अशोक गहलोत का बीजेपी और संघ पर आरोप, बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी से ध्यान हटाने के लिए करवा रहे दंगों का षड्यंत्र

अजीत मैंदोला । जयपुर
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) कहते हैं कि देश मे बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी से आक्रोशित जनता का ध्यान बांटने के लिए बीजेपी (BJP) और संघ (RSS) अब सांप्रदायिक हिंसा (sectarian violence) का सहारा लेने लगे हैं। केंद्र की मोदी सरकार की गलत नीतियों के चलते देश के हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। यह समझ से परे है कि सात राज्यों में माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई।

Rajasthan Chief Minister Ashok Gehlot

करौली में हिंसा (karauli violence) फैला इन्होंने जो प्रयोग किया वह अभी तक जारी है। गहलोत कहते हैं में देश के गृहमंत्री अमित शाह को चुनौती देता हूं कि उनमें दम हो तो उनका मंत्रालय सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के जजों की निगरानी में जांच कमेटी बनाये। सारी सच्चाई सामने आ जायेगी।
धर्म के नाम पर देश को बांटने की कोशिश लगातार हो रही है। इसी के चलते शांत राजस्थान को भी अशान्त करने के  प्रयास किये गए, जिन्हें मेरी सरकार  नाकाम कर दिया। गहलोत कहते हैं मेरी सरकार हिंसा सहन नही करेगी। राजस्थान में दंगे नही होने दिए जाएंगे। प्रदेश की जनता हमारे साथ है।
मेरी सरकार के जनहित के फैसलों की चर्चा पूरे देश में है। पुरानी पेंशन व्यवस्था की बहाली, मुफ्त इलाज और शहरी बेरोजगारों को रोजगार की गारंटी ऐसे फैसले हैं जिनसे बीजेपी परेशान है। गहलोत से विभिन्न मुद्दों पर खुलकर बातचीत हुई। उन्होंने कहा कि मोदी जी ऐसे अच्छे दिन लाये कि जनता त्राहीमाम त्राहिमाम करने लगी।
गहलोत ने कहा चिंतन शिविर में बहुत कुछ नया निकलेगा। मै और पूरी कांग्रेस चाहती है राहुल गांधी फिर से अध्य्क्ष बने। राहुल ही देश मे ऐसे अकेले नेता हैं जो समय समय पर सरकार को चेता रहे हैं। कोरोना का मामला, देश की बिगड़ती आर्थिक स्थिति, बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी ये सब ऐसे मामले हैं जिनको लेकर राहुल गांधी ने जो बोला सही साबित हुआ।बाकी दलों के नेता डर के मारे कुछ बोलते ही नही है।पेश हैं उनसे  बातचीत के प्रमुख अंश-
सवाल : आप का यह तीसरा कार्यकाल चुनौतियों से भरा  दिखाई दे रहा। पहले साल में अपनों से जूझे। सरकार को बचाया। फिर दो साल कोरोना। अब शांत प्रदेश को अशान्त करने की कोशिशें। कैसे कर पा रहे हैं आप ?
गहलोत : देखिए, चुनौती तो हमेशा रहती हैं। उससे में घबराता नही हूँ। दुःख तब होता है जब अपने ही अपनी सरकार को अस्थिर करते हैं। वो आज तक ये नही समझे कि, सरकार गहलोत की नही कांग्रेस की है। कांग्रेस के मुखिया कौन हैं सोनिया गांधी।
आप  मुझे नही गांधी परिवार को चुनोती दे रहे हैं। में तो बराबर कहता आया हूँ कि मुझे सोनिया गांधी ने सीएम बनाया है। वह जो कहेंगी वही करूंगा।खैर आप ने ठीक कहा बीते दो साल वाकई बड़ी चुनोती वाले रहे। कोरोना जैसी महामारी पर अंकुश  लगाना, प्रदेश की जनता को सुरक्षित रखना, मेरी सरकार के लिये बड़ी चुनौती थी। मैंने और मेरी सरकार ने दिन रात लग कर ऐसे फैसले किये जिसकी सराहना देश दुनिया मे हुई।
भीलवाड़ा मॉडल तो दुनियाभर में चर्चित रहा। मेरी सरकार कोरोना से जनता को बचाने में काफी हद तक सफल रही। दूसरे राज्यों के मुकाबले राजस्थान में कम मौत हुई। केंद्र ने तक हमारे मैनेजमेंट की तारीफ की। मैंने हर पार्टी के नेता, धर्म समुदाय वर्ग को भरोसे में ले कर फेसले किये। लेकिन अब दुःख की बात यही है जब साढ़े तीन साल में मेरी सरकार के खिलाफ कोई नकारात्मक माहौल नहीं बना तो बीजेपी ने प्रदेश को बांटने जैसा षडंयत्र कर डाला। बीजेपी मेरी सरकार की उपलब्धियों को सहन नही कर पा रही है।
सवाल : आप के कहने का मतलब है प्रदेश में जो साम्प्रदायिक हिंसा फैलाई जा रही है उसके पीछे बीजेपी का हाथ है।
गहलोत : बिल्कुल में तो बराबर कह रहा हूं। राजस्थान को शांत और भाईचारे का प्रदेश माना जाता है। इसलिये देश विदेश के लोग यहां घूमने आते हैं। निश्चिन्त हो कर घूमते हैं। लेकिन बीजेपी वालों साम्प्रदायिकता की आग लगा कर हमारे पर्यटन क्षेत्र पर भी असर डाल दिया।
हिंसा और दंगों से प्रदेश की छवि खराब होती। पर्यटक भी नही आते हैं जिसका सीधा असर प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर पड़ता है। लेकिन बीजेपी प्रदेश को आगे नही बढ़ने देना चाहती। जब मेरे और मेरी सरकार के खिलाफ बीजेपी को एक भी मुद्दा नहीं मिला तो उन्होंने साम्प्रदायिक हिंसा का सहारा ले वोटों का धुर्वीकरण शुरू कर दिया।
मैं तो देश के गृहमंत्री अमित शाह कहता हूं कि दम हो तो जांच कमेटी बनाएं ओर जिन सात राज्यों में दंगे भड़काने की कोशिश हुई उसकी जांच कराएं। सब सचाई सामने आ जायेगी और आगे दंगे भी नहीं भड़केंगे। मैं जानता हूं यह ऐसा नही करेंगे। लेकिन मैं ओर मेरी सरकार जोधपुर, करौली, भीलवाड़ा और अलवर जैसी घटनाओं को हल्के में नहीं ले रही है। जांच करा दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा।
सवाल : पर आरोप लग रहे हैं कि आप की सरकार की पुलिस और खुफिया तंत्र असफल हो रहा है।

