Bappi Lahiri Is No More: पहली बार 19 साल की उम्र में बंगाली फिल्म ”दादु” में गाया गाना
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
मंगलवार (15 फरवरी 2022) रात बॉलीवुड के मशहूर सिंगर और संगीतकार बप्पी लहरी (69 साल की उम्र) का मुबंई के जुहू स्थित क्रिटिकेयर अस्पताल में निधन हो गया। बताया जा रहा है कि बप्पी लहरी की काफी दिनों से तबीयत खराब चल रही थी। सूत्रों अनुसार साल 2021 में वे कोरोना महामारी की चपेट में भी आए थे।
संगीतकार बप्पी लहरी के परिवार वालों का कहना है कि बप्पी लहरी का अंतिम संस्कार कल (वीरवार 17 फरवरी ) किया जाएगा। उनके बेटे बप्पा अभी अमेरिका में हैं और वह कल दोपहर तक मुंबई पहुंचेंगे। इसके बाद उनका क्रिया कर्म किया जाएगा।
बप्पी दा का असली नाम अलोकेश लाहिड़ी था ( Bappi Lahiri Is No More)
27 नवंबर सन् 1952 को बप्पी लाहिड़ी (जिनका असली नाम अलोकेश लाहिड़ी) का जन्म जलपैगुड़ी पश्चिम बंगाल में हुआ था। वह एक धनाढ्य संगीत घराने से ताल्लुक रखते थे। बप्पी दा के पिता अपरेश लाहिड़ी और माता बन्सारी लाहिड़ी दोनों ही बंगाली सिंगर और म्यूजिशियन थे। बप्पी दा अपने माता-पिता की इकलौती संतान थे।
(Bappi Da’s real name was Alokesh Lahiri) बप्पी दा ने संगीत माता पिता से ही सीखी और 19 साल की उम्र में पहली बार उन्हें बंगाली फिल्म दादु में गाना गाने के लिए चुना गया। बप्पी लहरी ने 24 जनवरी 1977 को चित्राणी लहरी से शादी की थी। दोनों के दो बच्चे हैं, एक बेटी रीमा लहरी जो कि सिंगर हैं। एक बेटी बप्पा लहरी जो कि म्यूजिक डायरेक्टर है। उनके बेटे बप्पा ने तनीषा लहरी से शादी की है और उनका एक बेटा कृष लहरी है।
48 साल के करियर में तकरीबन 5,000 गाने किए कंपोज (Bappi Lahiri Is No More)
- आपको बता दें कि म्यूजिक इंडस्ट्री में बप्पी लहरी को डिस्को किंग कहा जाता था। उनका असली नाम अलोकेश लाहिड़ी था। बप्पी लहरी म्यूजिक के साथ-साथ सोना पहनने के अंदाज को लेकर भी जाने जाते थे। बप्पी लहरी का कहना था, ‘गोल्ड इज माय गॉड’ यानी सोना ही मेरा भगवान है। (Composed about 5,000 songs in a career spanning 48 years)
- बप्पी लाहिड़ी ने मात्र तीन वर्ष की आयु में ही तबला बजाना शुरू कर दिया था जिसे बाद में उनके पिता के द्वारा और भी गुर सिखाये गये। बॉलीवुड को रॉक और डिस्को से रू-ब-रू कराकर पूरे देश को अपनी धुनों पर थिरकाने वाले मशहूर संगीतकार और गायक बप्पी लाहिड़ी ने कई बड़ी छोटी फिल्मों में काम किया है। बप्पी दा ने 80 के दशक में बालीवुड को यादगार गानों की सौगात दे कर अपनी पहचान बनाई।
- बप्पी लहरी का संगीत की दुनिया में 48 साल का करियर था। उन्होंने अपने करियर में तकरीबन 5,000 गाने कंपोज किए। इसमें उन्होंने हिंदी, बंगाली, तमिल, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़, गुजराती, मराठी, पंजाबी, उड़िया, भोजपुरी, आसमी भाषाओं के साथ-साथ बांग्लादेश की फिल्मों और अंग्रेजी गानों को भी कंपोज किया था। 1980 और 90 के दशक में भारत में डिस्को संगीत को लोकप्रिय बनाने में बप्पी दा का अहम योगदान था।
Bappi Lahiri Is No More
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