संबंधित खबरें
यूपी पुलिस का बड़ा एक्शन, 3 खालिस्तानी आतंकवादियों को किया ढेर, गुरदासपुर पुलिस चौकी पर ग्रेनेड से किया था हमला
‘कुछ लोग खुश है तो…’, महाराष्ट्र में विभागों के बंटवारें के बाद अजित पवार ने कह दी ये बड़ी बात, आखिर किस नेता पर है इनका इशारा?
कांग्रेस को झटका देने की तैयारी में हैं उमर अब्दुल्ला? पिछले कुछ समय से मिल रहे संकेत, पूरा मामला जान अपना सिर नोंचने लगेंगे राहुल गांधी
खतरा! अगर आपको भी आया है E-Pan Card डाउनलोड करने वाला ईमेल? तो गलती से ना करें क्लिक वरना…
मिल गया जयपुर गैस टैंकर हादसे का हैवान? जांच में हुआ चौंकाने वाला खुलासा, पुलिस रह गई हैरान
भारत बनाने जा रहा ऐसा हथियार, धूल फांकता नजर आएगा चीन-पाकिस्तान, PM Modi के इस मास्टर स्ट्रोक से थर-थर कांपने लगे Yunus
India News (इंडिया न्यूज), Taiwan Earthquake: ताइवान की राजधानी में सोमवार रात से लेकर मंगलवार सुबह तक भूकंप के कई झटके लगे। केंद्रीय मौसम प्रशासन के मुताबिक सबसे मजबूत 6.3 तीव्रता का झटका पूर्वी हुलिएन में आया था। केंद्रीय मौसम एजेंसी के अनुसार पहला तीव्र भूकंप 5.5 तीव्रता के साथ सोमवार (22 अप्रैल) को शाम लगभग 5:08 बजे (0908 GMT) आया। जिसको राजधानी ताइपे में भी महसूस किया गया। इसके बाद भूकंप के कई झटके लगातार आए। जिसमें मंगलवार (23 अप्रैल) को लगभग 2:30 बजे (1830 GMT) के बाद एक दो तीव्र झटके आए। ताइपे के डान जिले में रहने वाले ओलिवियर बोनिफेसियो ने बताया कि मैं अपने हाथ धो रहा था और अचानक मुझे चक्कर आया। उन्होंने कहा कि मैंने अपने कमरे में कदम रखा और देखा कि इमारत हिल रही थी और मैंने डेस्क की चरमराहट सुनी, तब उन्हें एहसास हुआ कि यह एक और झटका था।
बता दें कि, केंद्रीय मौसम प्रशासन ने कहा कि सुबह 2:26 बजे 6.0 तीव्रता का भूकंप आया, फिर उसके छह मिनट बाद 6.3 तीव्रता का भूकंप आया। वहीं अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने पहले परिमाण 6.1, उसके बाद परिमाण 6.0 रखा। दरअसल, सोमवार तक, लोगों ने तीव्र भूकंप के दौरान अपनी इमारतों को हिलते हुए महसूस किया। वहीं हुलिएन क्षेत्र 3 अप्रैल को आए 7.4 तीव्रता के भूकंप का केंद्र था, जिससे भूस्खलन हुआ। जिससे पहाड़ी क्षेत्र के आसपास की सड़कें बंद हो गईं, जबकि मुख्य हुलिएन शहर में इमारतें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं। उस भूकंप के दौरान लगभग 17 लोग मारे गए थे।
बता दें कि मंगलवार (23 अप्रैल) सुबह हुलिएन के अग्निशमन विभाग ने कहा कि नए भूकंपों से किसी भी आपदा का निरीक्षण करने के लिए टीमों को भेजा गया था। वहीं उन्होंने 2:54 बजे एक बयान जारी कर कहा कि अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। दरअसल, ताइवान में अक्सर भूकंप आते रहते हैं क्योंकि यह दो टेक्टोनिक प्लेटों के जंक्शन पर स्थित है। वहीं 3 अप्रैल के भूकंप के बाद सैकड़ों झटके आए, जिससे हुलिएन के आसपास चट्टानें गिरीं।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.