Alwar Gangrape Case Update

गहलोत : नहीं में ऐसा नही मानता हूं। पुलिस और खुफिया तंत्र की सजगता के चलते बीजेपी वाले बड़ा दंगा कराने में असफल रहे हैं। पुलिस की सजगता के चलते जोधपुर दंगे की आग में नहीं जला। समय रहते सब निंयत्रण में कर लिया गया। स्थिति तेजी से सामान्य हो रही है।
भीलवाड़ा में पुलिस ने तुरन्त हालात को काबू में कर लिया। इसी तरह अलवर और करोली में हालात नियंत्रण में किये गये।मेरी सरकार ने जिम्मेदार लोगों पर एक्शन भी लिया। आप को मै बताता हूं बीजेपी क्यों बौखला गई। दरअसल इस बार मेरी सरकार ऐसा बजट लाई जिसकी चर्चा पूरे देश में है।
उत्तराखण्ड का सरकारी कर्मचारी हो या केरल का उसकी पेंशन को लेकर उम्मीदे जग गई हैं। पुरानी पेंशन व्यवस्था को बहाल करना छोटा फैसला नहीं है। बीजेपी की सरकार ने ही 2004 में पेंशन योजना बन्द कर सरकारी नौकरी में लगने वाले लाखों लोगों को निराश किया था। अब जब मेरी सरकार ने पुरानी पेंशन व्यवस्था को फिर से बहाल किया तो ये बौखला गये हैं।
इसके साथ स्वास्थ्य से जुड़ी संजीवनी योजना, शहरी बेरोजगारों के लिये इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना, मुफ्त बिजली, किसानों का कर्जा माफी, महिलाओं को फ्री मोबाइल ऐसे फैसले जिनसे जनता खुश है। ये बात दिल्ली बैठे बीजेपी के आकाओं को हजम नहीं हो रही है।
वो जानते हैं गहलोत सरकार रिपीट हो रही है। बीजेपी वालों के पास  मुख्यमंत्री के इतने दावेदार हो गए हैं कि सब अपना राग अलग अलग अलाप रहे हैं। इसलिये प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्य्क्ष अपने नेताओं को उकसा रहे हैं राजस्थान का माहौल खराब करो। राजस्थान बीजेपी के नेताओं में माहौल खराब करने की होड़ मच गई है।
संघ उनकी मदद कर रहा है। इसलिये बुल्डोजर, लाउडस्पीकर जैसे मुद्दों से यह चुनाव जीतना चाहते हैं। बीजेपी के नेताओं को राजस्थान से प्यार होता तो पूर्वी नहर योजना को दिल्ली से राष्ट्रीय योजना में बदलवा थे। राज्य के विकास में सहयोग करते। लेकिन इन्हें राज्य के विकास से कोई लेना देना नही है। दिल्ली का आदेश है दंगे कराओ उसी में लगे हैं। लेकिन मैं राजस्थान में दंगे होने नहीं दूंगा।
सवाल : आपने बुल्डोजर का जिक्र किया, लेकिन यह तेजी से पॉपुलर हो रहा है। बीजेपी का कहना है किसी निर्दोष के खिलाफ करवाई नहीं होती।
गहलोत : मतलब आप यह कह रहे हैं देश मे कानून का राज नहीं बुल्डोजर का राज चलेगा। मैं और मेरी पार्टी कानून पर भरोसा करते हैं। कोई भी अतिक्रमण होता है कानून अपना काम करता है। बीजेपी वाले असल मुद्दों से ध्यान भटकाने में माहिर हैं। देश मे हालात चिंताजनक बने हुये। महंगाई, बेरोजगारी अपने चरम पर है। तेल की कीमतें आसमान छू रही हैं।जनता भयभीत है। देश में भाईचारे का माहौल खत्म हो रहा है। बीजेपी को कोई चिंता नहीं है। बुल्डोजर की बात कर जनता में भरम ओर भय फेला रहे हैं। आजादी के 70 साल में पहली बार इस तरह का देश मेडर का माहौल बना हुआ है।
