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Healthy Brain Tips: हर साल 21 सितंबर को वर्ल्ड अल्ज़ाइमर डे (World Alzheimer’s Day) मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य लोगों को यह समझाना है कि जैसे शरीर को स्वस्थ रखना ज़रूरी है, वैसे ही दिमाग को भी फिट और एक्टिव रखना उतना ही आवश्यक है. बढ़ती उम्र के साथ सबसे बड़ी चुनौती याददाश्त और मानसिक क्षमता को बनाए रखने की होती है। वैज्ञानिक शोध बताते हैं कि अगर हम समय रहते कुछ स्वस्थ आदतें अपनाएं, तो उम्र बढ़ने के बाद भी ब्रेन फंक्शन स्मूद रह सकता है और अल्ज़ाइमर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा काफी हद तक कम किया जा सकता है. नीचे दिए गए 5 आसान और असरदार कदमों को अगर आप अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना लें, तो 60 साल की उम्र के बाद भी आपका दिमाग एक्टिव, शार्प और हेल्दी बना रहेगा.
रेगुलर एक्सरसाइज ( Regular Exercise)
कई लोग मानते हैं कि व्यायाम सिर्फ शरीर के लिए होता है, लेकिन हकीकत यह है कि एक्सरसाइज दिमाग के लिए भी उतनी ही ज़रूरी है. नियमित शारीरिक गतिविधि ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाती है, जिससे दिमाग तक पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषण पहुंचता है. इससे डायबिटीज और हाइपरटेंशन जैसी बीमारियों का खतरा भी कम होता है. स्विमिंग, ब्रिस्क वॉक, साइकिल चलाना, या रोज़ाना आधे घंटे योग करना ये सभी मेमोरी को बूस्ट करते हैं और फोकस बढ़ाने में मदद करते हैं.
नींद की क्वालिटी
अच्छी नींद सिर्फ आराम नहीं देती, बल्कि दिमाग को रिपेयर भी करती है. नींद के दौरान ब्रेन से हानिकारक वेस्ट जैसे बीटा एमलॉएड बाहर निकलते हैं, जो अल्ज़ाइमर से जुड़े पाए गए हैं. यदि आप रोजाना 7–8 घंटे की गहरी नींद लेते हैं, तो यह मूड, ध्यान और मानसिक संतुलन बनाए रखने में मदद करता है.
नई चीज़ें सीखते रहना
उम्र बढ़ने के साथ कई लोग सोचते हैं कि अब सीखने का वक्त निकल गया है, जबकि हकीकत इसके उलट है। दिमाग को जितना ज्यादा चुनौती देंगे, उतना ही वो तेज़ होगा। आप चाहे तो नई भाषा सीखें, कोई म्यूज़िकल इंस्ट्रूमेंट बजाना शुरू करें, या क्रॉसवर्ड और पज़ल गेम्स खेलें. ये गतिविधियां ब्रेन के अलग-अलग फंक्शनल एरिया को सक्रिय रखती हैं और याददाश्त को मजबूत बनाती हैं.
ब्रेन-फ्रेंडली डाइट
आपका खानपान सीधे ब्रेन हेल्थ पर असर डालता है. रिसर्च के मुताबिक, कुछ फूड्स उम्र बढ़ने से होने वाले दिमागी नुकसान को धीमा कर सकते हैं. हरी पत्तेदार सब्जियां, फिश ऑयल, ऑलिव ऑयल और बेरीज ये सभी ब्रेन के लिए फायदेमंद हैं. वहीं शुगर और पैकेज्ड फूड्स से बचें, क्योंकि ये इन्फ्लेमेशन को बढ़ाकर ब्रेन सेल्स को नुकसान पहुंचाते हैं.
स्ट्रेस मैनेजमेंट
क्रॉनिक स्ट्रेस दिमाग को समय से पहले बूढ़ा बना देता है। लगातार तनाव याददाश्त और ध्यान दोनों पर नकारात्मक असर डालता है. ऐसे में तनाव कम करने के लिए मेडिटेशन, माइंडफुलनेस और डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें. सिर्फ 10 मिनट की माइंडफुल प्रैक्टिस भी ब्रेन सेल्स को लंबे समय तक नुकसान से बचा सकती है.