संबंधित खबरें
हिमंत सरकार ने की बड़ी कार्रवाई, असम में 24 घण्टें में 416 लोगों को किया गया गिरफ्तार, बाकी राज्यों के लिए बना रोल मॉडल
कांग्रेस के बुरे दिन बरकरार! हरियाणा, महाराष्ट्र के बाद इस राज्य से आई बुरी खबर, सहयोगी ने ही दे दिया बड़ा घाव
विपक्ष के लगातार अमित शाह पर किए जा रहे हमलों का बीजेपी ने निकाला तोड़, पार्टी जल्द शुरू करेगी ये काम, कांग्रेस और सपा की उड़ने वाली है नींद
'वीटो लगाने की अनुमति नहीं देगा…' जाने बिना नाम लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने किस देश की लगा दी क्लास?
जंगल में मिला 52 किलो सोना और 10 करोड़ रुपए, आखिर किसने छुपाई करोड़ों की संपत्ति, जब पुलिस को पता चला तो फटी रह गई आंखें
अपने पापों का प्रायश्चित करेंगे एकनाथ शिंदे? अचानक उठाया ऐसा कदम, महाराष्ट्र की राजनीति में आ गया भूचाल, भाजपाइयों के उड़ गए होश
India News (इंडिया न्यूज), Anna Sebastian Perayil: महाराष्ट्र के पुणे से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। दरअसल एक कंपनी में काम कर रही एक लड़की की अत्यधिक वर्क लोड की वजह से मौत हो गई है। इसको लेकर उनकी मां ने एक हृदय विदारक पत्र में लिखा है, जिसमें उन्होंने अपनी बेटी की मौत के लिए ईवाई कंपनी के चार महीने के लापरवाह रवैये को जिम्मेदार ठहराया गया। केरल की चार्टर्ड अकाउंटेंट अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल मार्च में कंपनी में शामिल हुई थीं। ईवाई इंडिया के चेयरमैन राजीव मेमानी को संबोधित दिल दहला देने वाले पत्र में अनीता ऑगस्टाइन ने लिखा, “ईवाई से कोई भी उसके अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुआ।” अब यह पत्र वायरल हो गया है। जिससे युवती की पीड़ा पर लोगों में गुस्सा देखने को मिल रहा है। वर्क कल्चर को फिर से सुर्खियों में ला दिया है।
उसकी मां ने अपने पत्र में लिखा कि ईवाई अन्ना की पहली नौकरी थी और वह कंपनी में शामिल होने के लिए रोमांचित थी। उन्होंने अपनी बेटी को योद्धा बताया। उसने स्कूल के साथ-साथ कॉलेज में भी अपनी सभी परीक्षाओं में टॉप किया और ईवाई में अथक रूप से काम किया। उन्होंने कंपनी द्वारा दिए गए सभी कार्यों को समय पर पूरा किया। पीड़िता की माँ ऑगस्टीन ने कहा, ‘हालाँकि वर्कलोड, नया वातावरण और लंबे समय तक काम करने से उन पर शारीरिक, भावनात्मक और मानसिक रूप से बहुत बुरा असर पड़ा।” उन्होंने आगे कहा कि अन्ना को जल्द ही टेंशन, रातों की नींद उड़ गई और तनाव का सामना करना पड़ा। ऑगस्टीन ने पत्र में कहा, “लेकिन, उन्होंने खुद को आगे बढ़ाया और माना कि कड़ी मेहनत और दृढ़ता ही सफलता की कुंजी है।”
‘वन नेशन वन इलेक्शन’ को मोदी कैबिनेट से मिली मंजूरी, कोविंद कमेटी ने सौंपी थी रिपोर्ट
पुणे में उनके दीक्षांत समारोह के समय उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। शनिवार, 6 जुलाई को मैं और मेरे पति अन्ना के सीए दीक्षांत समारोह में भाग लेने के लिए पुणे पहुंचे थे। चूंकि पिछले एक हफ़्ते से वह देर रात (लगभग 1 बजे) अपने पीजी पहुँचने पर सीने में जकड़न की शिकायत कर रही थीं, इसलिए हम उन्हें पुणे के अस्पताल ले गए। उनका ईसीजी सामान्य था और कार्डियोलॉजिस्ट हमारे डर को दूर करने के लिए आये और बताया कि उन्हें पर्याप्त नींद नहीं मिल रही थी और वे बहुत देर से खाना खा रही थीं।
इसके बाद वो बीमार होती रही। इस बीमारी के दौरान भी लगातार काम करती रही। वो कहती थी कि कंपनी वाले छुट्टी देंगे। मृतका की मां की इस चिट्ठी ने फिर से कंपनी के वर्क कल्चर की चर्चा को छेड़ दिया है। हम सभी को पता है कि प्राइवेट कंपनी में कर्मचारियों को किस तरह से प्रताड़ित किया जाता है। हालांकि ऐसा हर कंपनी में देखने को नहीं मिलता है।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.