संबंधित खबरें
गूगल मैप्स के सहारे कार में सफर कर रहे थे 3 लोग, अधूरे फ्लाईओवर में जा घुसी गाड़ी, फिर जो हुआ…सुनकर मुंह को आ जाएगा कलेजा
‘ये मुगलों का दौर नहीं…’, संभल जामा मस्जिद सर्वे पर ये क्या बोल गए BJP प्रवक्ता? सुनकर तिलमिला उठे मुस्लिम
शरद पवार, प्रियंका चतुर्वेदी और संजय राउत का क्या होगा राजनीतिक भविष्य? दोबारा राज्यसभा जाने के रास्ते हुए बंद
60 फीसदी से अधिक मुस्लिम आबादी फिर भी कैसे जीत गई BJP? सपा उम्मीदवार की जमानत हो गई जब्त, अखिलेश नोंचने लगे अपना माथा
बाला साहेब की विरासत को मिट्टी में मिला गए उद्धव ठाकरे, कांग्रेस-एनसीपी से गठबंधन पर अपनी हिंदूवादी विचारधारा को लगाया दांव पर, क्या अब कर पाएंगे वापसी?
‘मां मैं जल्द आ जाऊंगा…’, मौत से दो दिन पहले अपनी बूढी से कांस्टेबल ने किया था ये वादा, लेकिन दे गया दगा
India News (इंडिया न्यूज),Andhra Pradesh: आंध्र प्रदेश को विशेष श्रेणी का दर्जा देने की मांग को लेकर आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी ने शुक्रवार को पीएम मोदी के से मुलाकात की और राज्य को विशेष श्रेणी का दर्जा देने की उनकी सरकार की लंबे समय से लंबित मांग को दोहराई। मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि, एक घंटे तक चली यह बैठक तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू द्वारा दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के एक दिन बाद हुई है, जिससे अटकलें तेज हो गई हैं कि दोनों दल चुनाव से पहले हाथ मिला सकते हैं।
इसके साथ ही बता दें कि, सीएम कार्यालय द्वारा जारी एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में पुष्टि की गई कि जगन ने “राज्य से संबंधित विभिन्न मुद्दों” पर चर्चा के लिए संसद में प्रधान मंत्री कार्यालय में मोदी से मुलाकात की। इसके साथ ही सीएमओ ने एक बयान में कहा, “पोलावरम फंड जारी करने, तेलंगाना से एपी तक बिजली बकाया, विभाजन की गारंटी और विशेष दर्जे के संबंध में प्रधान मंत्री से अपील की गई।”
जानकारी के लिए बता दें कि, मामले से परिचित लोगों के अनुसार, जगन ने राज्य सरकार की आंध्र प्रदेश को विशेष श्रेणी का दर्जा देने की मांग दोहराई, जैसा कि राज्य के विभाजन के समय वादा किया गया था। घटनाक्रम से अवगत एक अधिकारी ने नाम न छापने का अनुरोध करते हुए कहा, “बैठक के दौरान, सीएम ने इस बात पर प्रकाश डाला कि राज्य की आर्थिक प्रगति के लिए विशेष श्रेणी का दर्जा आवश्यक है, क्योंकि यह न केवल निवेश को आकर्षित करेगा बल्कि रोजगार के बेहतर अवसर भी पैदा करेगा। बता दें कि, विशेष श्रेणी का दर्जा आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम के प्रावधानों में से एक है, जिसके कारण जून 2014 में तेलंगाना का गठन हुआ। विशेष श्रेणी के दर्जे के मुद्दे पर 2019 के राज्य चुनावों में जीत हासिल करने वाले रेड्डी ने मोदी के साथ कई बैठकें की हैं और शाह ने अतीत में इस मुद्दे पर चर्चा की थी।
ये भी पढ़े
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.