Testosterone Injections : जब भी हार्मोन असंतुलन की बात होती है तो अकसर लोगों को लगता है कि ये समस्या सिर्फ महिलाओं को होती है। जबकि ये महिला और पुरुष दोनों में आम है। पुरुषों में भी हार्मोन असंतुलित होते हैं। जिसके लिए उनको उपचार कराना पड़ता है लेकिन पुरुष हार्मोनल असंतुलन और कमियों का भी अनुभव कर सकते हैं, जो उनके विकास, प्रजनन प्रणाली और शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं। कभी-कभी पुरुष यानी लड़के टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की कमी के साथ भी पैदा होते हैं। उनको भी टेस्टोस्टेरोन इंजेक्शन की सलाह दी जाती है।
कम टेस्टोस्टेरोन के लक्षण उम्र के अनुसार अलग-अलग होते हैं। किशोरों में कम टेस्टोस्टेरोन इस तरह दिख सकता है किन 14 साल की उम्र में भी यौवन के विलंबित लक्षण, लिंग का चौड़ा या लंबा नहीं होना, चेहरे और दाढ़ी के बालों कम आना।
सेक्स ड्राइव में कमी, लो स्पर्म काउंट, इरेक्टाइल डिस्फंक्शन, थकान, अवसाद, ऑस्टियोपोरोसिस, मांसपेशियों में कमी।
टेस्टोस्टेरोन इंजेक्शन (टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने के प्रयास में रोगियों में इंजेक्ट किया गया सिंथेटिक टेस्टोस्टेरोन) कमी वाले व्यक्ति में टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने का एक सहायक तरीका है। लेकिन ये हर किसी के लिए नहीं हैं विशेषज्ञ सावधानी से जांच करने के बाद ही टेस्टोस्टेरोन इंजेक्शन थेरेपी की सलाह देते हैं। सामान्य तौर पर, कुछ विशिष्ट परिदृश्यों में टेस्टोस्टेरोन इंजेक्शन का उपयोग किया जाता है, जैसे- विलंबित यौवन, इरेक्टाइल डिस्फंक्शन।
हार्मोनल असंतुलन और कम टेस्टोस्टेरोन के हल्के लक्षणों वाले लोगों के लिए, जीवनशैली में बदलाव कर सही किया जा सकता है. टेस्टोस्टेरोन इंजेक्शन के पहले ये कुछ चीजें हैं जिनको आजमाना चाहिए। थकावट और लो सेक्स ड्राइव के लक्षणों को नियमित व्यायाम, संतुलित आहार और बेहतर नींद से ठीक किया जा सकता है। सेक्सुअल समस्याओं को डॉक्टर की सलाह से सेक्स ड्राइव को ठीक किया जा सकता है।
Read Also : How To Keep Teeth Healthy हेल्दी दांतों के लिए डाइट में शामिल करें ये फूड्स
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.