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India News (इंडिया न्यूज), Atishi Defamation Case: दिल्ली में राजनीतिक गर्मी शांत होने का नाम नहीं ले रही है। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के जेल से बाहर आने के बाद इस्तीफा देना और फिर आतिशी का मुख्यमंत्री बनना तक तो ठीक था। परंतु अब दिल्ली की नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री आतिशी भी क़ानूनी पचड़े में फंसती नजर आ रही हैं। आतिशी ने शनिवार शाम को दिल्ली के आठवें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली और सोमवार (23 सितंबर) को पदभार ग्रहण किया। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने मुख्यमंत्री आतिशी को कोर्ट में पेश होने का निर्देश दिया है। आतिशी के अलावा दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और अन्य आप नेताओं को 3 अक्टूबर को कोर्ट में पेश होने का निर्देश दिया गया है। इस मामले की राउज एवेन्यू कोर्ट में 3 अक्टूबर को सुनवाई होने वाली है।
बता दें कि, इस मामले में आतिशी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, जो मानहानि से जुड़ा है। भाजपा नेता राजीव बब्बर ने अरविंद केजरीवाल और आतिशी के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कराया था। यह मामला आम आदमी पार्टी द्वारा 2018 में लगाए गए आरोपों से उत्पन्न हुआ था। जिसमें भाजपा पर राष्ट्रीय राजधानी में मतदाता सूची से लगभग 30 लाख मतदाताओं के नाम हटाने का आरोप लगाया गया था। इन आरोपों के बाद, एक मजिस्ट्रेट ने मार्च 2019 में सीएम केजरीवाल, आतिशी और अन्य आप नेताओं को समन जारी किया था। आप नेताओं ने शुरुआत में सत्र न्यायालय से राहत मांगी थी, लेकिन समन आदेश को बरकरार रखा गया था। इसके बाद मामला दिल्ली उच्च न्यायालय पहुंचा, जिसने फरवरी 2022 में उनके खिलाफ कार्यवाही पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी थी।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने कुछ दिन पहले आप को बड़ा कानूनी झटका देते हुए अरविंद केजरीवाल, आतिशी और अन्य नेताओं की उस याचिका को खारिज कर दिया। जिसमें उन्होंने अपने खिलाफ आपराधिक मानहानि का मामला वापस लेने की मांग की थी। साथ ही, अदालत ने केजरीवाल, आतिशी और अन्य आप नेताओं को संरक्षण देने वाले अपने अंतरिम आदेश को वापस ले लिया और पक्षों को निचली अदालत में पेश होने का आदेश दिया। फिलहाल, राउज एवेन्यू कोर्ट ने आप नेताओं को अदालत में पेश होने को कहा है। गौरतलब है कि, आतिशी ने 21 सितंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उन्होंने कांग्रेस की शीला दीक्षित और भाजपा की सुषमा स्वराज के बाद दिल्ली की 8वीं और तीसरी महिला मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उनके साथ पांच कैबिनेट मंत्रियों ने भी शपथ ली, जिनमें पिछली सरकार के 4 और एक नया चेहरा शामिल है।
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