इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
Russia’s Fierce Form Against Ukraine: जैसा कि देखा जा रहा है कि दिन प्रतिदिन यूक्रेन के खिलाफ रूस अपना रौद्र रूप धारण करता जा रहा है। वहीं दोनों देशों के बीच युद्ध लगातार तेज होता जा रहा है। हालांकि आशंका जताई जा रही है कि इस युद्ध में यूक्रेन के हथियार नहीं डालने की स्थिति में क्या रूस गैर परमाणु हथियार ”फादर ऑफ ऑल बॉम्ब” का इस्तेमाल कर सकता है। तो आइए जानते हैं क्या है फादर ऑफ ऑल बॉम्ब। क्यों है सबसे घातक हथियार।
रूस का ”फादर ऑफ ऑल बॉम्ब” क्या? (Russia’s Fierce Form Against Ukraine )
- रूस के ‘फादर ऑफ ऑल बॉम्ब’ को एविएशन थमोर्बेरिक बॉम्ब ऑफ इंक्रीज्ड पावर (एटीबीआईपी) कहा जाता है। वैसे तो ये परमाणु बम नहीं है, लेकिन इससे भी बहुत ज्यादा तबाही होती है। 2007 में रूस की ओर से विकसित इस खतरनाक बम से 44 टन टीएनटी के बराबर धमाका हो सकता है।
- ये बम अपने आसपास के 300 मीटर के इलाके को पूरी तरह तबाह कर सकता है। कहते हैं इस बम का वजन करीब 15,560 पाउंड या करीब 7,100 किलोग्राम है। ये बम एक थमोर्बेरिक हथियार है, जिसे एयरोसोल बम, वैक्यूम बम या फ्यूल-एयर एक्सप्लोसिव भी कहा जाता है। रूस का ये खतरनाक बम अमेरिका के ‘मदर ऑफ ऑल बॉम्ब’ से करीब चार गुना ज्यादा ताकतवर है।
फादर ऑफ ऑल बॉम्ब की खासियत क्या?
- बताया जाता है कि फादर ऑफ ऑल बॉम्ब की खासियत ये है कि ये वातावरण में मौजूद आक्सीजन को सोखकर जमीन के ऊपर धमाका करता है। इस बम के धमाके से हाई टेंपरेचर और सुपरसॉनिक विस्फोटक तरंगें या शॉक वेव पैदा होती हैं, जो अपने रास्ते में आने वाली इमारतों और इंसानों समेत हर चीज को मिटा सकती हैं।
- इस खतरनाक बम को जेट से गिराया जाता है, जिससे ये जमीन से कुछ फीट की ऊंचाई पर हवा में फट जाता है और एक छोटे परमाणु बम जितना नुकसान पहुंचाता है। इस बम के इस्तेमाल से अनलिमिटेड एनर्जी और गर्मी पैदा होती है, जो इसके आसपास मौजूद जीवित चीजों को पलभर में राख बना देती है। ये ‘वैक्यूम बम’ मानव शरीर को भाप में बदलने और शहरों को मलबे में बदलने में सक्षम है।
Has Russia already used ‘Father of All Bombs’?
