संबंधित खबरें
अगर आपको है मर्दाना कमजोरी तो करें ये आसान Exercise, छूमंतर हो जाएगी सारी समस्या, वैवाहिक जीवन में मिलेगा चरम सुख
पेट भरने वाली रोटी बनी कैंसर की वजह? धीमे-धीमे शरीर में जहर फैलाने का कर रही है काम, रिसर्च ने किया बड़ा खुलासा
पत्नी को हुए कैंसर के बाद Navjot Singh Sidhu ने दी ऐसी सलाह…बोले- '10-12 नीम के पत्ते, सेब का सिरका और फिर स्टेज 4 कैंसर छू'
कहीं आप भी तो रोज नहीं खाते हैं रोज पत्तागोभी, वरना हो जाएगा बड़ा नुकसान, जानिए न्यूरोलॉजिस्ट से बचने का आसान तरीका
30 साल पुरानी Blood Pressure की बीमारी को मात्र 15 दिन में ठीक कर देगा ये एक देसी उपाय, 2 महीने में तो शरीर हो जाएगा हर रोग से मुक्त
6 दिनों के अंदर जड़ से खत्म हो जाएगा बवासीर, जो कर लिया इन 2 चीजों का सेवन, जिंदगीभर के लिए पाइल्स से मिल जाएगा छुटकारा!
What is positive stress आजकल के लाइफस्टाइल में शायद ही कोई व्यक्ति हो जिसे किसी प्रकार का तनाव यानी स्ट्रेस न हो। आमतौर पर किसी भी तरह के तनाव को बुरा माना जाता है, लेकिन स्ट्रेस हमेशा बुरा नहीं होता। बल्कि ये तो जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा है, जिससे बचा नहीं जा सकता।
स्ट्रेस दो तरह के होते हैं। अच्छा या बुरा। अच्छा स्ट्रेस काम के प्रति ऊर्जा, उत्साह और रोमांच पैदा करता है, वहीं बुरा स्ट्रेस दुखी और चिड़चिड़ा बना देता है। असल में ज्यादातर स्ट्रेस भावी चीजों की चिंता करने का नतीजा हैं। यूके की न्यूज वेबसाइट ‘मेट्रो’ के अनुसार, सभी तरह के स्ट्रेस खराब नहीं होते है।
(What is positive stress)
रिपोर्ट में बताया गया है कि हम मानसिक रूप से ‘स्ट्रेस’ को चिंता और थकावट जैसी अवधारणाओं से जोड़ते हैं। जबकि पॉजिटिव स्ट्रेस जैसी चीज भी होती है। जिसे यूस्ट्रेस के रूप में भी जाना जाता है और ये स्ट्रेस जैसी ही भावना है।
इस रिपोर्ट में हिप्नोथेरेपिस्ट गेल मार्रा बताती हैं कि स्ट्रेस से डरना और हर कीमत पर इससे दूर रहना लुभावना है। लेकिन कभी-कभी बस उन भावनाओं को एक्साइटमेंट के रूप में फिर से परिभाषित करने से भारी अंतर आ सकता है। गेल हमें उस भावना में झुकाव के लिए प्रोत्साहित करतीं हैं, वो यह भी सुझाव देती हैं कि हमारे जीवन में यूस्ट्रेस होने से वास्तविक लाभ हो सकते हैं।
यदि आप पूरी तरह से स्ट्रेस से मुक्त हैं, तो आप हर समय स्थिर और आराम से बैठे रहेंगे। लेकिन वास्तव में काम पूरा करने के लिए आपको थोड़ा स्ट्रेस चाहिए। गेल कहती हैं कि स्ट्रेस सचमुच एक्शन का आह्वान है।
जब आपके शरीर में एड्रेनालाईन (फाइट या फ्लाईट हार्मोन) रिलीज करते हैं, तो आपके दिल और फेफड़ें बेहतर तरीके से काम करते हैं, जिससे वो ब्रेन और प्रमुख मांसपेशियों को ऑक्सीजन भेजते है और इससे आपको ताकत मिलती है।
