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Tips To Protect Eyes : त्वचा के साथ-साथ आंखों के लिए भी नुकसानदायक है धूप

Rahul Dev Sharma • LAST UPDATED : March 23, 2022, 7:28 pm IST

 इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली।

Tips To Protect Eyes : आपकी त्वचा की तरह आंखों को भी धूप से सुरक्षा की जरूरत पड़ती है। यूवी विकिरण, चाहे सूर्य के प्रकाश से हों या कृत्रिम उपकरणों से निकलने वाली किरणों से, ये आंख की सतह के ऊतकों के साथ-साथ कॉर्निया और लेंस को भी हानि पहुंचा सकते हैं। इसीलिए आंखों को धूप से सुरक्षित रखना बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं धूप से आंखों को कैसे पहुंचता है नुकसान। इससे बचने के क्या हैं उपाए।

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(Tips To Protect Eyes: Along with the skin, the sun is also harmful for the eyes.)

दोपहर के समय सूरज की रोशनी सबसे तेज होती है जो कॉर्निया को नुकसान पहुंचा सकती है। ऊंचाई पर पराबैंगनी किरणें बर्फ से परावर्तित होकर आंखों को नुकसान पहुंचाती हैं। रेत की सतह पर पड़ने वाली पराबैंगनी किरणें भी कॉर्निया को प्रभावित कर सकती हैं। धूप से फोटोकेराटाइटिस हो सकती है, जिसमें आंखों में लालिमा, नजर में धुंधलापन, प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता और आंखों में हल्का दर्द हो सकता है।

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लैंस में रोग पैदा करता है (causes disease in the lens)

धूप के दुष्प्रभाव में मोतियाबिंद (Cataracts) भी शामिल है। अधिकांशत: मोतियाबिंद बुढ़ापे के परिणामस्वरूप होता है पर सूरज की घातक यूवी किरणों से यह समस्या कम उम्र के लोगों में भी हो सकती है। इसमें आंखों का लेंस धुंधला हो जाता है। देर तक धूप में रहने से कोर्टियल कैटरेक्ट का जोखिम दोगुना हो जाता है। हालांकि मोतियाबिंद और आंखों के कैंसर को विकसित होने में वर्षों लग सकते हैं।

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आंखों के सफेद भाग और पुतली पर असर (Effect on the white part of the eye and the pupil)

लंबे समय तक सूरज के संपर्क में रहने के कारण टेरिजियम (terizium) हो सकता है, जिसे नाखूना भी कहते हैं। यह आंखों के सफेद हिस्से और पुतली को प्रभावित करता है। इसमें आंखों में धीरे-धीरे सफेदी वाली संरचना फीकी पड़ जाती है। आमतौर पर यह समस्या दोपहर के समय सूर्य की किरणों के बीच लंबा समय बिताने से होती है।
यूवी प्रकाश के दीर्घावधिक संपर्क से मैकुलर डिजनरेशन होने का खतरा रहता है, जो रेटिना को नुकसान पहुंचाता है और उम्र से संबंधित अंधेपन का प्रमुख कारण भी है।

त्वचा को क्या नुकसान? (What is the damage to the skin?)

ऑक्युलर स्किन कैंसर जो कि कैंसर का एक प्रकार है, आंखों से ही शुरू होता है। यूवी किरणें त्वचा में मेलानिन का स्तर बढ़ा देती हैं, जिससे त्वचा का रंग गहरा होने लगता है। यह कालापन स्किन कैंसर की भी वजह बन सकता है। धूप का चश्मा पहनकर इससे बच सकते हैं।

कैसे धूप से आंखों को बचाएं? (How to protect eyes from sun?)

सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक सीधे सूर्य की रोशनी के संपर्क में आने से बचें। हमेशा 100 फीसदी यूवी या यूवी-400 सुरक्षा देने वाला धूप का चश्मा पहनें। चश्मे का आकार बड़ा हो और अच्छी गुणवत्ता का हो इसका ध्यान रखें। हल्के रंग का चश्मा धूप से आंखों का बचाव ठीक से नहीं कर पाता। न्यूट्रल ग्रे, एंबर, भूरे और हरे रंगों वाले सनग्लासेज का चयन करना उचित है। चश्मे के साथ चौड़ी टोपी भी पहनें ताकि आंखों के आसपास का हिस्सा धूप से बचाया जा सके।

(Tips To Protect Eyes: Along with the skin, the sun is also harmful for the eyes.)

कभी भी सीधे सूर्य की ओर नहीं देखना चाहिए। ग्रहण के दौरान सूरज को सीधे देखना आंखों के रेटिना को नुकसान पहुंचा सकता है। फोटोक्रोमेटिक लेंस पहनें, जो सूरज की रोशनी में अपने आप काले पड़ जाते हैं। अधिक सुरक्षा के लिए रैपराउंड फ्रेम वाला धूप का चश्मा पहनें क्योंकि यह नियमित फ्रेम की तुलना में सूरज के अधिक प्रकाश को रोकता है।

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