- बता दें कि रूस पर आरोप है कि वह 2016 में सीरिया में उसने ”फादर ऑफ ऑल बॉम्ब” का यूज किया था। रूस पर न केवल सीरिया, बल्कि चेचेन्या के खिलाफ भी इन बमों के यूज करने का आरोप लग चुका है। वहीं कहा जा रहा है कि यूक्रेन के खिलाफ जंग जीतने के लिए भी रूस इन बमों का यूज कर सकता है।
- द इंडिपेंडेंट ने यूनिवर्सिटी ऑफ पोर्ट्समाउथ के अनुसार आप कल्पना कीजिए कि आप गहरी सांस लेकर पानी में डुबकी लगाते हैं। अचानक लगता है कि आपके शरीर की सारी आॅक्सीजन रोक दी गई है। आप फिर से सांस लेने की कोशिश करते हैं, लेकिन आपके फेफड़ों में ठंडे पानी की जगह जहरीले और ज्वलनशील कण भरने लगते हैं, जो आपको अंदर से बाहर तक मारने लगते हैं। यह बम भी ऐसी ही परेशानी पैदा करता है।
अमेरिका का ‘मदर ऑफ ऑल बॉम्ब’ क्या? (Russia’s Fierce Form Against Ukraine )
- अमेरिका के पास दुनिया का दूसरा सबसे घातक गैर-परमाणु बम है, जिसे ‘मदर ऑफ ऑल बॉम्ब’ या एमओएबी यानी मैसिव आर्डिनेंस एयर ब्लास्ट बॉम्ब कहा जाता है। अमेरिका ने पहली बार मदर ऑफ ऑल बॉम्ब का टेस्ट 2003 में फ्लोरिडा में किया था। इसे आधिकारिक तौर पर जीबीयू-43 कहा जाता है।
- अमेरिका के मदर ऑफ ऑल बॉम्ब का वजन 21,600 पाउंड या करीब 10 हजार किलोग्राम है। ये अमेरिकी बम 11 टन टीएनटी की ताकत से धमाका करता है और 150 से 300 मीटर के दायरे में आने वाली चीजों को नेस्तनाबूद कर सकता है। एक मदर ऑफ ऑल बॉम्ब की कीमत करीब 1.6 करोड़ डॉलर, यानी 120 करोड़ रुपए है। मदर ऑफ ऑल बॉम्ब का इस्तेमाल अमेरिका ने अफगानिस्तान के नंगरहार में आईएसआईएस के ठिकानों पर 2017 में किया था।
- अमेरिका ने कभी नहीं बताया कि इससे अफगानिस्तान में कितने लोग मारे गए। 2002 में भी अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन को मारने के असफल प्रयास के तहत अफगानिस्तान की तोरा बोरा पहाड़ियों पर भी लगभग ऐसी ही ताकत वाले बमों का इस्तेमाल किया था।
टीएनटी क्या है?
ट्राइनाइट्रोटोल्यूइन एक केमिकल है (टीएनटी) जिसका इस्तेमाल विस्फोटक के रूप में किया जाता है। टीएनटी इक्विवेलेंट का इस्तेमाल बम धमाके से पैदा होने वाली एनर्जी या धमाके की ताकत को बताने में होता है। इससे परमाणु बम या बड़े धमाकों से पैदा होने वाली एनर्जी को पारंपरिक केमिकल विस्फोटक टीएनटी के बराबर वजन में व्यक्त किया जाता है। टन टीएनटी एनर्जी की एक यूनिट है, जो टीएनटी के 1,000 किलोग्राम के विस्फोट से निकलने वाली अनुमानित एनर्जी है।
थमोर्बेरिक हथियार या बम क्या है? (Russia’s Fierce Form Against Ukraine )
- रूस का फादर ऑफ ऑल बॉम्ब और अमेरिका का मदर ऑफ ऑल बॉम्ब थमोर्बेरिक हथियारों का घातक वर्जन है। थमोर्बैरिक हथियारों का विकास सोवियत संघ और अमेरिका ने 1960 के दशक में ही शुरू कर दिया था। थमोर्बैरिक बम हाई टेंपरेचर विस्फोट करने के लिए आसपास की हवा में मौजूद आक्सीजन का प्रयोग करता है।
- आम विस्फोटकों की तुलना में थमोर्बैरिक बम कई गुना ज्यादा एनर्जी और शॉक वेव पैदा करते हैं। थमोर्बैरिक बम का पानी के अंदर, ज्यादा ऊंचाई और प्रतिकूल मौसम में प्रयोग नहीं किया जा सकता है। इन बमों का इस्तेमाल किलेबंदी, सुरंगों, बंकरों, गुफाओं को तबाह करने में होता है। ये बम शहरी इलाकों में ज्यादा तबाही मचा सकते हैं।
Russia’s Fierce Form Against Ukraine
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