India News  (इंडिया न्यूज), अजय जंडियाल, जम्मू: कश्मीर के कोकेरनाग में आतंकिओं के साथ हुई मुठभेड़ में तीन अफसरों सहित चार सुरक्षा कर्मियों की शहादत के बाद देशभर में गुस्सा फैला है। इस घातक हादसे के परिणामस्वरूप, अब पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में मौजूद आतंकी कैम्पों और पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग बढ़ गई है।

पूर्व सैनिकों और अन्य नागरिक की सरकार से मांग

जम्मू-कश्मीर के सीमांत क्षेत्र में रहने वाले पूर्व सैनिकों और अन्य नागरिक सरकार से यह मांग कर रहे हैं कि कठिन कार्रवाई की जाए या फिर हमें वहां जाकर पाकिस्तान से शहीदों का प्रतिशोध लेने के लिए हथियार दिए जाएं।
शहरों और गांव में लोग लगातार शहीदों को नमन कर पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।

केंद्र सरकार से पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी करवाई की मांग कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि अब उनमे बर्दाश्त की हद ख़तम हो चुकी है। ऐसे में सरकार को आतंकबाद पर पूर्ण तरीके से अंकुश लगाने के लिए सरहद पार कड़ी करवाई करनी चाहिए ।

भारत पाकिस्तान सीमा के आखिरी गांव तरेबा में रहने वाली महिला का बयान

जम्मू के अरनिअ सेक्टर में भारत पाकिस्तान सीमा के आखिरी गांव तरेबा में रहने वाली महिला सरपंच बलबीर कौर का कहना है कि “पाकिस्तान के खिलाफ कहा की, हमारा गांव पाकिस्तान की फायरिंग के चलते कई बार निशाना बना। दो लोगों की मौत पिछली बार पाकिस्तान रेंजरों की फायरिंग में हुई। मगर हम आज जब सेना के जवानो की मौत की खबर सुनी तो हम मांग कर रहे हैं की हमे सरकार इजाजत दे ताकि हम खुद पार जाकर पाकिस्तान को सबक सिखा सकें।

पूर्व सैनिक हुकुम सिंह का इसपर बयान

ट्रेवा के ही रहने वाले पूर्व सैनिक हुकुम सिंह का कहना है कि ” पाकिस्तान नहीं सुधरने वाला है। बार बार सरहद पर फायरिंग करता है, आतंकी भेजकर आम लोगों और सुरक्षाबलों के ठिकानों पर हमले करवाता है इसलिए सरकार अगर हमे हथियार दे तो हम खुद पाकिस्तान के खिलाफ किसी भी कराई के लिए तैयार हैं । हम खुद ही पाकिस्तान को सबक सिखा सकते हैं ।

गौर तलब है की बुधवार सुबह से कोकरनाग में जारी सेना और आतंकिओं के बीच हुई मुठबेड़ में अब तक चार सुरक्षा कर्मिओं की शहादत हो चुकी है ऐसे में आम लोगों में पाकिस्तान के खिलाफ काफी गुस्सा भरा है ।

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