संबंधित खबरें
महाराष्ट्र फतह के बाद फिर से चुनावी तैयारी में जुटे Fadnavis, शरद पवार ने सीधे CM को कर दिया कॉल, राज्य की राजनीति में अभी नहीं थमा है तूफान
GST Council Meeting Highlights: कौड़ियों के दाम में मिलेंगी ये चीजें, निर्मला सीतारमण के इस फैसले से खुशी से उछल पड़े सभी वर्ग के लोग
हिमंत सरकार ने की बड़ी कार्रवाई, असम में 24 घण्टें में 416 लोगों को किया गया गिरफ्तार, बाकी राज्यों के लिए बना रोल मॉडल
कांग्रेस के बुरे दिन बरकरार! हरियाणा, महाराष्ट्र के बाद इस राज्य से आई बुरी खबर, सहयोगी ने ही दे दिया बड़ा घाव
विपक्ष के लगातार अमित शाह पर किए जा रहे हमलों का बीजेपी ने निकाला तोड़, पार्टी जल्द शुरू करेगी ये काम, कांग्रेस और सपा की उड़ने वाली है नींद
'वीटो लगाने की अनुमति नहीं देगा…' जाने बिना नाम लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने किस देश की लगा दी क्लास?
India News (इंडिया न्यूज़), Manipur Violence, इंफाल: मणिपुर की राजधानी इंफाल में हिंसक भीड़ द्वारा 3 लोगों को जिंदा जला दिए जाने की घटना सामने आई है। धटना (Manipur Violence) में जिन लोगों को मारा गया उसमें मां-बेटा भी शामिल हैं। वारदात को भीड़ ने उस समय अंजाम दिया जब इलाज कराने के लिए वे एंबुलेंस से जा रहे थे। एंबुलेंस पुलिस सुरक्षा में जा रही थी लेकिन भीड़ ने हमला कर दिया।
घटना लाम्फेल पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत इंफाल पश्चिम के इरोइसेम्बा इलाके में हुई। घटनास्थल पर जब पुलिस पहुंची तो पुलिस को केवल गाड़ी से राख और हड्डियां ही मिलीं। पुलिस द्वारा उसी मामले में एक एफआईआर भी दर्ज की गई है, जिसमें हत्या से संबंधित धाराएं भी शामिल हैं।
हिंसक भीड़ ने जिन लोगों को मारा है उनमें मां मीना हैंगिंग, उसका बेटा टॉन्सिंग हैंगिंग (7) और उनकी एक रिश्तेदार लिडिया लौरेम्बम शामिल है। कांगचुप क्षेत्र में कई कुकी गांव हैं और यह कांगपोकपी जिले की सीमा पर इंफाल पश्चिम के नजदीक मेतेई गांव फायेंग के करीब है। रविवार को इलाके में गोलीबारी हुई तो टॉन्सिंग के सिर में गोली लगने से घायल हो गया था इसका इलाज कराने के लिए लोग क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान संस्थान अस्पताल जा रहे थे।
मणिपुर में एक महीने पहले भड़की जातीय हिंसा में कम से कम 98 लोगों की जान जा चुकी है और 310 से अधिक लोग घायल हुए हैं। राज्य में फिलहाल कुल 37,450 लोगों ने 272 राहत शिविरों में शरण ले रखी है। मेइती समुदाय द्वारा अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा दिए जाने की मांग के विरोध में मणिपुर के पहाड़ी जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद तीन मई को राज्य में पहली बार जातीय हिंसा हुई थी।
यह भी पढ़े-
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.