संबंधित खबरें
मुस्लिम बहुल इलाकों में मिली हार के बाद तिलमिला उठे सपाई, कह दी ऐसी बात सुनकर सकते में आ जाएंगे आप
महाराष्ट्र्र चुनाव में मौलानाओं के फतवे का बीजेपी पर नहीं पड़ा कुछ असर, अब PM Modi देंगे ऐसी सजा 7 पुश्तें भी रखेंगी याद
‘एक हैं तो नेक हैं…’, PM Modi की ये बात सुनकर खुशी से झूम उठे सीएम योगी, जानिए क्या है इसके मायने?
‘कांग्रेस ने दिल्ली के आसपास की जमीन छीनकर वक्फ बोर्ड…’, ये क्या बोल गए PM Modi? सुनकर तिलमिला उठे राहुल-प्रियंका
‘हमने लोकतंत्र की परीक्षा…’, झारखंड चुनाव में मिली प्रचंड जीत के बाद ये क्या बोल गए हेमंत सोरेन? PM Modi को नहीं आएगा रास
हेमंत सोरेन से अलग क्या है कल्पना की पहचान? राजनीति में आने से पहले चलाती थीं प्ले स्कूल, JMM की जीत में रही बड़ी भूमिका
India News (इंडिया न्यूज), Abdullah Family: जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। केंद्र शासित प्रदेश की सभी राजनीतिक पार्टियां चुनाव प्रचार में जुटी हुई हैं। इनमें एक पार्टी ऐसी भी है जो दशकों से जम्मू-कश्मीर की सत्ता पर काबिज है। इस पार्टी का नाम है नेशनल कॉन्फ्रेंस। जम्मू-कश्मीर के सबसे ताकतवर राजनीतिक परिवारों में से एक अब्दुल्ला परिवार हमेशा से नेशनल कॉन्फ्रेंस की कमान संभालता रहा है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस की स्थापना शेख अब्दुल्ला ने साल 1932 में की थी. पहले इस पार्टी का नाम मुस्लिम कॉन्फ्रेंस हुआ करता था। बाद में प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की नीतियों से प्रभावित होकर अब्दुल्ला ने पार्टी का नाम बदलकर नेशनल कॉन्फ्रेंस कर दिया। शेख अब्दुल्ला तीन बार जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री रहे।इसके बाद उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस की कमान अपने बेटे फारूक अब्दुल्ला को सौंप दी।
फारूक भी तीन बार जम्मू-कश्मीर के सीएम रहे। वहीं, उनके बेटे यानी शेख अब्दुल्ला के पोते उमर अब्दुल्ला एक बार जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। इसके अलावा शेख अब्दुल्ला के दामाद गुलाम मोहम्मद शाह भी एक बार सीएम रह चुके हैं। यानी अब्दुल्ला के परिवार से चार लोग जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठ चुके हैं।
आपको बता दें कि शेख अब्दुल्ला ने अपनी आत्मकथा ‘आतिश-ए-चिनार’ में अपने पूर्वजों के बारे में बताया है। इसमें उन्होंने लिखा है कि उनके (शेख अब्दुल्ला के) पूर्वज सप्रू गोत्र के कश्मीरी पंडित थे। अब्दुल्ला के दादा का नाम बालमुकुंद कौल था। उनके दादा ने सूफी मीर अब्दुल रशीद बैहाकी से प्रभावित होकर इस्लाम धर्म अपना लिया था।
इन 5 वजहों से आतिशीको मिली दिल्ली की कुर्सी? आखिरी वाले कारण से मिला केजरीवाल का वोट
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.