संबंधित खबरें
झारखंड में किसने बिगाड़ा भाजपा का खेल? 71 सीटों पर लड़ा चुनाव लेकिन…
'अब नहीं लड़ेगा चुनाव…',लगातार मिल रही हार के बाद बसपा सुप्रीमो ने कह दी बड़ी बात, सुनकर रो पड़े पार्टी कार्यकर्ता
भारत का वो गांव जो पूरी दुनिया में मशहूर, बैंकों में जमा है बेशुमार पैसा, यहां रहते हैं सिर्फ इस खास जाति के लोग
फडणवीस और शिंदे में से कौन बनेगा महाराष्ट्र का सीएम…कल होगा फैसला, इस फॉर्मूले से बन सकती है बात
इस स्पा सेंटर में दिन के बजाए रात में आते थे ज्यादा कस्टमर…पुलिस ने जब मारा छापा तो उड़ गए सभी के होश, जाने क्या है मामला
पति-पत्नी के साथ सोती थी ननद, 4 साल बाद सामने आया ऐसा काला सच, सुनते ही टूट गए महिला के अरमान
India News (इंडिया न्यूज), Noida Cyber Fraud: उत्तर प्रदेश पुलिस की साइबर क्राइम यूनिट ने शेयर मार्केट ट्रेडिंग के नाम पर एक पीड़ित से 48.5 लाख रुपये ठगने वाली धोखाधड़ी करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने बुधवार (19 जून) को बताया कि ऋषभ मिश्रा और धीरज पोरवाल को नोएडा सेक्टर-41 के आगापुर में निर्माणाधीन फ्लाईओवर के पास से गिरफ्तार किया गया। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि 16 अप्रैल को पीड़ित ने सेक्टर 36 स्थित साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि शेयर ट्रेडिंग घोटाले में उसे 48.5 लाख रुपये का घाटा हुआ है। धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक साजिश के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई थी।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि 19 जून को साइबर क्राइम पुलिस ने फर्जी फर्मों के लिए खाते खोलने के आरोपी निजी बैंक कर्मचारी ऋषभ मिश्रा और खुद को व्यवसायी बताने वाले धीरज पोरवाल की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों की कार्यप्रणाली के बारे में प्रवक्ता ने बताया कि उन्होंने लोगों को ठगने के लिए एक फर्जी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म बनाया और फर्जी फर्मों के नाम से खोले गए खातों में अवैध धनराशि ट्रांसफर की। पोरवाल ने खुद को व्यापारी बताते हुए दिल्ली के न्यू अशोक नगर में पोरवाल ट्रेडर्स नाम से एक दुकान किराए पर ली। अधिकारी ने बताया कि इस पते का इस्तेमाल कर उन्होंने विभिन्न फर्जी फर्मों के लिए बैनर और स्टाम्प तैयार किए और उनके नाम से बैंक खाते खोले, जिनमें धोखाधड़ी की गतिविधियों से प्राप्त लाखों रुपये ट्रांसफर किए गए।
पुलिस ने बताया कि उन्होंने अपराध में इस्तेमाल किया गया एक मोबाइल फोन जब्त कर लिया है और धोखाधड़ी की गतिविधियों से जुड़े विभिन्न बैंक खातों में जमा 3.25 लाख रुपये फ्रीज कर दिए हैं। पुलिस ने बताया कि प्राथमिकी भारतीय दंड संहिता की धाराओं 420 (धोखाधड़ी), 467 (मूल्यवान प्रतिभूति की जालसाजी), 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी), 471 (जाली दस्तावेज को वास्तविक के रूप में उपयोग करना) और 120 बी (आपराधिक षड्यंत्र) तथा आईटी अधिनियम की धाराओं 66 और 66 डी (कंप्यूटर से संबंधित अपराध और कंप्यूटर संसाधनों का उपयोग करके धोखाधड़ी से संबंधित) के तहत दर्ज की गई है।
Assam: असम में पुलिसकर्मी को 20 साल की जेल, लड़की का अपहरण कर बलात्कार करने का आरोप -IndiaNews
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.