संबंधित खबरें
फैटी लिवर ने कर दिया है परेशान, और दुगनी बढ़ गई है समस्या तो आज ही खाने-पीने की इन चीजों से कर दें अलविदा!
किडनी फेल होने से पहले शरीर पे दीखते हैं ये 6 लक्षण, बात हाथ से निकलने से पहले कर लें ये काम!
Skin Care Tips: इन 3 तरीकों से रोक सकते हैं बढ़ती उम्र, चेहरे से गायब हो जाएंगी झुर्रियां
पुरुषों के स्पर्म काउंट से लेकर फर्टिलिटी तक, सभी परेशानी होंगी दूर, बस करना होगा इस हरे रंग की चीज का सेवन
हार्ट की बंद पड़ी नसों को खोलने के लिए पानी में उबालकर पीएं ये 2 चीजें, जमी गंदगी को तुरंत पिघलाकर करेगा बाहर
चेहरा खराब कर देते हैं किडनी फेलियर के ये 4 भयंकर लक्षण, समय से पहले करवा लें जांच वरना झेलनी पड़ सकती है बड़ी परेशानी
India News (इंडिया न्यूज़), Stone Breaker Leaves: यूरिक एसिड के जमा होने के कारण आजकल बहुत से लोगों को जोड़ों के दर्द की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। जब शरीर में यूरिक एसिड का स्तर सामान्य से अधिक बढ़ने लगता है, तो यह क्रिस्टल के रूप में हमारे जोड़ों में जमा होने लगता है, जिससे जोड़ों में सूजन और दर्द होने लगता है। अगर आप इस समस्या का प्राकृतिक तरीके से समाधान करना चाहते हैं, तो पत्थरचट्टा का सेवन बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है।
पत्थरचट्टा एक हर्बल पौधा है, जिसका इस्तेमाल आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा में कई बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है। आइए जानते हैं पत्थरचट्टा के पत्तों के फायदे और इसका सेवन कैसे किया जा सकता है। साथ ही इसका सेवन करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
पत्थरचट्टा को हिंदी में अमृत पत्र भी कहा जाता है। यह एक ऐसा पौधा है जिसकी पत्तियों में औषधीय गुण होते हैं। पत्थरचट्टा किडनी की पथरी, सूजन और शरीर में यूरिक एसिड के इलाज में मददगार माना जाता है। इसकी पत्तियों में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट और मूत्रवर्धक गुण पाए जाते हैं।
जब हमारे शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने लगता है, तो यह क्रिस्टल के रूप में हमारे जोड़ों में जमा होने लगता है। धीरे-धीरे यह गठिया का रूप ले सकता है। गठिया के कारण उठना, बैठना और चलना मुश्किल हो जाता है। अगर इसका समय पर इलाज न किया जाए, तो यह बीमारी स्थायी हो सकती है। पत्थरचट्टा के पत्ते यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करते हैं।
अगर शरीर में जरूरत से ज्यादा यूरिक एसिड बनने लगे, तो पत्थरचट्टा के पत्तों का सेवन करने से यह आसानी से शरीर से बाहर निकल सकता है। पत्थरचट्टा गठिया के दौरान होने वाली सूजन और दर्द को कम करने में भी मददगार है। अगर पत्थरचट्टा का नियमित सेवन किया जाए, तो यह हमारे शरीर को डिटॉक्स करता है।
आप ताजे पत्थरचट्टा के पत्तों का रस निकालकर एक चम्मच रोज सुबह खाली पेट पी सकते हैं। पत्थरचट्टा की चाय बनाकर भी पी सकते हैं। इसकी चाय बनाने के लिए दो-तीन पत्तों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें और उन्हें एक कप पानी में उबालकर सुबह-शाम पिएं। अगर आप जोड़ों के दर्द से परेशान हैं तो पत्थरचट्टा के पत्तों को पीसकर जोड़ों पर लगाएं, 20 से 30 मिनट तक लगा रहने दें और फिर गुनगुने पानी से धो लें, काफी आराम मिलेगा। पत्थरचट्टा के पत्तों को सुखाकर चूर्ण बनाकर भी सेवन किया जा सकता है। आधा चम्मच चूर्ण गुनगुने पानी के साथ सेवन करना चाहिए।
पत्थरचट्टा का सेवन करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। जैसे पत्थरचट्टा का सेवन करते समय डॉक्टर से सलाह जरूर लें क्योंकि अगर आप किसी दूसरी बीमारी की दवा ले रहे हैं तो उसके साथ पत्थरचट्टा खाने से साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं। गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
किडनी फेल होने से पहले शरीर पे दीखते हैं ये 6 लक्षण, बात हाथ से निकलने से पहले कर लें ये काम!
Disclaimer: इंडिया न्यूज़ इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.