Anmol Bishnoi: गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई को अमेरिका से डिपोर्ट कर दिल्ली के आईजीआई हवाई अड्डे पर उतरते ही एनआईए (NIA) ने हिरासत में ले लिया. एनआईए की टीमें उसके आगमन से पहले ही हवाई अड्डे पर मौजूद थीं और उन्होंने मौके पर ही उसकी गिरफ्तारी की औपचारिकताएं पूरी कर लीं. कई राज्यों में कई मामलों में वांछित बिश्नोई को कड़ी सुरक्षा के बीच वापस लाया गया और फिर आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए ले जाया गया.
बिश्नोई सिंडिकेट से जुड़ा पकड़ा गया 19वां आरोपी
2022 से फरार अनमोल अमेरिका से अपनी गतिविधियां संचालित कर रहा था और लॉरेंस बिश्नोई सिंडिकेट से जुड़ा पकड़ा गया 19वां आरोपी है. एनआईए की मार्च 2023 की चार्जशीट में उसकी भूमिका स्थापित हुई थी, जिसमें विस्तार से बताया गया था कि कैसे उसने 2020 और 2023 के बीच आतंकी गतिविधियों में लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बरार को सक्रिय सहयोग प्रदान किया.
शूटरों को जारी किए निर्देश
विदेश से उसने कथित तौर पर भारत में एक आतंकी सिंडिकेट चलाया, शूटरों को निर्देश जारी किए, ज़मीनी गुर्गों के लिए आश्रय, हथियार और रसद का प्रबंध किया, और यहां तक कि एक जबरन वसूली रैकेट भी चलाया. यह गिरफ्तारी एनआईए की केस आरसी 39/2022 की चल रही जांच का हिस्सा है, जो गैंगस्टरों, आतंकवादियों और हथियार तस्करों के बीच गठजोड़ को खत्म करने पर केंद्रित है.
अनमोल बिश्नोई का आपराधिक नेटवर्क पुर्तगाल, इटली, अमेरिका, बुल्गारिया, तुर्की और दुबई सहित कई देशों में फैला हुआ है. उसके गिरोह के सदस्य विशिष्ट भूमिकाएं निभाते हैं, जैसे व्हाट्सएप और सिग्नल के लिए अंतर्राष्ट्रीय मोबाइल नंबर उपलब्ध कराना, वीपीएन अकाउंट उपलब्ध कराना, भगोड़ों के लिए सुरक्षित ठिकानों की व्यवस्था करना और उच्च श्रेणी के अवैध हथियार और गोला-बारूद हासिल करना. यह नेटवर्क नशीली दवाओं की आपूर्ति, नए निशानेबाजों की पहचान और प्रशिक्षण, अपराध की आय को सफेद करने, नकली पहचान पत्र तैयार करने और स्थानीय नाबालिगों को आपराधिक गतिविधियों में शामिल करने में भी शामिल है.