संबंधित खबरें
‘किस हद तक गिरोगे कुमार विश्वास’ सोनाक्षी सिन्हा पर भद्दा कमेंट करके बुरा फंसे ‘युगकवि’! सुप्रिया श्रीनेत ने लताड़ा
PM Modi ने 71 हजार युवाओं को बांटें Appointment Letters, जानें, किन सरकारी विभागों में हुई बंपर भर्ती ?
18 साल की उम्र में उठा ली AK-47… जाने कैसे मिली यूपी पुलिस को तीनों आतंकियों की खबर, क्या थे ऑपरेशन के मुख्य पॉइंट्स?
चैन की नींद सो रहे थे मासूम और…रात के अंधेरे में मौत ने कर दिया तांडव, वीडियो देख कांप जाएगी रूह
अतुल सुभाष जैसा मामला आया सामने, पत्नी और ससुराल वालो से परेशान था शख्स, हाईकोर्ट ने मामले को बताया पति के साथ 'क्रूरता'
पहले सीएम पद फिर विभाग और अब…महायुति में नहीं थम रही खींचतान, जाने अब किसको लेकर आमने-सामने खड़े हुए सहयोगी
India News (इंडिया न्यूज़),A unique horse procession took place in Sangam city:संगम नगरी प्रयागराज में कर्ण घोड़े की बारात अपने शाही अंदाज में निकला । इस कर्ण घोड़े को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम का दूत माना जाता है। जगमगाती रोशनी और बैंड बाजे के साथ प्रयाग में कर्ण घोड़े के जुलूस निकालने की परंपरा त्रेता युग से चली आ रही है। तब से हर वर्ष दशहरे से पहले इसका जुलूस निकाला जाता है।
इस खास अंदाज में निकले कर्ण घोड़े की शोभा यात्रा को अधिक आकर्षक बनाने के लिए इस बार विशेष डीजे बैंड मंगाए गए थे। जिन्होंने शोभा यात्रा के दौरान लोगों का खूब मनोरंजन किया । शहर में कर्ण घोड़े की बारात निकलने के साथ ही नवरात्रि पर्व का शुभारम्भ भी हो जाता है।
संगम नगरी प्रयागराज के अलग-अलग हिस्सों में कर्ण घोड़ा की बारात निकली। जिसे देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। इस घोड़े की बारात की शुरुआत चमेली बाई धर्मशाला से हुई, जो मोहत्सिमगंज गली से सब्जी मंडी साउथ मलाक होते हुए रामबाग रामलीला परिसर पहुंची। जिसके बाद कर्ण घोड़ा कोठापार्चा, बहादुरगंज, ऊंचा मंडी, लोकनाथ, चौक, ठठेरी बाजार, घंटाघर होते हुए शहर के विभिन्न हिस्सों से गुजरी ।
इस अनोखी बारात में सबसे आगे ढोल व नगाड़ो की धुनों पर भागड़ा करते कलाकर चल रहे थे। इसके ठीक पीछे पेशवाई लहराता ध्वज, श्री पथरचट्टी रामलीला कमेटी का बैनर और लहराती पताकाएं चल रही थीं। इसके बाद पाइप बैंड लोगों के सामने अपने सुरीले धुनों की प्रस्तुति करता चल रहा था।
यात्रा को रोचक बनाने के लिए इसमें विध्न विनाशक भगवान गणेश की कांस्य प्रतिमा को भी शामिल किया गया था। इसके बाद मयूर पर विराजमान कार्तिकेय की लुभावनी प्रतिमा, इसके बाद पवनपुत्र वीर हनुमान की सवारी चल रही थी। शोभा यात्रा के दौरान सुन्दर रथों पर विश्वमित्र, वशिष्ठ, राजा जनक, महाराज दशरथ की सवारी चल रही थी।
यह भी पढ़ें:-
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.