India News (इंडिया न्यूज़), Triphala Powder: आजकल हमारा खानपान हमारे बिज़ी लाइफस्टाइल के चलते काफी बिगड़ता जा रहा हैं। जिसकी वजह से हम हमारे शरीर की ऊर्जा, शक्ति बिल्कुल खोते जा रहे हैं। व्यक्ति अपने काम के चलते अपने शरीर का ध्यान रखना तो मानो जैसे भूल ही चूका हैं ऐसे में इंसान अनेको बिमारियों की चपेट में आ बैठता हैं।आयुर्वेद में शरीर को शुद्ध और स्वस्थ रखने के लिए कई प्रकार के उपचार और चूर्ण उपलब्ध हैं। नसों-नलियों में जमने वाले गंदे पदार्थों को दूर करने के लिए भी कई आयुर्वेदिक उपाय सुझाए गए हैं।
एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक चूर्ण है “त्रिफला चूर्ण”। त्रिफला चूर्ण तीन फलों – हरड़, बहेड़ा और आंवला – से बनता है और यह डिटॉक्सिफिकेशन में अत्यधिक प्रभावी माना जाता है।
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डिटॉक्सिफिकेशन: यह चूर्ण शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।
पाचन में सुधार: यह पाचन तंत्र को मजबूत करता है और कब्ज की समस्या को दूर करता है।
रक्त संचार में सुधार: यह रक्त संचार को बेहतर बनाता है और नसों में जमी गंदगी को दूर करता है।
प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत बनाना: इसका नियमित सेवन शरीर की प्रतिरक्षा क्षमता को बढ़ाता है।
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रात में सोने से पहले एक चम्मच त्रिफला चूर्ण को गुनगुने पानी के साथ लेने से अच्छे परिणाम मिलते हैं।
इसका सेवन शुरू करने से पहले किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श अवश्य लें, ताकि आपको सही मात्रा और विधि की जानकारी मिल सके।
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