इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली :
Agriculture Laws Repealed : देशभर के लोग आज प्रकाश पर्व मना रहे हैं। ऐसे में देशवासियों और किसानों को इस बात की जरा सी भी भनक नहीं की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्र के नाम संबोधन में विगत कई महीनों से संघर्षहित किसानों से बड़ी राहत प्रदान कर देंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को देश के नाम संबोधन में संसद पारित किसान हितैषी तीनों नए कृषि कानूनों वापस लेने का बड़ा ऐलान कर दिया। प्रधानमंत्री मोदी यहीं नहीं रोके उन्होंने दिल्ली के सटे सीमाओं पर नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर किसानों से देश के सामने माफी भी मांगी। (Agriculture Laws Repealed)
इस अवसर पर मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार तीनों नए कृषि कानून किसानों के हितों और उनकी आय दुगानी हो इसको लेकर नेक नीयत के साथ लेकर आई थी,लेकिन यह हमारी गलती है कि हम नए कृषि कानूनों को किसानों को ठीक से समझा नहीं पाए। वही, तीन कृषि कानूनों के प्रधानमंत्री द्वारा वापस होने का घोषणा होते ही विपक्षीय दलों ने नेताओं ऐसे किसानों की जीत करार देते हुए तानाशाह सरकार का अभिमान टूटने जिससे वाक्यों का प्रयोग किया। सभी विपक्षीय दलों ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए अपने-अपने अंदाज में कई ट्वीट किये और उनके खेमे में जश्न का माहौल है।
अगर देश की सबसे पुरानी व कई वर्षों तक देश की सत्ता में शासन करने वाली पार्टी कांग्रेस की करें तो कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा कि टूट गया अभिमान। जीत गया मेरे देश का किसान।
टूट गया अभिमान, जीत गया मेरे देश का किसान।
— Congress (@INCIndia) November 19, 2021
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एंव केरल से वायनाड़ के सांसद राहुल गांधी ने कहा कि देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सर झुका दिया। अन्याय के खिलाफ ये जीत मुबारक हो! जय हिंद, जय हिंद का किसान।
देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सर झुका दिया।
अन्याय के खिलाफ़ ये जीत मुबारक हो!जय हिंद, जय हिंद का किसान!#FarmersProtest https://t.co/enrWm6f3Sq
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 19, 2021
आम आदमी पार्टी (आप) ने भी वापस हुए तीनों नए कृषि कानून पर ट्वीट कर कहा कि यह किसानों के अभियान की बड़ी जीत है। मोदी सरकार ने आगामी राज्यों ने होने वाले चुनाव के चलते डर गई है। इसलिए तीनों काले कृषि कानूनों को वापस ले लिए हैं। पीएम मोदी को उन किसानों के परिवार से माफी मांगनी चाहिए जिन्होंने न्याय की लड़ाई में अपनी जान गंवाई है।
आज प्रकाश दिवस के दिन कितनी बड़ी ख़ुशख़बरी मिली। तीनों क़ानून रद्द। 700 से ज़्यादा किसान शहीद हो गए। उनकी शहादत अमर रहेगी। आने वाली पीढ़ियाँ याद रखेंगी कि किस तरह इस देश के किसानों ने अपनी जान की बाज़ी लगाकर किसानी और किसानों को बचाया था। मेरे देश के किसानों को मेरा नमन
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 19, 2021
अमीरों की भाजपा ने भूमिअधिग्रहण व काले क़ानूनों से ग़रीबों-किसानों को ठगना चाहा। कील लगाई, बाल खींचते कार्टून बनाए, जीप चढ़ाई लेकिन सपा की पूर्वांचल की विजय यात्रा के जन समर्थन से डरकर काले-क़ानून वापस ले ही लिए।
भाजपा बताए सैंकड़ों किसानों की मौत के दोषियों को सज़ा कब मिलेगी।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 19, 2021
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि सपा की पूर्वांचल यात्रा को मिलते आपार जनसमर्थन को देखते केंद्र सरकार डर गई है। इसलिए उसने सांसद से पारित तीनों नए कृषि कानून को वापस ले लिए हैं। आगे यादव ने कहा कहा कि अमीरों की भाजपा ने भूमिअधिग्रहण व काले कानूनों से गरीबों-किसानों को ठगना चाहा। कील लगाई। बाल खींचते कार्टून बनाए। जीप चढ़ाई। अब भाजपा यह बताए कि सैंकड़ों किसानों की मौत के दोषियों को सजा कब मिलेगी। (Agriculture Laws Repealed)
बहुजन समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावाती ने कहा कि यह तीनों नए कृषि कानून बहुत पहले ही निरस्त हो जाना चाहिेए था। हालांकि अभी भी किसानों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानून की मांग लंबित है। बसपा मांग करती है कि संसद के आगामी सत्र में केंद्र सरकार इस संबंध में कानून लाए। (Agriculture Laws Repealed)
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