India News (इंडिया न्यूज़), Bajrang Dal, दिल्ली: विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने कहा कि बजरंग दल कर्नाटक में कांग्रेस की प्रतिबंध की धमकी से डरने वाला नहीं है। कांग्रेस ने अपने कर्नाटक घोषणापत्र में सत्ता में आने पर राज्य में बजरंग दल और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाने की बात कही थी।

  • राम मंदिर आंदोलन में भी लगा बैन
  • कोर्ट ने रद्द कर दिया था
  • कांग्रेस ने घोषणापत्र में किया था वादा

विहिप के महासचिव मिलिंद परांडे ने इंदौर में संवाददाताओं से कहा, “अगर वे हिंदुओं के प्रति अपनी नफरत के कारण बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाते हैं तो आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।” उन्होंने कहा कि राम जन्मभूमि आंदोलन के दौरान बजरंग दल पर प्रतिबंध लगा था लेकिन अदालत ने इसे गलत बताते हुए इसे रद्द कर दिया।

नफरत के खिलाफ कार्रवाई

कांग्रेस ने कर्नाटक में अपने घोषणापत्र में कहा था कि वह जाति या धर्म पर समुदायों के बीच नफरत फैलाने वाले व्यक्तियों और संगठनों के खिलाफ दृढ़ और निर्णायक कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और बजरंग दल जैसे संगठनों पर कानून अनुसार कार्रवाई होगी।

कोई इरादा नहीं

कांग्रेस के दिग्गज नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री वीरप्पा मोइली ने बाद में स्पष्ट किया कि बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का कोई प्रस्ताव नहीं था और कांग्रेस का एकमात्र मिशन “नफरत की राजनीति को रोकना” है। वीरप्पा मोइली ने कहा “राज्य सरकार द्वारा किसी संगठन पर प्रतिबंध लगाना संभव नहीं है। कर्नाटक सरकार द्वारा बजरंग दल पर प्रतिबंध संभव नहीं है… हमारे पास बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का कोई प्रस्ताव नहीं है। एक नेता के तौर पर मैं आपको यह बता सकता हूं।”

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