PCOS: पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम एक हार्मोनल डिसऑर्डर है जो आमतौर पर महिलाओं में पाया जाता है। देश में हर 5 में से 1 महिला इस बीमारी की शिकार हैं। ये महिला की प्रजनन क्षमता को भी प्रभावित करता है। हालांकि इस बामारी का कोई इलाज नहीं है। आप इस बीमारी को हेल्दी लाइफस्टाइल और वजन पर नियंत्रित कर कंट्रोल में रख सकते हैं। पीसीओएस में वजन घटाना कोई आसान काम नहीं होता है। शरीर में हार्मोनल बदलाव होने के कारण मेटाबॉलिज्म, इंसुलिन रेजिस्टेंट और बीएमआई प्रभावित होता है। इस बीमारी में आपका वजन को कंट्रोल में रखना होता है वरना समस्याएं अधिक बढ़ सकती हैं। आइए जानते हैं आप स्वस्थ जीवनशैली के साथ कैसे वजन घटा सकती हैं। इसके अलावा आपके आहार में कौन से पोषक तत्व शामिल होने चाहिए ताकि आपका वजन कंट्रोल में रहें।
पीसीओएस से पीड़ित महिलाएं अक्सर अपनी डाइट में फाइबर को शामिल नहीं करती हैं। फाइबर युक्त चीजें पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद करता है। इसका सेवन करने से हार्मोन बेहतर तरीके से काम करते हैं। अपने आहार में फाइबर युक्त फ्रूट्स, वेजिटेबल, अनाज को शामिल करें।
सभी पोषक तत्वों में प्रोटीन सबसे ज्यादा जरूरी है। ये आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। प्रोटीन वजन घटाने में मदद करता है। इसके अलावा भूख को लंबे समय तक शांत रखता है और मसल्स को बनाने में मदद करता है। इसके अलावा शुगर की क्रेविंग को भी कम करता है और डाइट में कार्ब्स और फाइबर की अच्छी मात्रा होनी चाहिए।
Also Read : Cancer मरीज की इम्यूनिटी मजबूत होने से थोड़ी आसान हो जाती है सर्जरी
पीसीओएस के मरीज को बढ़ते वजन को कम करने के लिए अपनी डाइट में कम मात्रा में नियमित रूप से आहार वाली चीजों का सेवन करना चाहिए। हमेशा नियमित मात्रा में खाने से वजन घटाने में मदद मिलती है। इसके अलावा अपनी डाइट में पोषक तत्व को शामिल करें।
आपके बढ़ते वजन का सबसे बड़ा दुश्मन चीनी होता है। पीसीओएस के मरीजों में टाइप 2 डायबिटीज और इंसुलिन रेजिस्टेंट के लक्षणों को बढ़ावा देता है। इसलिए अपनी डाइट में चीनी और रिफाइंड शुगर का मात्रा को कम कर दें। आप इसकी बजाय शहद, गुड़, स्टीविया और अन्य फ्रूट्स को शामिल कर सकते है जिसमें प्राकृतिक रूप से मिठास होती है।
शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए रोजाना एक्सरसाइज करें। कुछ वर्कआउट को करने से पीसीओएस के मरीजों को फायदा मिलता है और वजन भी घटता है। अगर आप घटाना चाहते हैं तो स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करें। एचआईआईटी और मसल्स ट्रेनिंग वजन घटाने के साथ– साथ इंसुलिन रजिस्टेंट को भी बढ़ाने में मदद करता है।
पीसीओएस के मरीजों को डायरी और ग्लूटेन वाली चीजों को कम मात्रा में खाना चाहिए। इसमें एस्ट्रोजन और फाइबर की भरपूर मात्रा होती है जो आपके इंसुलिन रेजिस्टेंट को कम करने में मदद करता है।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सुझाव केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी फिटनेस व्यवस्था या चिकित्सकीय सलाह शुरू करने से पहले कृपया डॉक्टर से सलाह लें।
Facts About Rudraksh: शव यात्रा पर जाते समय रुद्राक्ष नहीं पहनना चाहिए।
India News (इंडिया न्यूज), Delhi Metro VIDEO: दिल्ली मेट्रो में यात्रियों के बीच सीट को…
Vinod Kambli: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी विनोद कांबली की तबीयत एक बार फिर…
India News (इंडिया न्यूज), BPSC Protest: पटना के गर्दनीबाग में बीपीएससी (बिहार लोक सेवा आयोग)…
India News (इंडिया न्यूज),CG Anganwadi Crime: छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका…
India News (इंडिया न्यूज), Vasundhara Raje pm modi meeting: भजनलाल सरकार के मंत्रिमंडल में फेरबदल…