India News (इंडिया न्यूज), Sign Of Oral Cancer: गले और मुंह का कैंसर (ओरल कैंसर) सिर से गले तक के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकता है। इस प्रकार के कैंसर की पहचान और समय रहते इलाज संभव है, लेकिन इसके लिए शुरुआती लक्षणों को पहचानना और सतर्क रहना आवश्यक है।
गले और मुंह के कैंसर के लक्षण
- गांठ या मस्सा:
- गले में किसी भी हिस्से में उभार, मस्सा या गांठ हो तो यह कैंसर का शुरुआती संकेत हो सकता है।
- गांठ लगातार बढ़े या दर्द करे तो इसे नजरअंदाज न करें।
- मुंह में घाव:
- छाले या घाव अगर लंबे समय तक ठीक न हों तो यह खतरे का संकेत है।
- ऐसे घावों को तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
- कफ में खून:
- खांसी के दौरान खून आना कैंसर का लक्षण हो सकता है।
- जल्द से जल्द इसकी जांच कराएं।
- दांतों का ढीलापन:
- अगर दांत बिना किसी वजह के कमजोर या ढीले हो जाएं, तो यह ओरल कैंसर का लक्षण हो सकता है।
- आवाज में भारीपन:
- बिना किसी सर्दी के आवाज भारी हो या लगातार भारीपन बना रहे तो यह गले के कैंसर की ओर संकेत कर सकता है।
- खाने या निगलने में दर्द:
- निगलने में कठिनाई या दर्द हो तो इसे भी नजरअंदाज न करें।
गले और मुंह के कैंसर के कारण
- स्मोकिंग और तंबाकू उत्पाद:
- बीड़ी, सिगरेट, गुटखा और तंबाकू का सेवन इस कैंसर के मुख्य कारण हैं।
- अल्कोहल:
- अत्यधिक शराब का सेवन जोखिम बढ़ा सकता है।
- ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (HPV):
- यह वायरस गले और मुंह के कैंसर का एक कारण है, खासतौर पर असुरक्षित यौन संबंधों के दौरान।
- पर्यावरणीय कारण:
- प्रदूषण और हानिकारक रसायनों के संपर्क में आना।
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गले और मुंह के कैंसर से बचाव के तरीके
- तंबाकू और गुटखा से बचें:
- किसी भी प्रकार के तंबाकू उत्पाद का सेवन न करें।
- सुपारी भी कैंसर का कारण बन सकती है।
- शराब का सेवन न करें:
- शराब पीने की आदत को छोड़ें।
- सुरक्षित यौन संबंध बनाएं:
- ओरल संबंध के दौरान सावधानी बरतें ताकि ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (HPV) से बचा जा सके।
- संतुलित आहार और स्वच्छता:
- पोषणयुक्त आहार लें और नियमित रूप से दांतों और मुंह की सफाई करें।
- स्वास्थ्य जांच:
- नियमित रूप से डॉक्टर से जांच कराएं, खासकर यदि लक्षण दिखें।
गले और मुंह का कैंसर गंभीर लेकिन शुरुआती अवस्था में पहचान और इलाज योग्य है। तंबाकू, गुटखा और अल्कोहल से दूर रहना, और जीवनशैली में सुधार इसे रोकने में मदद कर सकता है। शरीर में छोटे-छोटे बदलावों को नजरअंदाज न करें और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से परामर्श लें।