14 States Facing Border Disputes: केंद्र सरकार ने लोकसभा को सूचित किया कि 14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) के बीच सीमा विवाद चल रहा है। अलग-अलग राज्यों ने दूसरे राज्यों के कई क्षेत्र पर दावा किया है। जिस कारण से यह विवाद चल रहे है। लोकसभा में द्रविड़ मुनेत्र कड़गम के सांसद टीआर पारिवेंधर के एक प्रश्न का लिखित उत्तर देते हुए गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने यह जवाब दिया।

  • DMK सांसद के सवाल पर जवाब दिया गया
  • असम का विवाद सबसे ज्यादा राज्यों से है
  • कई और सवालों के दिए जवाब

जवाब में कहा गया कि हरियाणा-हिमाचल प्रदेश, लद्दाख-हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र-कर्नाटक, असम-अरुणाचल प्रदेश, असम-नागालैंड, असम-मेघालय, असम-मिजोरम के बीच सीमाओं के सीमांकन और दावों को लेकर सीमा विवाद है। सांसद ने सवाल किया कि क्या केंद्र सरकार इस तथ्य से अवगत है कि सीमा विवाद, मछुआरों की गिरफ्तारी और उनकी मछली पकड़ने वाली नौकाओं पर कब्जा करने और कई भारतीय राज्यों में पलायन करने वाले निर्दोष श्रमिकों की पिटाई सहित कई विवाद हुए हैं।

मछुवारों पर भी सवाल

इसके अलावा, अन्य तटीय राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के क्षेत्रीय जल में मछली पकड़ने वाली नौकाओं और ट्रॉलरों के अनधिकृत प्रवेश के संबंध में कुछ मुद्दों को दक्षिणी क्षेत्रीय परिषद और इसकी स्थायी समिति के संज्ञान में लाया गया था। यह पूछे जाने पर कि क्या केंद्र सरकार के पास पिछले तीन वर्षों के दौरान किसी एक राज्य के लोगों की संख्या के बारे में कोई डेटा है जो अन्य राज्यों में गिरफ्तार किए गए हैं या अन्य कारणों से मारे गए हैं। इस पर मंत्री ने कहा, “ऐसा कोई डेटा केंद्रीय रूप से नहीं रखा जाता है।”

कानून अनुसार दंड

हालांकि मंत्री जी ने कहा कि केंद्र सरकार का दृष्टिकोण लगातार यह रहा है कि अंतरराज्यीय विवादों को संबंधित राज्य सरकारों के सहयोग से ही सुलझाया जा सकता है और केंद्र सरकार आपसी भावना से विवाद के सौहार्दपूर्ण समाधान के लिए केवल एक सूत्रधार के रूप में करें। हालांकि, गृह मंत्रालय समय-समय पर राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए सलाह जारी करता है और यह सुनिश्चित करता है कि कोई भी व्यक्ति जो कानून को अपने हाथ में लेता है, उसे कानून के अनुसार तुरंत दंडित किया जाएं।

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