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Special On Women's Day : जानिए क्यों मनाया जाता है 'वुमन डे',

Suman Tiwari • LAST UPDATED : March 7, 2022, 4:05 pm IST
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Special On Women's Day : जानिए क्यों मनाया जाता है 'वुमन डे',

Special On Women’s Day

इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
Special On Women’s Day:
‘वुमन डे’ (महिला दिवस) यानि की महिलाओं के सम्मान का दिन। हर साल 8 मार्च को महिलाओं के संघर्ष, उनके मानवीय मूल्यों और आदर्शों के प्रति समर्पण को वैश्विक स्तर पर अनुकरणीय बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। वहीं आज इसका स्वरूप काफी बदल चुका है। दुनिया के हर हिस्से में महिला दिवस अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है। लेकिन क्या आपको पता है कि ‘वुमन डे’ क्यों मनाया जाता है, और इस दिवस की शुरुआत कब हुई थी। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को प्रदर्शित करने वाले रंग कौन कौन से। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में।

कैसे हुई महिला दिवस की शुरुआत? (Special On Women’s Day)

Special On Women's Day

Clara Jetkin (फाइल फोटो)

  • बताया जाता है कि वुमन डे (महिला दिवस) का आयोजन एक श्रम आंदोलन था। इसे संयुक्त राष्ट्र ने सालाना आयोजन के तौर पर स्वीकृति दी। कहते हैं कि 1908 में न्यूयॉर्क शहर में 15 हजार महिलाओं ने काम के घंटे कम करने, बेहतर वेतन और वोट देने की मांग को लेकर जब विरोध प्रदर्शन किया था तब इसकी शुरुआत हुई थी। उसके एक साल बाद अमेरिकी सोशलिस्ट पार्टी ने पहली बार राष्ट्रीय महिला दिवस मनाना शुरू किया। लेकिन इस दिन को अंतरराष्ट्रीय बनाने का विचार क्लारा जेटकिन नाम की महिला के दिमाग में आया था।
  • उन्होंने अपना ये आइडिया 1910 में कॉपेनहेगन में आयोजित इंटरनेशनल कांफ्रेंस आॅफ वर्किंग वुमन में दिया था। बताया जाता है कि इस कांफ्रेंस में 17 देशों की 100 महिलाओं ने भाग लिया और क्लारा के सुझाव का सम्मान भी किया था। इसके बाद अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पहली बार 1911 में आॅस्ट्रिया, डेनमार्क, जर्मनी, स्विट्जरलैंड में बनाया गया। इसका शताब्दी आयोजन 2011 में मनाया गया था। वर्ष 1911 में पहली बार आॅस्ट्रिया, डेनमार्क, जर्मनी और स्विटजरलैंड में 19 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया।
  • रूस ने वर्ष 1930 और 1940 के बीच 23 फरवरी को यह दिन मनाया। संयुक्त राष्ट्र ने अपना पहला आधिकारिक अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को मनाया, जिसे सार्वभौमिक रूप से स्वीकार किया गया हालांकि, आधिकारिक तौर पर महिला दिवस मनाने की शुरुआत 1975 में तब हुई जब संयुक्त राष्ट्र ने इस आयोजन को मनाना शुरू किया। संयुक्त राष्ट्र ने 1996 में पहली बार इसके आयोजन में एक थीम को अपनाया, वह थीम थी – ‘अतीत का जश्न मनाओ, भविष्य की योजना बनाओ’।

महिला दिवस ‘अंतरराष्ट्रीय’ कब से हुआ?

  • क्लारा ने जब अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का सुझाव दिया था, तब उन्होंने किसी खास दिन का जिक्र नहीं किया था। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किस दिन हो, 1917 तक इसकी कोई स्पष्टता नहीं थी। साल 1917 में रूस की महिलाओं ने रोटी और शांति की मांग के साथ चार दिनों तक का विरोध प्रदर्शन किया था।
  • तत्कालीन रूसी जार को सत्ता त्यागनी पड़ी और अंतरिम सरकार ने महिलाओं को वोट देने का अधिकार भी दिया। बता दें जिस दिन रूसी महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया था, वह रूस में इस्तेमाल होने वाले जूलियन कैलेंडर के मुताबिक, 23 फरवरी और रविवार का दिन था। यही दिन ग्रेगॉरियन कैलेंडर के मुताबिक, आठ मार्च था और तब से इसी दिन अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाने लगा।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को प्रदर्शित करने वाले रंग कौन से?

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस कैंपेन मुताबिक, बैंगनी रंग न्याय और गरिमा का सूचक है। हरा उम्मीद का रंग है। सफेद रंग को शुद्धता का सूचक माना जाता है। ये तीनों रंग 1908 में ब्रिटेन की वीमेंस सोशल एंड पॉलिटिकल यूनियन (डब्ल्यूएसपीयू) ने तय किए थे।

Special On Women's Day

किस देश में कैसे मनाया जाता है महिला दिवस?

  • बहुत से देशों में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर राष्ट्रीय अवकाश होता है। इसमें रूस भी शामिल है, जहां पर 8 मार्च के आस-पास तीन से चार दिनों तक फूलों की बिक्री दो गुने से भी ज्यादा हो जाती है।
  • अमेरिका में ‘मार्च’ महिला इतिहास का माह होता है। हर साल जारी होने वाली घोषणा के जरिए राष्ट्रपति अमेरिकी महिलाओं की उपलब्धियों का सम्मान करते हैं।
  • इटली में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर लोग एक दूसरे को छुई-मुई का फूल देते हैं। इस परंपरा के शुरू होने की वजह तो स्पष्ट नहीं है, लेकिन यह माना जाता है कि द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद रोम में इस चलन की शुरूआत हुई।
  • रूस समेत दुनिया के कई देशों में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन राष्ट्रीय अवकाश रहता है। रूस में आठ मार्च के आसपास तीन चार दिनों में फूलों की बिक्री दोगुनी हो जाती है।
  • चीन में बहुत सी महिलाओं को 8 मार्च को आधे दिन की छुट्टी दी जाती है, जिसकी सलाह चीन की स्टेट काउंसिल देती है। हालांकि बहुत सी कंपनियां अक्सर अपनी महिला कर्मचारियों को ये आधे दिन की सरकारी छुट्टी नहीं देती हैं। Special On Women’s Day

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