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इंडिया न्यूज (Papaya leaf juice Benefits)
पपीते के पत्ते का जूस बारिश में शरीर के लिए एक औषधी की तरह काम करता है। इसमें पपैन और काइमोपैपेन जैसे एंजाइम्स होते हैं, जो पाचन में सहायता करते हैं, सूजन और अन्य पाचन विकारों को रोकती है। पपीते के पत्तों में विटामिन ए, सी, ई, के, बी और कैल्शियम, मैग्नीशियम, सोडियम और आयरन जैसे खनिज तत्व होते हैं जो कि इम्यूनिटी बढ़ाते हैं। बारिश में इसको पीने से कई बीमारियों से बचा जा सकता है। तो आइए जानेंगे वो कौन सी बीमारियां हैं जिसकी चपेट में व्यक्ति जल्दी आता है।
लीवर: पपीते के पत्ते का जूस लीवर के लिए एक शक्तिशाली सफाई एजेंट के रूप में कार्य करता है, जिससे लीवर का काम काज सही रहता है। इससे शरीर के टॉक्सिन की सफाई होती है और खून साफ रहता है। ऐसे में आपको बरसाती घाव नहीं होते। साथ ही बरसात में इस जूस को पीने से खून में एंटीबैक्टीरियल गुण रहता है जिससे स्किन की अन्य समस्याएं नहीं होती।
वायरल फीवर: वायरल फीवर बारिश में बहुत से लोगों को परेशान करता है। असल में ये कमजोर इम्यूनिटी के कारण होता है और पपीते के पत्तों से बना जूस बचाव में या फिर रिकवरी में मदद करता है। ये एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है जोकि वायरल फीवर से बचाव में मदद करता है और बरसात में होने वाली संक्रामक बीमारियों से बचाता है।
पेट में इंफेक्शन: बरसात में पेट में इंफेक्शन की समस्या बहुत ज्यादा होती है। ये गंदा पानी या संक्रामित खाना खाने की वजह से हो सकता है। पपीते में एंजाइम पपैन और काइमोनपैपेन होते हैं। दोनों पाचन में मददगार है, कब्ज को रोकते हैं और कोलन को साफ करने में मददगार है। पपैन पेट के अल्सर को ठीक करने और रोकने में भी सहायक हैं। पपीते के पत्ते प्रोटीज और एमाइलेज से भी भरपूर होते हैं। ये एंजाइम पाचन में सहायता करने वाले प्रोटीन, कार्ब्स और खनिजों को तोड़ने में मदद करते हैं। साथ ही इसका एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पेट और कोलन की सूजन को कम करते हैं। इसका एंटीबैक्टीरियल गुण बैक्टीरिया एच. पाइलोरी को मारकर पेप्टिक अल्सर को ठीक करता है।
मलेरिया: पपीते के पत्तों से बना जूस एंटी मलेरियल गुणों से भरपूर होता है जो कि बारिश में मलेरिया से बचाव में मदद करता है। दरअसल पपीते के पत्ते में पाया जाने वाला एक यौगिक एसिटोजिनिन होता है, जो मलेरिया और डेंगू जैसी खतरनाक बीमारी को रोकने में मदद करता है। इसलिए बारिश में मलेरिया के बचाव के लिए पपीते के पत्ते का जूस जरुर पीना चाहिए।
डेंगू: बरसात में होने वाली सबसे आम बीमारियों में से एक है। ऐसे में पपीते के पत्ते का रस डेंगू का घरेलू इलाज है। डेंगू संक्रमित एडीज मच्छरों के कारण होता है, जो इस बीमारी को हमारे खून में पहुंचाते हैं। इससे डेंगू बुखार होता है जो कि खून में प्लेटलेट्स की संख्या को गंभीर रूप से कम कर देता है और तब पपीते के पत्ते का जूस तेजी से प्लेटलेट्स बढ़ा कर डेंगू से ठीक होने में मदद करता है।
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