आपको बता दें डायबिटीज दो प्रकार की होती है, टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज। टाइप 1 डायबिटीज में इंसुलिन का बनना कम हो जाता है या फिर बंद हो जाता है, इसे काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। जबकि टाइप 2 डायबिटीज में ब्लड शुगर का लेवल बहुत तेजी से बढ़ जाता है, इसे नियंत्रित करना काफी मुश्किल होता है। इस स्थिति में रोगी को कई तरह की परेशानियां होती हैं। (Harmful Effects Of Dairy Products)
न्यूट्रिशन जनरल में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार 639 पुरुषों और महिलाओं का परीक्षण किया गया, जिन्हें पहले से ही डायबिटीज होने का खतरा था। नौ वर्षों बाद पाया गया कि इसमें 25 प्रतिशत लोग डायबिटीज टाइप 2 की समस्या से ग्रस्त थे। आइए जानते हैं डायरी उत्पाद डायबिटीज से पीड़ित मरीजो को कैसे प्रभावित करता है।
डेयर-रिच-इन फूड्स यानी डेयरी उत्पाद का अधिक सेवन करने वाले लोगों में टाइप 2 डायबिटीज का खतरा कम होता है। रिसर्च के मुताबिक जिन लोगों ने अपनी कुल डेयरी उत्पादों के खपत को प्रतिदिन आधे से अधिक कम कर दिया, उनमें टाइप 2 डायबिटीज होने की संभावना उन लोगों से अधिक थी जिन्होंने अपने डाइट प्लान में डेयरी उत्पादों का सेवन किया। (Harmful Effects Of Dairy Products)
पनीर सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। लेकिन आपको बता दें पनीर का सेवन टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित मरीजों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। शोधकर्ताओं के अनुसार कम वसा वाले दूध से बने पनीर का सेवन करने से 66 प्रतिशत टाइप के मरीजों की वृद्धि हुई है। वहीं पनीर के स्थान पर दही का सेवन करने वाले लोगो में टाइप 2 का खतरा 47 प्रतिशत और बढ़ गया। (Harmful Effects Of Dairy Products)
कम वसा वाले डेयरी उत्पाद का सेवन करने से डायबिटीज का खतरा कम होता है। अध्ययन में पाया गया कि कम वसा वाले डेयरी उत्पाद का सेवन करने वाले लोगों में डायबिटीज टाइप 2 का खतरा कम होता है। ऐसे में अपनी डाइट में कम वसा वाले डेयरी उत्पादों को शामिल करें। (Harmful Effects Of Dairy Products)
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