इंडिया न्यूज (Essential Rules of Healthy Living )
कहते हैं स्वस्थ शरीर के लिए स्वस्थ खानपान भी होना चाहिए। कई बार डॉक्टरों आहार को लेकर कई जानकारियां और सलाहें देते हैं। वहीं अच्छा पोषण, नियमित शारीरिक गतिविधि और पर्याप्त नींद स्वस्थ जीवन के आवश्यक नियम हैं। सम्पूर्ण राष्ट्र में इष्टतम पोषण की अवधारणा को बढ़ावा देने के लिए एक समग्र दृष्टिकोण की आवश्यकता होती है। तो चलिए जानते हैं खाने के मामले में रोजाना रूटीन कैसा होना चाहिए।

उम्र अनुसार कैसा हो नाश्ता?

10 से 20 साल की उम्र के लोग 2 आलू के पराठे या 2 इडली या फिर एक कटोरी पोहा अथवा 1 अंडा व एक गिलास दूध ले सकते हैं। 20 से 45 साल उम्र के लोग 2-3 आलू के पराठे या 4 इडली या फिर 2 कटोरी पोहा अथवा 2 अंडे और एक गिलास दूध ले सकते हैं। 45 साल से अधिक उम्र के लोग अपनी पाचन क्रिया के अनुसार 2 या 3 आलू के पराठे या 2-3 इडली और 1 गिलास दूध जरूर लें।

डेयरी उत्पाद क्यों जरूरी? डेयरी उत्पादों के सेवन से शरीर में प्रोटीन और कैल्शियम की पूर्ति होती है और मांसपेशियों के निर्माण में ये जरूरी होते हैं। कम फैट वाले दूध से बने उत्पादों का सेवन कर सकते हैं। इनमें कैलोरी की मात्रा कम होती है।

क्या कार्ब्स बुरे होते हैं? लोग मानते हैं कि कार्ब्स शरीर के लिए सही नहीं हैं। पर इसका मतलब यह नहीं कि कार्ब्स नहीं खाने चाहिए। कुछ कार्ब्स जैसे- अनाज, फल, सब्जी और दालों से हमारे शरीर में पोषण की कमी नहीं होती और शरीर कई गंभीर बीमारियों से भी बचा रहता है।

नाश्ते में फलों का सेवन क्यों जरूरी?

ये आम धारणा है कि नाश्ते में फलों का सेवन करने से भरपूर मात्रा में प्रोटीन व जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं। संतरे, अंगूर, नींबू, टमाटर में विटामिन-सी की मात्रा ज्यादा होती है। इन्हें सुबह खाली पेट खाने से पेट में एसिड बनने लगता है और जलन व गैस्ट्रिक समस्याएं होती हैं। सेब, केला, पपीता, अनार जैसे फलों का सेवन कर सकते हैं पर उससे पहले कुछ खा लें। सुबह नाश्ते में उपमा, पोहा, इडली, ओट्स, अंडे या फिर आलू के पराठे का सेवन दही के साथ कर सकते हैं। उसके बाद फलों को खा सकते हैं पर खट्टे फलों के सेवन से बचना चाहिए।

क्या स्नैक्स नुकसानदेह है?

बता दें स्नैक्स सेहत के लिए सही हैं या नहीं। यह इस बात पर निर्भर करता है कि स्नैक्स में क्या ले रहे हैं। अगर फल, ड्रायफ्रूट्स ले रहे हैं तो कोई समस्या नहीं है, ये स्वास्थ्यवर्धक होते हैं। कोशिश करें कि जंक व प्रोसेस्ड फूड न लें। स्नैक्स भी निश्चित सीमा में खाएं।

रात का खाना कैसा होना चाहिए?

रात में कम खाने के चक्कर में कुछ लोग खाते ही नहीं हैं या सिर्फ सलाद ही खाते हैं। रात में खीरा ज्यादा नहीं खाना चाहिए इससे एसिडिटी होने की आशंका बढ़ जाती है। हरी पत्तेदार सब्जियां खा सकते हैं। दही की जगह छाछ लेना बेहतर रहेगा। खाने में 2 रोटी, दाल, सब्जी जरूर लें। मक्खन, वनस्पति तेल से बने व्यंजन व पिज्जा, बर्गर और मीठे पेय लेने से बचें।

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