इंडिया न्यूज
कोरोना काल में एंग्जाइटी के मामले ज्यादा बढ़ गए हैं। यह एक प्रकार का मानसिक स्वास्थ्य विकार है, जिसमें मनुष्य ज्यादा चिंता, घबराहट और डर महसूस करता है। ये समस्या व्यक्ति की रोजमर्रा की जिंदगी में भी बाधा बन सकती है। इस बीमारी के शुरूआती लक्षण पहचान कर और खाने-पीने में बदलाव कर इस पर काबू पाया जा सकता है।
1. फोकस न कर पाना भी एंग्जाइटी का एक लक्षण है।
2. नींद न आना
3. भूख कम लगना
4. चिड़चिड़ापन
5. पसंदीदा कामों में रुचि कम होना
6. घबराहट होना
7. जी मिचलाना
8. ज्यादा सोचना
9. डर लगना
10. दिल की धड़कन तेज होना
11. कंपकंपी छूटना
12. पसीना आना
डाइट में साबुत अनाज, मौसमी फल और सब्जियां शामिल करें।
हर्बल टी, जैसे ग्रीन टी, में कुछ ऐसे गुण होते हैं, जो चिंता कम करने में मददगार होते हैं। सही मात्रा में हर्बल टी पीने से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों बेहतर होते हैं।
चीनी से बने फूड्स डिप्रेशन और एंग्जाइटी को बढ़ाते हैं। इसलिए सोडा और सॉफ्ट ड्रिंक्स की जगह नारियल पानी, गन्ने का रस और नींबू पानी पीएं।
जंक फूड का सेवन पूरी तरह बंद कर दें।
डीहाइड्रेशन से बचें। रोजाना कम से कम 7-8 ग्लास पानी जरूर पीएं।
डार्क चॉकलेट मानसिक स्वास्थ्य बेहतर बनाने में कारगर है।
डार्क चॉकलेट खाने से भी एंग्जाइटी कंट्रोल होती है। इसमें मौजूद फ्लेवोनोल्स एंटीआक्सिडेंट की तरह काम करते हैं। डार्क चॉकलेट कम मात्रा में लेनी चाहिए।
हल्दी कई रोगों का देसी इलाज है। ये हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बहुत अच्छी होती है।
ड्राई फ्रूट्स और सीड्स जैसे अखरोट, बादाम और चिया सीड्स शरीर और दिमाग के लिए बेहद फायदेमंद हैं।
इन फूड्स का सेवन करने से पहले हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें। डॉक्टर की मदद लेकर एंग्जाइटी से लंबे समय के लिए छुटकारा पाया जा सकता है।
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