होम / अगर आप भी बवासीर से हो गए हैं परेशान, तो आज से ही चबाना शुरू कर दें ये 5 पत्ते, एक झटके में बाहर आ जाएगी सारी गंदगी!

अगर आप भी बवासीर से हो गए हैं परेशान, तो आज से ही चबाना शुरू कर दें ये 5 पत्ते, एक झटके में बाहर आ जाएगी सारी गंदगी!

Preeti Pandey • LAST UPDATED : October 26, 2024, 9:03 am IST
ADVERTISEMENT
अगर आप भी बवासीर से हो गए हैं परेशान, तो आज से ही चबाना शुरू कर दें ये 5 पत्ते, एक झटके में बाहर आ जाएगी सारी गंदगी!

Leaves for Piles अगर आप भी बवासीर से हो गए हैं परेशान, तो आज से ही चबाना शुरू कर दें ये 5 पत्ते

India News (इंडिया न्यूज), Leaves for Piles: पहाड़ों में कई औषधीय पौधे मौजूद हैं। इनके इस्तेमाल से कई बीमारियों का इलाज किया जा सकता है। इसी तरह आयुर्वेद के अनुसार पांच ऐसे पत्ते हैं। जिनके सेवन से बिना सर्जरी के बवासीर का इलाज संभव है। लोकल 18 से बात करते हुए आयुर्वेदिक डॉक्टर ऐजल पटेल कहते हैं कि मूली, हल्दी, एलोवेरा, तुलसी और नीम के पत्तों का सेवन कर बवासीर का आयुर्वेदिक इलाज किया जा सकता है। हल्दी में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन को कम करते हैं। मूली में फाइबर की प्रचुर मात्रा पाचन तंत्र को ठीक करती है। एलोवेरा जलन को कम करने में मददगार है। तुलसी कब्ज से राहत दिलाती है। नीम के पत्तों में मौजूद एनाल्जेसिक गुण किडनी को साफ करते हैं।

तुलसी के पत्तों के फायदे

तुलसी के पत्तों में सूजनरोधी और जीवाणुरोधी गुण होते हैं। यह पाचन में सुधार और कब्ज को कम करने में मदद करता है। इसके सेवन से दर्द और सूजन कम होती है। तुलसी के पत्तों के रस और शहद के मिश्रण का नियमित सेवन बवासीर के इलाज में मददगार है।

एलोवेरा के पत्तों के फायदे

एलोवेरा के पत्तों में सुखदायक और सूजनरोधी गुण होते हैं। यह जलन को कम करने में मददगार है। एलोवेरा के ताजे पत्तों से जेल निकाला जा सकता है और प्रभावित जगह पर लगाया जा सकता है। आंतरिक उपचार के लिए एलोवेरा के जूस का सेवन किया जा सकता है।

हल्दी के पत्तों के फायदे

हल्दी में सूजन-रोधी गुण होते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं, जो सूजन को कम करने में मदद करते हैं। यह पाचन स्वास्थ्य को भी बढ़ावा देता है। हल्दी के ताजे पत्तों को पीसकर बाहरी हिस्से पर पेस्ट के रूप में लगाया जा सकता है। आंतरिक लाभों के लिए, आप हल्दी को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं और हल्दी वाली चाय का सेवन कर सकते हैं।

शरीर में दिखने वाले इन 8 लक्षणों को क्या आप भी कर रहे है इग्नोर? सावधान Diabetes को न्योता दे रही है आपकी ये भूल!

मूली के पत्तों के फायदे

फाइबर से भरपूर मूली के पत्ते आंतों की कार्यप्रणाली को बढ़ावा देते हैं। इसके सूजन-रोधी गुण बवासीर के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं। आंतरिक लाभों के लिए, आप सलाद में मूली के पत्तों को शामिल कर सकते हैं, या इसके रस का सेवन कर सकते हैं।

नीम के पत्तों के फायदे

नीम के पत्तों में सूजन-रोधी और दर्द निवारक गुण होते हैं। इनमें सूजन और बेचैनी को कम करने की क्षमता होती है। इसे पानी में उबालकर इसके ठंडे घोल का सेवन करने से गुदा साफ हो जाता है। नीम के पत्तों के रस का सेवन करने से आंतरिक लाभ मिलते हैं। जिससे बवासीर की जड़ खत्म हो जाती है।

पेट में दिखाई दे ये 5 लक्षण तो समझ जाएं पनप रहा है जानलेवा कैंसर, बिना देरी के करवाएं चैकअप

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है।पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT