India News(इंडिया न्यूज),Ayodhya: सैकड़ो साल के इंतजार के बाद अब एक एतिहासिक अनुष्ठान होने जा रहा है। जहां अगले साल जनवरी में रामलला का प्राण-प्रतिष्ठा कर उन्हें उनके जन्म-स्थल में प्रवेश कराया जाएगा। जिसके लिए तैयारी व्यापक स्तर पर चल रही है। जहां जानकारी ये सामने आ रही है कि, आयोजन में पूरे विश्व के लोग अयोध्या आएंगे तो वैश्विक संस्कृति की छटा भी दिखेगी। रामलला जब अपने नए घर में विराजेंगे, उस समय पूरी अयोध्या को राममय बनाने पर जोर है। इसके लिए धार्मिक अनुष्ठानों समेत सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार हो रही है। इसी क्रम में दुनिया के 120 देशों के कलाकारों को भी आमंत्रित करने की तैयारी है।
मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि, रामलला के इस व्यापक प्राण-प्रतिष्ठा में दुनियाभर से करीब 120 देशों से कलाकार को आमंत्रित किया गया है। ऐसा कहां जा रहा है कि, जहां राम व रामलीला की संस्कृति आज भी कायम है। इन देशों के कलाकारों को प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में आमंत्रित करने पर विचार जल रहा है। हर देश से दस-दस कलाकारों की टीम बुलाई जा सकती है। ये कलाकार प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में जगह-जगह सजने वाले सांस्कृतिक मंचों पर अपनी-अपनी संस्कृति के अनुरूप राम की गाथा प्रस्तुत करेंगे। जानकारी के लिए बता दें कि, थाईलैंड, रूस, अमेरिका, त्रिनिडाड, फिजी, मलेशिया, इंडोनेशिया, थाईलैंड, श्रीलंका, वियतनाम आदि देशों के कलाकार पहले भी दीपोत्सव में रामलीला मंचन करने अयोध्या आते रहे हैं। इसके अलावा देश की लोक परंपराओं की भी झलक दिखेगी। अलग-अलग राज्यों के कलाकारों को आमंत्रित करने की रूपरेखा बन रही है।
वहीं ट्रस्ट की ओर से सामने आई जानकारी में ये बात भी पता चली है कि, रामलला की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को यादगार बनाने के लिए एक स्मरण पत्रिका लॉन्च करने की तैयारी भी हो रही है। इस बुकलेट में राम मंदिर आंदोलन से जुड़ी स्मृतियों को सहेजने का प्रयास किया जाएगा। इसमें मंदिर आंदोलन से जुडी शख्सियत, आंदोलन में उनकी भूमिका का विस्तार से वर्णन मिलेगा। पत्रिका को इस तरह से तैयार किया जाएगा कि इसे पढ़ने वालों को ऐसा लगे मानो पूरा आंदोलन उनके सामने हुआ हो, मंदिर आंदोलन की जीवंत प्रस्तुति दिखाने की कोशिश होगी।
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