India News (इंडिया न्यूज़), Donald Trump Trial: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ गुप्त-पैसा मुकदमा सोमवार (15 अप्रैल) को उस मामले की सुनवाई के लिए जूरी के चयन की कठिन प्रक्रिया के साथ शुरू हुआ। जिसमें पूर्व राष्ट्रपति पर उनके यौन जीवन के बारे में कहानियों को दबाने के लिए व्यावसायिक रिकॉर्ड में हेराफेरी करने का आरोप लगाया गया था। पहले दिन बिना किसी जूरी सदस्य के बैठे समाप्त हो गया। वहीं चयन प्रक्रिया मंगलवार (16 अप्रैल) को फिर से शुरू होगा। खैर न्यायाधीश जुआन एम. मर्चन ने ट्रंप को चेतावनी दी कि यदि वह कार्यवाही में हस्तक्षेप करेंगे तो उन्हें जेल जाना होगा। उन्होंने बताया कि पूर्व राष्ट्रपति इस मुकदमे की कार्यवाही उनकी अनुपस्थिति में भी जारी रहेगी। साथ ही न्यायाधीश मर्चैन ने मुकदमे की शुरुआत में ही सभी प्रतिवादी को समान चेतावनी जारी की।
बता दें कि, किसी भी पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति का पहला आपराधिक मुकदमा तब शुरू हुआ जब ट्रंप ने व्हाइट हाउस को पुनः प्राप्त करने की कोशिश की। जिससे संभावित रिपब्लिकन उम्मीदवार के आपराधिक प्रतिवादी के रूप में अपने दिन बिताने के साथ-साथ कार्यालय के लिए प्रचार करने का एक उल्लेखनीय स्प्लिट-स्क्रीन तमाशा तैयार हुआ। दरअसल पिछले साल उन्होंने खुद को समर्थकों के सामने प्रचार अभियान में और सोशल मीडिया पर उनकी उम्मीदवारी को पटरी से उतारने के लिए तैयार किए गए राजनीतिक रूप से प्रेरित मुकदमों के लक्ष्य के रूप में पेश करके उन भूमिकाओं को मिश्रित किया है।
वहीं सालों की जांच के बाद आदर्श-तोड़ने वाले राष्ट्रपति पद के बाद, यह मुकदमा ट्रंप के लिए एक अदालत के समान है। जो अब तक चार अभियोगों का सामना कर रहे हैं। जिसमें उन पर वर्गीकृत दस्तावेजों को जमा करने से लेकर चुनाव को उलटने की साजिश रचने तक के अपराधों का आरोप लगाया गया है।
बता दें कि, पहले दिन की शुरुआत कई घंटों की प्री-ट्रायल दलीलों के साथ हुई। जिसमें पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए संभावित जुर्माना भी शामिल था। जूरी पूल के पहले सदस्यों को अदालत कक्ष में बुलाया गया। जहां पार्टियां तय करेंगी कि उनमें से किसे पूर्व और संभावित रूप से भविष्य के अमेरिकी राष्ट्रपति के कानूनी भाग्य का फैसला करने के लिए चुना जा सकता है। वहीं जूरी बॉक्स में प्रवेश करते ही ट्रंप ने पीछे मुड़कर देखने के लिए अपनी गर्दन टेढ़ी की और अपने वकील से फुसफुसाए। साथ ही कहा कि आप जूरी द्वारा एक परीक्षण में भाग लेने वाले हैं।
वहीं न्यायाधीश जुआन मर्चन ने जूरी सदस्यों से कहा कि जूरी द्वारा सुनवाई की प्रणाली हमारी न्यायिक प्रणाली की आधारशिलाओं में से एक है।इस मामले का नाम न्यूयॉर्क राज्य के लोग बनाम डोनाल्ड ट्रम्प है। दरअसल, ट्रंप की बदनामी की वजह से किसी भी वर्ष में 12 जूरी सदस्यों और छह वैकल्पिक सदस्यों को चुनने की प्रक्रिया लगभग कठिन हो जाएगी। परंतु अब यह विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण होने की संभावना है।