साथ ही देखने और सुनने में वृद्धि होती है। वहीं डॉ बेकी स्पेलमैन कहती हैं कि पॉजिटिव स्ट्रेस आपको प्रेरणा दे सकता है। आप जानते हैं कि आप दबाव में हैं, लेकिन आप समस्या या उससे से निपटने की अपनी क्षमता के बारे में आश्वस्त हैं। यह चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन आपको लगता है कि इसे हासिल करना या हल करना वास्तविक रूप से संभव है।
स्ट्रेस को स्वीकार करने और गले लगाने से आपको परेशानी को दूर करने और बेहतर निर्णय लेने में मदद मिल सकती है। गेल मार्रा बताती हैं कि स्ट्रेस हमें समस्या को सुलझाने के लिए मजबूर करता है। जब आप फ्लो में होते हैं तो आपका अवचेतन मन व्यापक रूप से खुला होता है, वो समाधान की तलाश में पूरी तरह से लगा रहता है।
(What is positive stress)
एक्सपर्ट कहती हैं कि जब आप एक टाइट स्पॉट पर होते हैं, तो आपका अवचेतन और चेतन मन एक साथ जुड़ जाता है और हाइपर-ड्राइव में चला जाता है। ऐसे में बिजली की गति से, आप अपने विकल्पों का आंकलन कर रहे होते हैं, अवसरों की तलाश कर रहे होते हैं, निर्णय और विकल्प कुछ ही सेकंड में ले सकते हैं।
स्ट्रेसफुल सिचुएशन से उबरने के बाद जो एड्रेनालाईन रश आता है, वह सीधे तौर पर खुशी से भरा हुआ होता है। कई बार लंबे समय तक स्ट्रेसफुल वातावरण से गुजरना आपके आत्मविश्वास को बढ़ा सकता है।
आपको खुशी होगी कि आप ऐसा करने में कामयाब रहे हैं, इसलिए आप कुछ भी कर सकते हैं। गेल कहती हैं कि ये विचार और भावनाएं एंडोर्फिन, डोपामाइन, सेरोटोनिन, ऑक्सीटोसिन और फीलगुड हार्मोन को छोड़ती हैं।
गेल कहती हैं कि हम ये जरूर कहेंगे कि अधिक और विनाशकारी स्ट्रेस आपके लिए अनुकूल नहीं है। लेकिन थोड़ा सा हेल्दी स्ट्रेस आपके दिमाग में विचारों को मजबूत करने में मदद कर सकता है। साथ ही, एक बार जब आपको पता चल गया कि स्ट्रेस के बीच किसी समस्या को कैसे हल किया जाए। तो आप इसे फिर से करने के लिए तैयार रहते हैं। क्योंकि आपने नई समस्याओं से निपटने के लिए स्किल (कौशल) डेवलप किए हैं।
गेल बताती हैं कि पॉजिटिव स्ट्रेस शॉर्ट टर्म में आपकी हेल्थ में सुधार कर सकता है। हर कोई जानता है कि क्रोनिक स्ट्रेस अच्छी हेल्थ के विपरीत है।
हालांकि, कोर्टिसोल, जो स्ट्रेस में रिलीज होने वाला एक हार्मोन है, वो ब्लड फ्लो में शर्करा (ग्लूकोज) के रिलीज को बढ़ाता है, जो बदले में टिशूज की मरम्मत, सूजन को कम करने, मैमोरी निर्माण को बढ़ाने में मदद करता है। साथ ही खून को नियंत्रित करने के लिए सॉल्ट और पानी के संतुलन को नियंत्रित करने में मदद करता है।
(What is positive stress)
Read Also : Spices that Protect against Cold: सर्दियों में जरूर इस्तेमाल करें रसोर्ई के ये मसाले
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.