संबंधित खबरें
नसों में जम रहा है खून, बढ़ रहा है फेफड़े का खतरा, बचाना चाहते हैं खुद को तो आज से ही हो जाएं सावधान!
सड़े- गले लिवर को फिर से जिंदा कर देगी ये चमत्कारी ड्रींक्स, फिर से जवान हो जाएगा शरीर का ये चमत्कारी अंग!
हार्ट की नली में बलगम की तरह जम गई है गंदगी, नही चल रहा पता? बस ये 3 चीज कर देंगी आपके दिल का पर्दा फाश!
भरे कचरे से पक कर गलने लगा है लिवर, कर लें उपाय झमाझम पचने लगेगा खाना, कभी नही होगी कोई परेशानी!
सड़ने लगी है किडनी, कोने-कोने में जम गया है मैल? अनहोनी होने पहले हो जाएं सावधान, वरना होगा ऐसा हाल!
सालों से आंतों में जमी गंदगी ने घेर लिया है आपको? शुरू कर दें इन 3 चीजों का खान-पान, बच जाएगी जान!
Symptoms of Vitamin D Deficiency जीभ ना केवल स्वाद का आभास कराती है बल्कि सेहत से जुड़े कई राज को भी बयां करती है। जी हां जीभ के रंग के आधार पर आप पता लगा सकते हैं कि आपकी सेहत दुरुस्त है या नहीं। इतना ही नहीं यह विटामिन डी और विटामिन सी की कमी को भी दर्शाती है। विटामिन सी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में मदद करता है और साथ ही विटामिन डी हड्डियों को मजबूत बनाने के साथ गंभीर बीमारियों के संक्रमण से दूर रखने में कारगार होता है। यह शरीर में कैल्शियम के स्तर को नियंत्रित करता है, जो तंत्रिका तंत्र को मजबूत बनाने के लिए जरूरी होता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि कोरोना वायरस के भयावह लक्षण को कम करने और इसे मात देने में विटामिन डी मददगार साबित हो सकता है।
हाल ही में हुए एक सर्वे के मुताबिक भारत में करीब 80 फीसदी लोग विटामिन डी की कमी से ग्रस्त हैं। विटामिन डी की कमी से शरीर में सूजन होने लगती है। जब शरीर को धूप नहीं मिलती तो विटामिन डी बनाने वाले तत्व कोलेस्ट्रॉल में परिवर्तित हो जाते हैं। इससे साइटोकिन्स में वृद्धि होती है और निमोनिया का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही यह सांस संबंधी बीमारियों को भी दावत देता है। मोटापे और डायबिटीज से ग्रस्त लोगों में विटामिन डी की कमी अधिक देखी जाती है।
साल 2017 में ‘डिपार्टमेंट ऑफ डर्मेटोलॉजी’ मायो क्लीनिक रोचेस्टर द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार बर्निंग माउथ सिंड्रोम (बीएमएस) के लक्षण वाले रोगियों में विटामिन डी की कमी अधिक देखी गई। इन लोगों में विटामिन बी6, विटामिन बी1, विटामिन बी12, आयरन और फोलिक एसिड की भी कमी पाई गई। बर्निंग माउथ सिंड्रोम यानि मुंह में जलन की समस्या को ग्लॉसोडिनिया के नाम से भी जाना जाता है। इस स्थिति में में जीभ, होंठ, तालु और पूरे मुंह में तेज जलन महसूस होता है। तथा इस समस्या के पीछे कई अन्य बीमारियां छुपी होती हैं।
Read Also : How To Avoid Heart Attack And Stroke कॉम्बिनेशन थेरेपी से हार्ट अटैक व स्ट्रोक का जोखिम हो सकता है कम
विटामिन डी के लक्षणों को समझने के बाद तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें। तथा यह सुनिश्चित करें की आपको विटामिन डी की कमी है या नहीं। इसके लिए आपको स्क्रीनिंग फॉर फास्टिंग ब्लड ग्लूकोज, विटामिन डी, विटामिन बी6, जिंक, विटामिन बी1 और टीएसएच का टेस्ट करवाना चाहिए।
विटामिन डी का मुख्य स्रोत धूप होता है, ऐसे में रोजाना सुबह धूप लें। इससे काफी हद तक विटामिन डी की कमी को पूरा करने में मदद मिलती है। एक अध्ययन के मुताबिक माउथ बर्निंग यानी मुंह में जलन की समस्या से पीड़ित लोगों को विटामिन डी की दवा देने से केवल 14 दिनों में इससे राहत मिली है। ऐसे में आइए जानते हैं कि एक दिन में कितना विटामिन डी आपको लेना चाहिए।
एक वर्ष से कम के बच्चों के लिए एक दिन में 400आईयू। एक वर्ष से अधिक के बच्चों, किशोरों और 70 वर्ष की आयु तक के लोगों के लिए 600आईयू। 71 वर्ष से अधिक के लोगों और गर्भवती महिलाओं के लिए 800आईयू।
विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए धूप लेना सबसे कारगर उपाय है। इसके लिए आपको सप्ताह में दो से तीन दिन 10 से 15 मिनट तक धूप को अवशोषित करने की आवश्यकता होती है। यह गंभीर बीमारियों से निजात दिलाने और इनके संक्रमण से दूर रखने में कारगर होता है।
(Symptoms of Vitamin D Deficiency)
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.