संबंधित खबरें
पाकिस्तान ने भारत के गणतंत्र दिवस को लेकर रची साजिश, क्या जो 2018 में हुआ था वो फिर से होगा? जानें क्या है पूरा मामला
'मैं भी मनुष्य हूं, मुझसे भी गलतियां होती हैं…' पहले पॉडकास्ट में PM मोदी ने कई मुद्दों पर खुलकर की बात
एक मंच पर दिखेगा अखंड भारत! IMD करने वाला है वो, जो आज तक कोई नहीं कर पाया, पाकिस्तान पर टिकी हैं सबकी निगाहें
Petrol Diesel Price Today: देश के अलग-अलग राज्यों में पेट्रोल-डीजल के भाव में हुआ मामूली बदलाव, यहां पर जानिए प्राइस
देश में बरसा कोहरे का कहर, ठंड से कांप रही है लोगों की हड्डीयां, शीतलहर ने किया बे हाल, कैसा है आपके शहर का हाल!
इस देश में अपने अंडरवियर से कार साफ किया तो मिलेगी ऐसी सजा, जान कांप जाएगी रूह
India News (इंडिया न्यूज), Delhi Police: दिल्ली पुलिस ने बुधवार (8 मई) को कहा कि फरार कथित आतंकवादी सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई के आपराधिक मॉड्यूल के खिलाफ दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की अखिल भारतीय कार्रवाई में गिरोह के नौ सदस्यों को गिरफ्तार किया गया।जबकि एक किशोर को पकड़ा गया। अधिकारी ने कहा कि यह ऑपरेशन सात राज्यों दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और बिहार तक फैला है और उनकी गिरफ्तारी से दिल्ली और अन्य राज्यों में कॉन्ट्रैक्ट किलिंग और अन्य जघन्य अपराधों को रोका गया है। अधिकारी ने कहा कि गिरफ्तार किए गए कुछ व्यक्ति जो फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप और अन्य एन्क्रिप्टेड चैट प्लेटफार्मों सहित सोशल मीडिया साइटों के माध्यम से जुड़े हुए थे, पहले बराड़ और बिश्नोई के इशारे पर आपराधिक गतिविधियों में शामिल थे।
बता दें कि दिल्ली, यूपी और पंजाब से दो-दो और राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा और बिहार से एक-एक को पकड़ा गया। इन आरोपियों की पहचान जसप्रीत सिंह उर्फ राहुल, धर्मेंद्र उर्फ कार्तिक, मंजीत, गुरपाल सिंह, मंजीत सिंह गुरी, अभय सोनी, सचिन कुमार, संतोष उर्फ सुल्तान बाबा और संतोष कुमार के रूप में हुई है। वहीं पुलिस ने कहा कि विश्वसनीय इनपुट प्राप्त हुए थे कि जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर बिश्नोई और विदेश में स्थित बराड़ के इशारे पर संचालित एक अंतरराज्यीय मॉड्यूल दिल्ली, एनसीआर और आसपास के राज्यों में जबरन वसूली, हत्या और अन्य जघन्य अपराधों को अंजाम देने के लिए बहुत सक्रिय था। इस दौरान उनके कब्जे से 31 जिंदा कारतूस के साथ सात पिस्तौल भी बरामद किए गए।
पुलिस आयुक्त, स्पेशल सेल, प्रतीक्षा गोदारा ने कहा कि इस सिंडिकेट की गतिविधियों की निगरानी करते समय, तकनीकी निगरानी के माध्यम से विभिन्न राज्यों में बैठे इस सिंडिकेट के सदस्यों के बीच कुछ भेदभावपूर्ण बातचीत सामने आई। जिसमें वे कुछ हत्या/जघन्य अपराध को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे, जिसे स्रोत इनपुट द्वारा और भी पुष्ट किया गया था। यह भी पता चला कि इन गैंगस्टरों ने हथियार भी खरीदे थे। वहीं डीसीपी ने कहा कि इन सदस्यों के नापाक मंसूबों को विफल करने के लिए 24 अप्रैल को आईपीसी के संबंधित प्रावधानों के तहत स्पेशल सेल में एक मामला दर्ज किया गया था। कई टीमों का गठन किया गया और सभी राज्यों में अलग-अलग स्थानों पर तुरंत भेजा गया, जहां ये सदस्य थे।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.