अब एक अध्ययन में कहा गया है कि हल्दी में मौजूद करक्यूमिन यूरिक एसिड को कम करने में बहुत मददगार है। दरअसल, शरीर में कुदरती रूप से प्यूरिन के टूटने से यूरिक एसिड बनता है। इसके अलावा कुछ फूड आइटम में प्यूरिन की मात्रा ज्यादा होती है।
बता दें कि ज्यादातर यूरिक एसिड किडनी से होते हुए पेशाब के रास्ते शरीर से बाहर निकल जाता है। लेकिन जब जरूरत से ज्यादा प्यूरिन शरीर में बनने लगे तो किडनी इसे बाहर निकालने में सक्षम नहीं हो पाती है। इस स्थिति में हाइपरयूरिसीमिया (Hyperuricemia) हो जाता है, जिससे कई तरह की परेशानियां बढ़ जाती है।
जानकारी के अनुसार, शरीर में ज्यादा यूरिक एसिड होने से सबसे ज्यादा अर्थराइटिस की बीमारी होती है। इससे जोडो़ं में बेपनाह दर्द होने लगता है। इसके अलावा हड्डियों से संबंधित कई बीमारियां हो जाती है। वहीं, यूरिक एसिड ज्यादा होने से किडनी स्टोन की समस्या भी बन सकती है। शरीर में यूरिक एसिड लेवल को कंट्रोल करना बहुत जरूरी है। अगर समय रहते इसपर काबू नहीं पाया गया तो समस्या अधिक बढ़ जाती है। एक सामान्य व्यक्ति में 3.5 से 7.2 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर में यूरिक एसिड होना चाहिए। इससे ज्यादा होने पर अर्थराइटिस हो जाता है।
अमेरिकन लाइब्रेरी ऑफ मेडिसीन की वेबसाइट पबमेडके मुताबिक हल्दी गठिया की बीमारी में बेहद कारगर साबित हो सकती है। शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में गठिया की बीमारी में हल्दी के प्रभाव का आकलन किया। अध्ययन में पाया गया कि हल्दी में मौजूद करक्यूमिन कंपाउंड गठिया में सूजन को कम करता है। अध्ययन के मुताबिक बताया गया कि सूजन को बढ़ाने वाले कारक को करक्यूमिन खत्म करने में कारगर है। इसके साथ ही करक्यूमिन आईकेबीए नामक प्रोटीन का दबा देता है। इसी प्रोटीन के कारण सेल्स में माइटोकॉन्ड्रिया डैमेज हो जाता है और वह सूजन का कारण बनता है।
गठिया के दर्द से निजात के लिए लहसुन, अदरक, फूलगोभी, साइट्रस फ्रूट, सेब, मछली आदि का सेवन करना चाहिए।
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