India News (इंडिया न्यूज़), Russia jobs Fraud: पिछले कई दिनों से एक मामला काफी सुर्खियों में है, जिसमें भारत के कुछ युवाओं को नौकरी का झांसा देकर रूस में यूक्रेन के खिलाफ युद्ध लड़ने के लिए मजबूर किया गया। ऐसा ही एक परिवार कश्मीर का है। जिसके परिवार के लोग अपने बेटे का इंतजार कर रहे हैं। परिवार के लोगों का कहना है उसके बेटे को जंग में लड़ने लिए मजबूर किया गया। परिवार ने सरकार से उनके बेटे को वापस लाने में मदद करने की अपील की है।

एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, आजाद यूसुफ कुमार पुलवामा जिले के पोशवान का निवासी है। वह उन दो कश्मीरियों में से हैं, जिन्हें पिछले साल दिसंबर में रूस के लिए लड़ने के लिए धोखा दिया गया था। रूसी सेना में भर्ती होने के कुछ दिनों बाद, उनके पैर में गोली लगने से घाव हो गया है।

परिवार के लोगों का कहना है कि उसे मुंबई के “बाबा व्लॉग्स” नाम के एक यूट्यूब चैनल मिला। जिसने रूस में नौकरी का विज्ञापन किया था। जिसने इन्हें नौकरी का झांसा दिया। आजाद 14 दिसंबर को दुबई गया वहां से रूस पहुंचा और उन्हें तुरंत रूसी सेना में भर्ती कर लिया गया और यूक्रेन की सीमा पर भेज दिया गया। परिवार वालों का कहना है आजाद को गोली लगी है। उनका कहना है हम विदेश मंत्रालय से उसके वापस लाने के लिए अनुरोध करते हैं।

ये भी पढ़ें-  Rajya Sabha Election 2024: बीजेपी को लगा झटका, कर्नाटक में कांग्रेस ने राज्यसभा चुनाव में हासिल की जीत

अन्य राज्यों में भी ऐसे ही मामले

भारत के विभिन्न हिस्सों से कम से कम दस युवा यूक्रेन के खिलाफ रूस के लिए युद्ध लड़ने के लिए मजबूर हैं। उन्हें नौकरियों के बहाने देश में भेजा गया था लेकिन वे युद्ध के मैदान में फंस गए। इन लोगों से एजेंट ने तीन लाख रुपए भी लिये हैं। उत्तर प्रदेश के कासगंज का एक परिवार भी उसी एजेंट द्वारा धोखा दिए जाने के बाद इसी तरह की समस्या से गुजर रहा है।

कर्नाटक के एक मंत्री ने कहा है कि राज्य सरकार इन लोगों को वापस लाने के बारे में विदेश मंत्रालय से बात करेगी। ऐसा माना जाता है कि वे रुस की प्राइवेट आर्मी वैगनर ग्रुप के हिस्से के रूप में यूक्रेन से लड़ रहे हैं।

‘बाबा व्लॉग्स’ – कौन है?

यूपी के व्यक्ति के पिता ने कहा कि एक एजेंट, फैसल खान, जो ‘बाबा व्लॉग्स’ नामक एक यूट्यूब चैनल चलाता है। इसके यूट्यूब पर तीन लाख से अधिक सब्सक्रइवर हैं। इसने लोगों को रूस में नौकरियों का वादा करके धोखा दिया। लोगों से इसने 3 लाख रुपये भी लिये हैं। कुछ परिवार के लोगों ने तो कर्ज लेकर दिया था।

केंद्र ने स्वीकार किया कि कुछ भारतीय यूक्रेन के साथ रूस के चल रहे युद्ध में फंसे हुए हैं, और कहा कि सरकार उनकी रिहाई की सुविधा के लिए अपने रूसी समकक्ष के साथ समन्वय कर रही है।

ये भी पढ़ें- America Election 2024: पचास फीसद डेमोक्रेट नहीं चाहते बाइडेन दोबारा बने राष्ट्रपति, जाने कौन है पहली पसंद