संबंधित खबरें
संभल मस्जिद विवाद के बीच हुआ बड़ा चमत्कार, यहां से अचानक निकला शिव मंदिर, उल्टा बनाकर खड़ा किया गया
संभल के हैवान बनाए गए तो भड़क गए 'विधायक के बेटे', FIR के बाद बोले 'मैं तो रक्षक हूं'
'इसलिए मार रहे हैं क्योंकि वो मुसलमान…’, संभल में हुई इस हिंसा पर भड़क उठी Swara Bhasker, पोस्ट शेयर कर जाहिर किया गुस्सा
शिंदे के साथ खेला कर गए राज ठाकरे, ले लिया भाई उद्धव का इंतकाम, 10 सीटों पर मनसे ने बिगाड़ दिया गणित
इंटरनेट पर ये सब देखकर दुखी हुए 'श्रीराम', संसद में गूंज गई चीख, उठा लिया सबसे बड़ा 'हथियार'
5 जनाजे देखकर चीख पड़े ओवैसी, भारत के इस 'मंदिर' की निकाल डाली गलती, बताया क्यों चिंता में हैं मुसलमान?
Bank Workers were Shocking
इंडिया न्यूज, कृष्णागिरी:
तमिलनाडु के कृष्णागिरी में एक दृष्टिबाधित बुजुर्ग पुरानी करंसी के नोट लेकर जब बैंक पहुंचा तो बैंक वाले भी हैरान हो गए। वहीं बुजुर्ग ने हाथ जोड़कर उनसे अपील की कि वे उसके नोट नई करंसी के साथ बदल दें ताकि वह बिना किसी कठिनाई के जीवन जी सके। जब बैंक कर्मियों ने अपनी मजबूरी जताई तो उक्त बुजुर्ग ने स्थानीय कलेक्टर आॅफिस में याचिका दायर की।
चिन्नाकन्नू नाम के 65 साल के दृष्टिबाधित व्यक्ति ने कलेक्टर को दी अपनी याचिका में लिखा है कि उसके पास कुल 65 हजार रुपए हैं। यह रकम उसके पास 500 और 1000 रुपए के नोट के रूप में है। उसने यह दावा किया है कि उसने यह राशि भीख मांगकर पूरे जीवन में एकत्रित की थी ताकि बुढ़ापे में आसानी से रह सके।
चिन्नाकन्नू ने बताया कि वह अपने गांव में एक झोपड़ी में भीख मांगकर और अकेले रहकर अपना जीवन यापन कर रहा है। उसने बताया कि चार साल पहले बीमार होने के कारण, वह भूल गया कि नगदी उसने कहा रखी है। याचिका में उसने बताया कि वह कई सालों से इलाके में भीख मांग रहे थे और उन्होंने अपने बुढ़ापे के लिए मदद की उम्मीद में रकम बचाई थी। उसने बताया कि उसे नोटबंदी के बारे में जानकारी नहीं मिली।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.