सवाल : लेकिन आपकी पार्टी और विपक्ष तो कुछ कर नहीं पा रहे हैं। कोई मजबूत नेता सामने दिखता ही नहीं है।
गहलोत : ऐसा नहीं है। उनके नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और हमारी पूरी पार्टी लगातार मुद्दे उठा रही है। किसानों का मुद्दा रहा हो या बढ़ती महंगाई का हम हमारे नेता सड़कों पर उतरे हैं। लेकिन बीजेपी असल मुद्दों से ध्यान हटाने के लिये तमाम तरह के प्रपंच रचती है। अब आप देखें जब इन्हें लगने लगा जनता में महंगाई और बेरोजगारी को लेकर गुस्सा बढ़ रहा है तो फिर धर्म की राजनीति को आगे बढ़ा दिया।
महाराष्ट्र में देखें क्या हो रहा है। धर्म के नाम पर आतंक फैला रहे हैं। कर्नाटक में क्या हो रहा है। झारखंड में भी माहौल बिगाड़ रहे हैं। मध्य्प्रदेश में भी दंगों की शुरुआत करवा दी है। राजस्थान को भी हिंसा की आग में झोंकने की कोशिश में लगे हैं। वो तो हम लोगो की पुलिस चौकस है। इसलिए कोई दंगा प्रदेश में अभी तक नही हुआ। आगे होने भी नहीं दिया जायेगा। मैं तो प्रदेश के लोगों से यही अपील कर रहा हूं इनके बहकावे में नही आएं। प्रदेश की शांति और भाईचारे को बनाये रखें।
सवाल : आपकी पार्टी आगामी चुनावों औऱ केंद्र की मोदी सरकार से निपटने के लिये उदयपुर में तीन दिन का चिंतन शिविर कर रही है। इसमें क्या कुछ होने जा रहा है।
गहलोत : बिल्कुल जब कुछ नया निकलेगा तो आप को बताया जाएगा। उदयपुर में हमारे 400 से अधिक नेता जुटेंगे। पार्टी अध्य्क्ष सोनिया गांधी ने कमेटी बनाई हैं। उनकी रिपोर्ट आएगी। उन पर चर्चा होगी। जो सामने आएगा पता चल जायेगा।
सवाल : क्या राहुल अध्य्क्ष बनेंगे?
गहलोत : मैंने जैसे कहा कि चिंतन शिविर में जो भी फैसला होगा आप को पता चल जाएगा। जहाँ तक राहुल गांधी के अध्य्क्ष बनने का मामला है तो मेरे समेत पूरी कांग्रेस चाहती है वह फिर से अध्य्क्ष की कमान संभाले। उनको संभालनी भी चाहिये। राहुल अकेले नेता हैं जो प्रधानमंत्री मोदी और केंद्र सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ खुल कर बोलते हैं।देखिये बीजेपी की हिंदुत्व ओर धर्म के नाम पर देश को बांटने की राजनीति बहुत दिन तक नही चलने वाली है। देश की जनता सब समझने लगी है। कांग्रेस का समय सब याद करने लगे है। मोदी जी ऐसे अच्छे दिन लाये हैं कि जनता त्राहिमाम त्राहिमाम करने लगी है।
India News Desk

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